भारत में 99% मोबाइल ‘मेड इन इंडिया’, हर साल कितने फोन का होता है प्रोडक्शन?
भारत में कुल मोबाइल का केवल 1 फीसदी आयात होता है बाकी मोबाइल फोन मेड इन इंडिया होते हैं. वहीं मोबाइल इंडस्ट्री लाखों लोगों को भी नौकरी देती है.
भारत का इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर फिलहाल 12 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहा है. वहीं हर साल 33 करोड़ मोबाइल फोन का उत्पादन हो रहा है. यह जानकारी सरकारी आंकड़ों में सामने आई हैं.
2014-15 में देश में 1.9 लाख करोड़ के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उत्पादन होता था जो अब बढ़कर 2023-24 में 9.52 लाख करोड़ हो गया है. आईटी मंत्रालय के सचिव एस कृष्णन ने कहा कि, इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का निर्यात 2014-15 38,263 करोड़ रुपये से बढ़कर 2.41 लाख करोड़ हो गया है.
2014-15 में भारत के कुल मोबाइल फोन का 26% ही ‘मेड इन इंडिया’ होता था बाकी फोन का आयात किया जाता था वहीं आज की तारीख में 99.2% मोबाइल फोन भारत में बनते हैं बाकी आयात होते हैं.
2023-24 में मोबाइल फोन का निर्यात लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये था और जो 2014-15 की तुलना में 77 गुना बढ़ गया है. 2014-15 में मोबाइल फोन का निर्यात करीब 1,566 करोड़ रुपये का था जो अब करीब 1,20,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
कृष्णन ने यह भी बताया कि, “पीएलआई योजना के अनुसार कुल रोजगार 1,22,613 हासिल किया गया है, इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र पूरे देश में लगभग 12 लाख लोगों को रोजगार देता है.”
देश में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग बेस तैयार करना भी ‘मेक इन इंडिया’ का दूसरा बड़ा हिस्सा रहा है.
उन्होंने कहा कि, भारत सेमीकंडक्टर मिशन के लॉन्च और स्वीकृत की गई पांच प्रमुख परियोजनाओं के साथ, माइक्रोन से शुरू होकर, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के दो प्रोजेक्ट्स, सीजी पावर की एक परियोजना और कीन्स की आखिरी परियोजना, सेमीकंडक्टर्स का एक मैन्युफैक्चरिंग बेस देश में स्थापित किया जा रहा है.