इंडिगो संकट के बीच बढ़ते हवाई किराए की मनमानी पर सरकार हुई सख्त, सभी रूटों पर लागू किया किराया कैप
इंडिगो के बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसलेशन संकट के बीच सरकार ने अचानक बढ़ रहे हवाई किरायों पर कड़ा रुख अपनाते हुए सभी रूट्स पर फेयर कैप लागू कर दिया है. सरकार ने स्पष्ट किया कि किराये में मनमानी व यात्रियों के शोषण की अनुमति नहीं दी जाएगी. नियमों में गड़बड़ी मिलने पर तुरंत कार्रवाई होगी.
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के परिचालन में आई गंभीर गड़बड़ी के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी प्रमुख रूट्स पर अस्थायी रूप से हवाई किराए की सीमा तय कर दी है यानी फेयर कैप लगा दिया है. यह कदम तब उठाया गया जब यात्रियों ने टिकट की कीमतों में अचानक भारी वृद्धि की शिकायत की थी. यह कैप इसलिए लगाया गया ताकि एअरलाइंस किसी भी तरह की मनमानी या मौकापरस्ती वाली कीमत ना वसूल सकें. इस हफ्ते की शुरुआत में इंडिगो ने चार दिनों में 1,500 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे देशभर में हजारों यात्री फंस गए. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इसे क्रू के लिए नई फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों का पालन करने में “गलत आकलन और योजना में कमी” बताया है.
सरकार ने एयरलाइन्स को दिए निर्देश
इंडिगो संकट को देखते हुए, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 6 दिसंबर को घोषणा की कि उसने सभी प्रभावित क्षेत्रों में “उचित और वाजिब किराया” सुनिश्चित करने के लिए अपने नियामक अधिकार का उपयोग किया है. मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइनों को नए निर्धारित किराया सीमा का पालन करने का आधिकारिक निर्देश जारी किया गया है, जो तब तक प्रभावी रहेगा जब तक परिचालन सामान्य नहीं हो जाता है. मंत्रालय ने कहा कि यह निर्देश यात्रियों, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों और मेडिकल इमरजेंसी के लिए यात्रा करने वालों को अनिश्चितता के इस दौर में “अवसरवादी मूल्य निर्धारण” से बचाने के लिए है. सरकार ने बताया कि यह कदम इसलिए जरूरी था ताकि टिकट कीमतों में डिसिप्लिन बना रहे और यात्रियों का शोषण न हो.
रियल-टाइम नजर रखेगी सरकार
अधिकारियों ने बताया है कि कैप लगाने के साथ अब सरकार हवाई किरायों पर रियल-टाइम में नजर रखेगी. इसके लिए एयरलाइंस के साथ-साथ ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म की भी जांच की जाएगी, ताकि कोई भी कंपनी मनमानी कीमत न लगा सके. मंत्रालय ने साफ चेतावनी दी है कि तय किए गए नियमों में थोड़ी भी गड़बड़ी मिली तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी और किरायों को सही स्तर पर लाया जाएगा.
हालात सामान्य होने पर होगी इसकी समीक्षा
मंत्रालय ने यह भी कहा है कि यह कैप एक अस्थायी स्थिरीकरण उपाय है और इंडिगो के परिचालन सामान्य होने पर इसकी समीक्षा की जाएगी.
15 दिसंबर तक हालात सामान्य होने की उम्मीद
इससे पहले, इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने शुक्रवार को मांगी मांगते हुए कहा था कि उड़ान की स्थिति 10 से 15 दिसंबर के बीच सामान्य होने की उम्मीद है.