ABS और Non-ABS गाड़ियों में क्या होता है फर्क? बारिश में कैसे देता है ज्यादा सुरक्षा, जानें क्यों है जरूरी
मानसून के मौसम में फिसलन भरी सड़कों पर गाड़ी चलाना जोखिम भरा हो सकता है. ऐसे में ABS (Anti-lock Braking System) वाली गाड़ियां ज्यादा सुरक्षित मानी जाती हैं. यह सिस्टम अचानक ब्रेक लगाने पर टायरों को लॉक होने से रोकता है और गाड़ी का बैलेंस बनाए रखता है.
ABS and Non ABS Vehicle: मानसून आते ही सड़क हादसों के मामलों में बढ़ोतरी होने लगती है. फिसलन भरी सड़कों पर गाड़ी को कंट्रोल में रखना कई बार मुश्किल हो जाता है. ऐसे में कई बार शहर से लेकर गांव तक में, गाड़ियों को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ता है. ऐसी स्थिति में एक सिस्टम है जो आपको ऐसी घटनाओं से सुरक्षित कर सकता है. वह सिस्टम है ABS यानी Anti-lock Braking System है.
अगर ये आपकी गाड़ी में लगी हुई है तो इससे आप और आपका वाहन सुरक्षित रह सकता है. आज हम आपको बताएंगे कि ABS और Non-ABS (बिना ABS) गाड़ियों में क्या फर्क होता है. ABS कैसे काम करता है, और बारिश जैसे हालातों में यह सिस्टम आपकी जान कैसे बचा सकता है.
क्या होता है ABS सिस्टम?
ABS का पूरा नाम Anti-lock Braking System है. यह एक ऐसा सेफ्टी फीचर होता है, जो गाड़ी की ब्रेकिंग के दौरान टायरों को लॉक होने से रोकता है. जब आप अचानक ब्रेक लगाते हैं तो ABS सिस्टम ब्रेकिंग फोर्स को कंट्रोल करता है ताकि गाड़ी फिसले नहीं और आप स्टेयरिंग को सही दिशा में घुमा सकें. मौजूदा समय में कई कंपनियां ये सिस्टम अपनी गाड़ियों में लगा कर देती है वहीं अगर आपकी पुरानी कार है तब आप उसमें अलग से भी इसे इंस्टॉल कर सकते हैं.
ABS और Non-ABS गाड़ियों में क्या होता है फर्क?
पॉइन्ट्स | ABS गाड़ियां | Non-ABS गाड़ियां |
---|---|---|
ब्रेक लगाते समय कंट्रोल | ज्यादा कंट्रोल मिलता है | गाड़ी फिसल सकती है |
फिसलन वाली सड़क पर परफॉर्मेंस | सुरक्षित ब्रेकिंग होती है | गाड़ी स्किड कर सकती है |
स्टेयरिंग कंट्रोल | ब्रेक के साथ गाड़ी मोड़ सकते हैं | ब्रेक लगाते ही टायर लॉक हो जाते हैं |
सेफ्टी | ज्यादा सुरक्षित | कम सुरक्षित |
बारिश में ABS कैसे करता है मदद?
मानसून में सड़कें गीली और फिसलन भरी होती हैं. इस स्थिति में अगर आप अचानक ब्रेक लगाते हैं तो Non-ABS गाड़ी के टायर लॉक हो सकते हैं और गाड़ी स्लिप कर सकती है. इससे हादसे की संभावना बढ़ जाती है. वहीं, ABS गाड़ी ब्रेक लगाने के बाद भी टायर को घुमने देती है, जिससे गाड़ी की दिशा और बैलेंस बना रहता है और ड्राइवर उसे कंट्रोल कर सकता है. इससे ब्रेकिंग डिस्टेंस घटती है और एक्सीडेंट का खतरा कम हो जाता है.
इससे इतर, सरकार की ओर से भी इस सिस्टम को लेकर अनिवार्य किया जा चुका है. भारत सरकार ने अप्रैल 2019 से 125cc से ऊपर की सभी दोपहिया और सभी कारों में ABS अनिवार्य कर दिया है. इसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ाना है.
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