बजाज, Ather और TVS उत्पादन में करेंगी कटौती, रेयर अर्थ मैग्नेट की सप्लाई अटकी, चीन का ऑटो सेक्टर को झटका

चीन ने पिछले चार महीने से rare earth (HRE) मैग्नेट की आपूर्ति में रुकावट कर दी है. ऐसे में इसका साफ असर भारत के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर इंडस्ट्री में देखा जा रहा है. भारत के प्रमुख इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता जैसे बजाज ऑटो, एथर एनर्जी और टीवीएस मोटर कंपनी इस महीने उत्पादन कम करने जा रहे हैं.

चीन ने ऑटो कंपनियों को दिया बड़ा झटका Image Credit: Money 9

Rare Earth Magnets: भारत और चीन अक्सर आमने-सामने देखे जाते रहे हैं. दरअसल, चीन ने पिछले चार महीने से Rare earth (HRE) मैग्नेट की आपूर्ति में रुकावट कर दी है. ऐसे में इसका साफ असर भारत के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर इंडस्ट्री में देखा जा रहा है. भारत के प्रमुख इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता जैसे बजाज ऑटो, एथर एनर्जी और टीवीएस मोटर कंपनी इस महीने उत्पादन कम करने जा रहे हैं. चीन से इंपोर्ट किए गए ये मैग्नेट इलेक्ट्रिक मोटर के लिए बहुत जरूरी हैं और इनके बिना इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रोडक्शन मुश्किल हो रहा है.

प्रोडक्शन को आधा करने का है डर

ईटी की रिपोर्ट के अनुसार बजाज ऑटो भारत का दूसरा सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता है. इसने अपने उत्पादन को आधा करने की योजना बनाई है। बेंगलुरु की कंपनी एथर एनर्जी भी अपने प्रोडक्शन में 8-10 फीसदी की कटौती करेगी. टीवीएस लगातार तीन महीनों से बिक्री में नंबर वन है. उसे भी प्रोडक्शन कम करना पड़ सकता है.

TVS मोटर के प्रवक्ता ने क्या कहा?

ET के हवाले से TVS मोटर के एक प्रवक्ता ने कहा, “मैग्नेट की कमी से सप्लाई चेन में दिक्कतें आ रही हैं. हम इन समस्याओं को हल करने की कोशिश कर रहे हैं.” दूसरी ओर, पहले मार्केट लीडर रही ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि उनकी प्रोडक्शन प्रोसेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने पहले ही मैग्नेट का स्टॉक जमा कर लिया है. OLA के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमारे प्रोडक्शन पर कोई प्रभाव नहीं है.” ये चार कंपनियां भारत में बिकने वाले 80 फीसदी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाती हैं.

चीन के साथ बातचीत कर रही हैं केंद्र सरकार

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री और केंद्र सरकार चीन के साथ बातचीत कर रही हैं ताकि मैग्नेट की आपूर्ति फिर से शुरू हो. इसके अलावा, वियतनाम, इंडोनेशिया और जापान जैसे देशों से भी आपूर्ति के लिए बात चल रही है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं मिला है. जून में भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माता सोसाइटी (SIAM) ने चेतावनी दी थी कि अगर आपूर्ति जल्द शुरू नहीं हुई, तो निर्माताओं को प्रोडक्शन कम करना पड़ सकता है.

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इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की बिक्री इस साल की पहली तिमाही में 34 फीसदी बढ़कर लगभग 2.98 लाख यूनिट हो गई. लेकिन अगर मैग्नेट की कमी बनी रही तो यह तेजी धीमी पड़ सकती है. ओला के पास अभी पांच-छह महीने का मैग्नेट स्टॉक है और वे प्रोडक्शन बढ़ाने की भी सोच रहे हैं.