99% लोग नहीं जानते वाटर पंप बेल्ट को समय पर क्यों बदलें? छोटी-सी गलती से हो सकता है बड़ा नुकसान
वाहन के इंजन को सुरक्षित रखने के लिए वाटर पंप बेल्ट का समय पर बदलना बेहद जरूरी है. 99 फीसदी लोग इस छोटी-सी चीज को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यही लापरवाही इंजन ओवरहीटिंग और महंगी मरम्मत का कारण बन सकती है. वाटर पंप बेल्ट इंजन को पावर देकर कूलेंट सर्कुलेशन बनाए रखती है. अगर बेल्ट में दरारें, घिसाव या ढीलापन दिखे, तो तुरंत चेक करवाएं.
Water Pump Belt: आज के समय में वाहन रखरखाव एक ऐसी चीज है, जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन छोटी-सी लापरवाही आपके वाहन के इंजन को भारी नुकसान पहुंचा सकती है. वाहन के इंजन को ठंडा रखने में वाटर पंप बेल्ट की अहम भूमिका होती है, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से 99 फीसदी लोग इस बात से अनजान हैं कि इसे समय पर बदलना कितना जरूरी है. अगर वाटर पंप बेल्ट समय पर नहीं बदली जाती, तो इंजन ओवरहीटिंग की समस्या हो सकती है. यह न केवल महंगी मरम्मत का कारण बनती है, बल्कि सड़क पर आपकी सुरक्षा को भी खतरे में डाल सकती है.
क्या होता है वाटर पंप बेल्ट?
वाटर पंप बेल्ट, जिसे कभी-कभी ड्राइव बेल्ट या फैन बेल्ट भी कहा जाता है, वाहन के कूलिंग सिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह बेल्ट वाटर पंप को इंजन की पावर से जोड़ती है, जिससे कूलेंट का सर्कुलेशन होता रहता है और इंजन का तापमान नियंत्रित रहता है.
अगर यह बेल्ट खराब हो जाए, टूट जाए या ढीली पड़ जाए, तो वाटर पंप ठीक से काम नहीं कर पाता. इसके परिणामस्वरूप इंजन अधिक गर्म हो सकता है. इंजन ओवरहीटिंग से हेड गैस्केट खराब होने, सिलेंडर हेड में दरार पड़ने या पूरे इंजन के फेल होने जैसे गंभीर नुकसान हो सकते हैं.
वाटर पंप बेल्ट को कब बदलना चाहिए?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, वाटर पंप बेल्ट को हर 60,000 से 1,00,000 किलोमीटर या 4 से 6 साल में बदल देना चाहिए. हालांकि, यह समय वाहन के मॉडल, ड्राइविंग की स्थिति और बेल्ट की क्वालिटी पर निर्भर करता है. अगर आपकी गाड़ी ज्यादातर गर्म मौसम में, धूल भरे रास्तों पर या भारी ट्रैफिक में चलती है, तो बेल्ट को पहले भी चेक करवाना जरूरी है.
कुछ संकेत जो बताते हैं कि बेल्ट बदलने का समय आ गया है, उनमें बेल्ट पर दरारें, घिसाव, ढीलापन या इंजन से आने वाली असामान्य आवाजें (जैसे चरमराहट) शामिल हैं.
कैसे बचें ओवरहीटिंग से?
वाटर पंप बेल्ट की नियमित जांच और समय पर रिप्लेसमेंट के अलावा, कुछ अन्य उपाय भी इंजन को सुरक्षित रख सकते हैं. नियमित रूप से कूलेंट लेवल चेक करें, रेडिएटर को साफ रखें और इंजन ऑयल को समय पर बदलें. इसके अलावा, अगर आप डैशबोर्ड पर तापमान गेज में असामान्य बढ़ोतरी देखें, तो तुरंत गाड़ी रोककर मैकेनिक से संपर्क करें.
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