बच्चों की प्लेट से सेहत गायब! फोन ऐप्स पर जंक फूड की बाढ़! Blinkit पर 62% और Zepto पर 58% प्रोडक्ट UPF निकले
WHO और ICRIER की रिपोर्ट में सामने आया कि महामारी के बाद भारत में UPF की बिक्री तेजी से बढ़ी है. चॉकलेट, स्नैक्स, ड्रिंक्स और रेडी-टू-ईट फूड्स की बिक्री 10% से अधिक बढ़ चुकी है. भारत की फूड हैबिट अब पारंपरिक भोजन से हटकर पैकेज्ड फूड की ओर खतरनाक तरीके से बदल रही है.
Ultra-processed food: भारत में तेजी से बदलती लाइफस्टाइल के बीच एक चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है. स्कूल से लौटते ही बच्चे या युवा तुरंत मोबाइल खोलकर नूडल्स, चिप्स, ड्रिंक्स या चॉकलेट ऑर्डर कर देते हैं. यह सुविधा जितनी आसान है, उतनी ही खतरनाक भी है. एक नए सर्वे ने दिखाया है कि जो खाना हम Blinkit, Zepto या Instamart पर देख रहे हैं उसका बड़ा हिस्सा जंक या अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड है, और यही भारत की सेहत के लिए नया खतरा बन रहा है.
क्विक-कॉमर्स ऐप्स पर आधे से ज्यादा सामान UPF
LocalCircles के एक सर्वे के अनुसार-
- Blinkit पर 62% खाने की चीजें UPF हैं
- Zepto पर 58%
- Swiggy Instamart पर 54%
यानी हर दो में से एक आइटम जंक या हाई-फैट, हाई-शुगर, हाई-सॉल्ट (HFSS) वाला है. ये वही चीजें हैं जो बच्चे सबसे ज्यादा ऑर्डर करते हैं. इसमे बिस्किट, कोल्ड ड्रिंक, चिप्स, नूडल्स, चॉकलेट और आइसक्रीम शामिल है.
बच्चे लत का शिकार
सर्वे में शामिल 277 जिलों के 24,000 लोगों में से 39% माता-पिता ने बताया कि उनके बच्चे नियमित रूप से इन ऐप्स से UPF मंगाते हैं. ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर इतना बड़ा विकल्प होने से बच्चों के लिए इनसे दूर रहना मुश्किल हो जाता है. साथ ही 10 में से 9 माता-पिता चाहते हैं कि ऐप्स पर भी रेड वार्निंग लेबल दिखाया जाए ताकि बच्चे समझ सकें कि कौन-सी चीज स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. लेकिन फिलहाल, ज्यादातर ऐप्स ऐसी कोई जानकारी नहीं देते.
ICMR और NIN की गंभीर चेतावनी
पिछले साल ICMR और NIN ने साफ कहा था कि UPF फाइबर में कम, पोषक तत्वों में कम और चीनी, नमक व तेल में अत्यधिक होते हैं. इनका स्वाद ऐसा होता है कि ये जल्दी लत लगा देते हैं, और इनकी उपलब्धता पूरे देश में इतनी आसान है कि लोग इन्हें रोजमर्रा के खाने में शामिल करने लगे हैं. विशेषज्ञों के अनुसार UPF ज्यादा खाने से मोटापा, डायबिटीज, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, तेज बुढ़ापा, जैसी बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. Economic Survey ने भी बताया कि भारत के 56% से ज्यादा रोगों की जड़ अस्वास्थ्यकर भोजन है, जिसमें जंक फूड मुख्य भूमिका निभा रहा है.
जंक फूड का बाजार तेजी से बढ़ रहा है
WHO और ICRIER की रिपोर्ट में सामने आया कि महामारी के बाद भारत में UPF की बिक्री तेजी से बढ़ी है. चॉकलेट, स्नैक्स, ड्रिंक्स और रेडी-टू-ईट फूड्स की बिक्री 10% से अधिक बढ़ चुकी है. विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत की फूड हैबिट अब पारंपरिक भोजन से हटकर पैकेज्ड फूड की ओर खतरनाक तरीके से बदल रही है.
संसद में भी उठा मुद्दा
इस हफ्ते संसद में BJP सांसद तेजस्वी सूर्या ने UPF को “परंपरागत भोजन के लिए खतरा” बताया और तीन बड़े कदम सुझाए:
- UPF की स्पष्ट परिभाषा
- फ्रंट-ऑफ-पैक वार्निंग लेबल
- टैक्स और विज्ञापन पर सख्त नियम
- चिली, मैक्सिको और ब्राज़ील की तरह भारत में भी ऐसी नीतियां लागू करने की मांग बढ़ रही है.
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