आपकी गाड़ी E10 या E20 सपोर्ट करती है? जानें चेक करने का आसान तरीका

भारत में पेट्रोल में इथेनॉल मिलाने की प्रक्रिया तेजी से बढ़ रही है. सरकार E10 और E20 पेट्रोल को प्रमोट कर रही है, जिससे न केवल पेट्रोल आयात पर निर्भरता कम होगी बल्कि किसानों की आय भी बढ़ेगी और प्रदूषण में कमी आएगी. इथेनॉल घरेलू फसलों जैसे गन्ना, मक्का और गेहूं से तैयार किया जाता है, जो अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और किसानों – तीनों के लिए लाभकारी है.

इथेनॉल ब्लेंड पेट्रोल Image Credit: AI/canva

Ethanol blend petrol: भारत में पेट्रोल पंपों पर अब एक नया नाम सुनाई देता है E10, E20 पेट्रोल. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आखिर पेट्रोल में गन्ने का रस क्यों मिलाया जाता है? दरअसल, यह सीधा गन्ने का रस नहीं होता, बल्कि उससे बना इथेनॉल होता है, जिसे पेट्रोल में मिलाया जाता है. यह एक खास तरह का अल्कोहल है, जो गन्ने, मक्का या गेहूं जैसी फसलों से तैयार किया जाता है. सरकार पेट्रोल में 5 फीसदी, 10 फीसदी या 20 फीसदी इथेनॉल मिलाती है, जिसे E10 (10 फीसदी इथेनॉल) या E20 (20 फीसदी इथेनॉल) पेट्रोल कहा जाता है.

लेकिन ऐसा क्यों किया जाता है, और क्या यह आपकी 2022 मॉडल की गाड़ी के लिए सुरक्षित है? साथ ही जानें कि आप कैसे जांच सकते हैं कि आपकी गाड़ी E10 या E20 पेट्रोल को समर्थन करती है.

इथेनॉल मिलाने के पीछे का मकसद

पेट्रोल में इथेनॉल मिलाने के कई बड़े फायदे हैं. सबसे पहले, यह देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है. भारत अपनी जरूरत का ज्यादातर पेट्रोल आयात करता है, जो विदेशी मुद्रा को प्रभावित करता है. इथेनॉल, जो गन्ने जैसी घरेलू फसलों से बनता है, पेट्रोल की खपत को घटाता है और आयात पर निर्भरता कम करता है. इससे न सिर्फ पैसा बचता है, बल्कि देश आत्मनिर्भर भी बनता है.

दूसरा बड़ा फायदा है पर्यावरण का. इथेनॉल ब्लेंड पेट्रोल जलने पर सामान्य पेट्रोल की तुलना में कम हानिकारक गैसें, जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड, छोड़ता है. इससे वायु प्रदूषण में कमी आती है और पर्यावरण को राहत मिलती है. साथ ही, गन्ने की खेती को बढ़ावा मिलने से किसानों की आय में भी इजाफा होता है. यह एक ऐसा कदम है, जो अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और किसानों सबके लिए फायदेमंद है.

क्या आपकी 2022 मॉडल की गाड़ी इसके लिए तैयार है?

अगर आपकी गाड़ी 2022 मॉडल की है, तो अच्छी खबर यह है कि यह E10 पेट्रोल के लिए पूरी तरह सुरक्षित है. ज्यादातर आधुनिक गाड़ियां, खासकर 2020 के बाद बनीं, E10 और कुछ मामलों में E20 पेट्रोल को आसानी से सपोर्ट कर सकती हैं. भारत में सरकार धीरे-धीरे E20 पेट्रोल को भी बढ़ावा दे रही है. लेकिन आपको यह कैसे पता चलेगा कि आपकी गाड़ी E20 के लिए तैयार है? इसके लिए आपको मैकेनिक के पास जाने की जरूरत नहीं.

बस अपनी गाड़ी का मैनुअल देखें. इसमें फ्यूल सेक्शन में साफ लिखा होता है कि आपकी गाड़ी E10 या E20 सपोर्ट करती है या नहीं. इसके अलावा, गाड़ी के फ्यूल कैप या टैंक के ढक्कन पर भी “E10 Compatible” या “E20 Compatible” लिखा हो सकता है. अगर यह जानकारी नहीं मिलती, तो अपनी गाड़ी के निर्माता की वेबसाइट पर मॉडल डिटेल्स देखें या उनके कस्टमर केयर से संपर्क करें.

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