तुर्किए को अब मिलेगा करारा जवाब, भारत सिखाएगा सबक, बर्बाद होगी ड्रोन इंडस्ट्री !
भारत-पाक संघर्ष में तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन दिए, जिनका इस्तेमाल भारत पर हमले में हुआ. भारत तुर्की को इंजीनियरिंग सामान निर्यात करता है, जो ड्रोन निर्माण में काम आते हैं. जबकि तुर्की भारत को कोई रक्षा उपकरण नहीं बेचता और पाकिस्तान को सैन्य सहयोग देता है.
India Turkey: भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष में तुर्किये ने पाकिस्तान का साथ देते हुए उसे ड्रोन सहित कई अन्य हथियार दिए. इन्हीं ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तान ने भारत पर हमले के लिए किया. लेकिन अब लग रहा है कि तुर्किये भारत के साथ एक और चालबाजी कर रहा है. वो है तुर्किये का भारत इंजीनियरिंग गुड्स का आयात बढ़ाना है. क्योंकि तुर्किये बिजनेस के नाम पर जो सामान भारत से मंगा रहा है, उनका इस्तेमाल ड्रोन बनाने में होता है. और अगर ऐसी चालबाजी वह कर रहा है. तो यह बढ़ी खतरनाक बात है. हालांकि इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. लेकिन जिस तरह से तुर्किए का बायकॉट शुरू हुआ है, ऐसे में भारत इंजीनियरिंग गुड्स के निर्यात पर नकेल कस, तुर्की के धोखे का जवाब दे सकता है.
जानिए तुर्किये कैसे कर रहा है चालबाजी
तुर्किये भले ही भारत के साथ 12 बिलियन से ज़्यादा का व्यापार करता है, लेकिन वह भारत को कोई हथियार नहीं बेचता है. इसके अलावा उसने 2024 से ही भारत से डिफेंस उपकरणों के आयात पर बैन लगा रखा है. जबकि भारत ने 2021 में तुर्किये की ड्रोन बनाने वाली कंपनी Zyrone Dynamics में निवेश कर रखा है. जब यह फैसला लिया गया था, तो तुर्किये ने इसे ऐतिहासिक बताया था. एक तरफ तुर्की भारत को रक्षा उपकरण बेचने से मना कर रहा है, वहीं दूसरी ओर अब ऐसी आशंका जताई जा रही है कि तुर्की भारत के साथ खेल कर रहा है. क्योंकि जो इंजीनियरिंग गुड्स वह भारत से मंगा रहा है, उन सभी का ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग में इस्तेमाल होता है.
किन पार्ट्स का एक्सपोर्ट करता है भारत
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक भारत तुर्की को एल्युमिनियम प्रोडक्ट, ऑटो पार्ट्स, टेलीकॉम कंपोनेंट्स, विमान पुर्जे और इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बेचता है. इन सभी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल सीधे तौर पर ड्रोन बनाने में किया जा सकता है. भारत जिन प्रमुख पुर्जों का निर्यात करता है, उनमें शामिल हैं – बैटरियां, रिसीवर, वीडियो ट्रांसमीटर, एंटेना, इलेक्ट्रॉनिक स्पीड कंट्रोलर, फ्लाइट कंट्रोल मॉड्यूल, कैमरे, प्रोपेलर, मोटर, फ्रेम और कंट्रोलर – और ये सभी ड्रोन के अहम हिस्से हैं.
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कोविड के बाद बढ़ी डिमांड
COVID-19 के बाद भारत से तुर्की को इंजीनियरिंग गुड्स का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ा है. लेकिन अब यह देखना होगा कि क्या भारत इन सामानों का निर्यात करता रहेगा, जो उसके दुश्मनों के काम आ सकता है.
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