US Crypto Reserve: क्या है ट्रंप का प्लान, कौन सी क्रिप्टोकरेंसी हैं इसमें शामिल, भारत में कैसे खरीदें?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने US Crypto Reserve बनाने के लिए कार्यकारी आदेश पर साइन कर दिए हैं. आदेश पर साइन करने के बाद ट्रंप ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस से ही एक स्टेटमेंट जारी करते हुए बताया कि अमेरिका के इस स्ट्रैटिजिक क्रिप्टो रिजर्व में क्रिप्टो करेंसी कहां से आएगी और इसका क्या इस्तेमाल किया जाएगा?

US Crypto Reserve के लिए कार्यकारी आदेश जारी करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में पहली बार क्रिप्टो समिट का आोजन कर रहे हैं. इसमें दुनिया के टॉप क्रिप्टो एक्सपर्ट, क्रिप्टो एक्सचेंज और क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क ऑपरेट करने वाली कंपनियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हो रहे हैं. बहरहाल, यहां जानते हैं कि अमेरिका इस स्ट्रैटिजिक क्रिप्टो रिजर्व के लिए क्रिप्टो करेंसी कहां से लाएगा, क्या इन्हें खरीदा जाएगा या इनकी माइनिंग की जाएगी.
क्रिप्टो रिजर्व के आदेश में क्या?
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 6 मार्च, 2025 को क्रिप्टो एसेट का स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने के लिए एक आदेश जारी किया. अमेरिका दुनिया का पहला बड़ा देश है, जिसने इस तरह का कदम उठाया है. जर्मनी औ जापान जैसे देशों में भी क्रिप्टो करेंसी के लिए रेग्युलेटरी सेटअप बनाया गया है. लेकिन, क्रिप्टो करेंसी को स्ट्रैटिजिक रिजर्व के तौर पर रखना पूरी तरह अलग है. ट्रंप के इस कार्यकारी आदेश में कहा गया है कि डॉलर समर्थित स्टेबलकॉइन के विकास को बढ़ावा दिया जाएगा.
कैसे बनेगा अमेरिका क्रिप्टो रिजर्व?
इस रिजर्व में क्रिमिनल या सिविल प्रोसीडिंग्स के तौर पर जब्त की गई क्रिप्टोकरेंसी को जमा किया जाएगा. रिजर्व में जमा किसी क्रिप्टो करेंसी को बेचा नहीं जाएगा, बल्कि इसका इस्तेमाल एक एसेट के तौर पर होगा. मोटे तौर पर अमेरिकी सरकार सक्रिय तौर पर इस रिजर्व को बनाने के लिए किसी तरह का खर्च नहीं करेगी.
रिजर्व में कौनसी क्रिप्टो करेंसी शामिल?
फिलहाल इस क्रिप्टो रिजर्व में बिटकॉइन, ईथर, एक्सआरपी, सोलाना और कार्डानो को शामिल किया गया है. दिलचस्प बात यह है कि डोनाल्ड ट्रंप खुद ही पहले बिटकॉइन को एक स्कैम जैसा बता चुके हैं, लेकिन अब अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो कैपिटल बनाने का दावा कर रहे हैं. ट्रंप के क्रिप्टो रिजर्व प्लान में अहम भूमिका निभा रहे क्रिप्टो जार के नाम से मशहूर डेविड सैक्स का कहना है कि अमेरिकी सरकार ने अब तक करीब 2,00,000 बिटकॉइन जब्त किए हैं. इसकी कीमत करीब 17.4 अरब डॉलर के बराबर है.
भारत में कैसे खरीद सकते हैं?
अमेरिकी क्रिप्टो रिजर्व में शामिल की गईं पांचों क्रिप्टो करेंसी बायनेंस सहित ज्यादातर बड़े क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर उपलब्ध हैं. ऐसे में इन्हें बायनेंस से, कॉइन डीसीएक्स या कॉइनबेस जैसे क्रिप्टो एक्सचेंज से खरीदा जा सकता है.
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