अकेले अनिल अंबानी नहीं इन 9 अमीरों की भी पलटी किस्मत, कभी रूठ गई थीं लक्ष्मी; कमबैक से निवेशक मालामाल

एक दौर था जब इन कंपनियों के नाम पर निवेशकों के मन में कई सवाल उठते हैं. घाटे में डूबी, विवादों में घिरी और बाजार की उपेक्षा झेलती... लेकिन अब कुछ ऐसा हुआ है जिसने तस्वीर ही बदल दी है. जानिए उन नामों को, जिन्होंने साल भर में निवेशकों को मालामाल कर डाला.

इन 9 कंपनियों ने इनवेस्टर्स को किया मालामाल Image Credit: Money9 Live

Top Company Comeback: कभी घाटे में डूबी कंपनियां आज निवेशकों को करोड़ों का फायदा पहुंचा रही हैं. वित्त वर्ष 2024 में घाटे से जूझ रहीं 40 कंपनियों ने 2025 में ना सिर्फ मुनाफा कमाया, बल्कि उनमें से 9 ने अपने निवेशकों को 100 फीसदी से भी ज्यादा का रिटर्न दिया. इस बदलाव ने बाजार में नई उम्मीदें जगाई हैं और ये दिखाया है कि सही रणनीति, समय और अवसर से किसी भी कंपनी की किस्मत बदली जा सकती है.

अनिल अंबानी की वापसी, रिलायंस पावर और इंफ्रा शानदार

इस लिस्ट में सबसे ज्यादा चर्चा बटोरने वाला नाम अनिल अंबानी का हैं. उनकी कंपनी रिलायंस पावर ने जहां FY24 में 2,242 करोड़ का घाटा झेला था, वहीं FY25 में 2,947 करोड़ रुपये का मुनाफा दिखाकर सभी को चौंका दिया. इसका असर सीधे शेयर बाजार पर पड़ा, और कंपनी के शेयरों ने 151 फीसदी का रिटर्न दिया.

इतना ही नहीं, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने तो जैसे मुनाफे की परिभाषा ही बदल दी. 1,148 करोड़ के घाटे से निकलकर 9,177 करोड़ रुपये के फायदे तक का सफर तय कर लिया और निवेशकों को 136 फीसदी रिटर्न देकर खुद को एक बार फिर चर्चा में ला दिया.

मिडकैप में सबसे बड़ा खिलाड़ी बना Kernex Microsystems

लक्ष्मी मंथेना की इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण बनाने वाली कंपनी Kernex Microsystems ने मिडकैप कैटेगरी में सबसे बड़ी छलांग लगाई. 27 करोड़ के घाटे से बाहर निकलकर 50 करोड़ का मुनाफा कमाने वाली इस कंपनी ने 224 फीसदी का जबरदस्त रिटर्न दिया. भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में छिपी क्षमता की ये एक मिसाल बन चुकी है.

वहीं, कभी विवादों में घिरी बलराम गर्ग की PC Jeweller ने भी जोरदार वापसी की है. FY24 में जहां 629 करोड़ का घाटा था, वहीं अब 578 करोड़ रुपये का मुनाफा दिखाते हुए कंपनी के शेयरों में 138% का उछाल आया. निवेशकों की नजर में अब ये कंपनी ‘डिस्ट्रेस्ड ज्वेल’ से ‘वैल्यू ज्वेल’ बन चुकी है.

टाटा स्टील और पिरामल एंटरप्राइजेज की वापसी

टाटा स्टील ने एक ओर जहां 4,910 करोड़ के घाटे से मुनाफे में वापसी की (3,174 करोड़ का लाभ), वहीं शेयर ने अभी 8 फीसदी का नुकसान दिखाया है. विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर स्टील प्राइस में सुधार आया, तो टाटा स्टील आगे बड़ी छलांग ले सकता है. टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष नोएल नवल टाटा हैं और उनके देख-रेख में कंपनी का काम होता है.

पिरामल एंटरप्राइजेज ने 1,684 करोड़ के घाटे से निकलकर 485 करोड़ का मुनाफा कमाया, और 46% रिटर्न दिया. भले ही रिटर्न ज्यादा ना हो, लेकिन इसका स्ट्रक्चरल रीकंस्ट्रक्शन अब रंग लाता दिख रहा है. अजय पीरामल कंपनी के मौजूदा मालिक हैं.

रिन्यूएबल-रियल एस्टेट सेक्टर की नई ऊर्जा, फार्मा भी आगे

नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियों में Inox Wind Energy और GMR Power ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. Inox ने 89 करोड़ के घाटे से 423 करोड़ के मुनाफे तक पहुंचकर 57% रिटर्न दिया, जबकि GMR Power ने 82 करोड़ के घाटे से 1,738 करोड़ के लाभ तक का सफर तय कर 63% रिटर्न दिया. संजीव अग्रवाल कंपनी के सीईओ हैं और GMR Power की कमान GM रॉव संभालते हैं.

वहीं अनलजीत सिंह की Max Estates और अमित रमानी की Awfis Space Solutions ने रियल एस्टेट क्षेत्र में नई जान फूंकी. Max Estates ने 46 फीसदी और Awfis ने 69 फीसदी का रिटर्न दिया.

Glenmark Pharma ने 1,831 करोड़ के घाटे से उबरकर 1,047 करोड़ का लाभ दर्ज किया, और शेयरों ने 31 फीसदी का रिटर्न दिया. V-Mart Retail भी मुनाफे में लौटी और 38 फीसदी रिटर्न दिया. ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स का नेतृत्व वर्तमान में ग्लेन सल्दान्हा कर रहे हैं.

क्या ये सुधार स्थायी है?

भले ही कंपनियों की यह वापसी हैरतअंगेज हो, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि हर निवेशक को सतर्क रहना चाहिए.

Motilal Oswal की रिपोर्ट के मुताबिक, FY25 में टॉप 10 कंपनियों ने कुल ईयर-ऑन-ईयर अर्निंग ग्रोथ का 97 फीसदी हिस्सा दिया, जबकि FY24 में यह आंकड़ा 50 फीसदी था. इसका मतलब है कि ग्रोथ अभी सीमित कंपनियों में केंद्रित है.

इन 40 कंपनियों की कहानियां दिखाती हैं कि घाटे में चल रही कंपनियां भी मुनाफे का स्वर्ण अवसर बन सकती हैं. लेकिन यह भी जरूरी है कि निवेशक केवल पिछले रिटर्न देखकर निवेश न करें, बल्कि यह जांचें कि क्या कंपनी की मुनाफे की चाल आगे भी बरकरार रह सकती है.

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जो कंपनियां पहले ही मल्टीबैगर रिटर्न दे चुकी हैं, आने वाले तिमाही नतीजे तय करेंगे कि ये बदलाव असली हैं या फिर शेयर बाजार की एक और चकाचौंध भरी लेकिन अस्थायी कहानी.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.