CBI रेड के बाद अनिल अंबानी ने तोड़ी चुप्पी, SBI के ₹2929 करोड़ फ्रॉड केस में सभी आरोपों को बताया गलत
रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की ओर से दर्ज किए गए 2,929 करोड़ रुपये के कथित बैंक फ्रॉड केस पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बयान जारी किया है. अंबानी ने कहा कि यह मामला करीब 10 साल पुराना है और उस समय वे कंपनी में केवल नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर थे, इसलिए रोजाना के संचालन या वित्तीय फैसलों से उनका कोई लेना-देना नहीं था.
Anil Ambani on SBI Fraud Claim: रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल अंबानी ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की शिकायत पर दर्ज किए गए 2,929 करोड़ रुपये के कथित बैंक फ्रॉड मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए अपना पक्ष रखा है. अंबानी का कहना है कि यह पूरा विवाद करीब 10 साल पुराने लेन-देन से जुड़ा हुआ है, और उस दौरान वे कंपनी में सिर्फ नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे. यानी कंपनी के रोजमर्रा के संचालन या किसी फैसले में उनकी कोई सीधी भूमिका नहीं थी.
“निशाना बनाया जा रहा”
अनिल अंबानी की ओर से जारी बयान में साफ कहा गया है कि उन्हें इस मामले में “चुनिंदा तरीके से निशाना बनाया जा रहा है”. जबकि SBI खुद अपने आदेश से पांच अन्य नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स के खिलाफ की गई कार्यवाही को पहले ही वापस ले चुका है. बयान में आगे कहा गया कि फिलहाल रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) का नियंत्रण पूरी तरह से कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (CoC) और रेजोल्यूशन प्रोफेशनल के पास है. यह मामला पिछले 6 सालों से NCLT, सुप्रीम कोर्ट और दूसरे न्यायिक मंचों पर विचाराधीन है. इसलिए इसे अंबानी या उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी से जोड़ना ठीक नहीं है.
सभी आरोपों को किया खारिज
अनिल अंबानी ने साफ किया कि वे सभी आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हैं और कानूनी प्रक्रिया के तहत अपना बचाव मजबूती से करेंगे. इस पूरे घटनाक्रम से पहले, शनिवार, 23 अगस्त को CBI की टीम ने मुंबई स्थित अनिल अंबानी के घर पर तलाशी ली थी. यह छापेमारी उस FIR के आधार पर की गई थी, जिसे CBI ने SBI की शिकायत पर दर्ज किया है. इस FIR में रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड, अनिल अंबानी, अज्ञात सरकारी अधिकारियों और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं.
क्या है शिकायत?
SBI ने CBI को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि रिलायंस कम्युनिकेशंस और उसके समूह ने 2,929.05 करोड़ रुपये का नुकसान बैंक को पहुंचाया. यही मामला अब कानूनी जांच का विषय बना हुआ है. अनिल अंबानी का यह बयान इस मायने में अहम माना जा रहा है कि पिछले कई सालों में उन पर और उनकी कंपनियों पर कर्ज और डिफॉल्ट को लेकर गंभीर सवाल उठते रहे हैं. लेकिन इस बार उन्होंने सार्वजनिक रूप से साफ किया कि वे आरोपों को राजनीतिक और व्यावसायिक रूप से प्रेरित मानते हैं और उनका कानूनी सामना करेंगे.
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