Rolls Royce, रेंज रोवर जैसी लग्जरी कारों पर 90 फीसदी कम हो जाएगा टैक्स, लाखों में होगी बचत

भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता हुआ है, जिससे दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में नया मोड़ आया है. इस समझौते से भारत में लग्जरी कारों की कीमतें कम होंगी, जबकि भारतीय ऑटो निर्माताओं को फायदा भी मिलेगा.

लग्जरी कार Image Credit: Money9live/Canva

India UK FTA on Auto: भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) हुआ है, जिससे दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में नया मोड़ आया है. लेकिन इसका एक असर ऑटो सेक्टर में भी देखने को मिलेगा. इस समझौते के तहत, भारत ने UK में बनी लग्जरी कारों जैसे Rolls-Royce, रेंज रोवर, Aston Martin और Bentley पर इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 10% कर दिया है. इससे इन कारों की कीमतों में बड़ी गिरावट आने की संभावना है, जिससे कई कंज्यूमर्स को लग्जरी कारें खरीदने का मौका मिलेगा.

बता दें कि भारत में रेंज रोवर की 2.40 से 4.55 करोड़ रुपये के बीच आती है और रोल्स रॉयस की कीमत 6 करोड़ से 12 करोड़ रुपये है जिसपर अब तक 100 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगती है.  

ऑटो इंडस्ट्री को फायदा

भारत के कार मेकर्स जैसे महिंद्रा एंड महिंद्रा को फायदा होगा, इस समझौते से इन्हें यूरोपीय बाजारों में सही से एंट्री मिल जाएगी. कम शुल्क के कारण, ये कंपनियां अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को UK और अन्य यूरोपीय देशों में अच्छी कीमतों पर एक्सपोर्ट कर सकेंगी.

इंडियन एक्सपोर्टर्स के लिए भी मौके

FTA के अनुसार, UK ने भारत के एक्सपोर्ट पर लगभग 99% उत्पादों के लिए इंपोर्ट ड्यूटी समाप्त कर दी है. इससे भारत के कपड़े, खाने का सामान, ज्वेलरी और अन्य सामान के एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी की उम्मीद है, जिससे भारतीय इंडस्ट्रीज को ग्लोबल मार्केट में फायदा मिलेगा.

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प्रोफेशनल्स को भी फायदा

समझौते में यह भी प्रावधान है कि UK में अस्थायी रूप से काम कर रहे भारतीय प्रोफेशनल्स को तीन सालों तक राष्ट्रीय बीमा योगदान से छूट मिलेगी. इससे भारतीय कर्मचारियों की इनकम में बढ़ोतरी होगी और UK में काम करने के अवसर बढ़ेंगे.

दरअसल फ्री ट्रेड एग्रीमेंट में दोनों देशों को फायदा ही होता है. यहां ये समझौता भारत-UK दोनों के लिए आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. इससे न केवल कंज्यूमर्स को फायदा होगा बल्कि इंडस्ट्रीज और प्रोफेशनल्स के लिए भी नए अवसर पैदा होंगे. यह समझौता भारत के ग्लोबल बिजनेस में एक महत्वपूर्ण कदम है.