अनिल अंबानी की कंपनियों का गिरना क्यों तय हो गया था? SBI रिपोर्ट से खुलासा
एसबीआई की रिपोर्ट में अनिल अंबानी की कंपनियों द्वारा लोन के दुरुपयोग का बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार ₹13,667 करोड़ यानी 44 प्रतिशत रकम पुराने कर्ज चुकाने में गई जबकि ₹12,692 करोड़ ग्रुप की ही कंपनियों को ट्रांसफर किया गया. इसके अलावा ₹6,265 करोड़ अन्य बैंकों के लोन चुकाने में उपयोग हुआ और कई पेमेंट्स पर सवाल उठे हैं. देना बैंक से लिए गए ₹250 करोड़ का पैसा दूसरी कंपनी को इंटर-कॉरपोरेट डिपॉजिट (ICD) के रूप में ट्रांसफर किया गया और कहा गया कि इसका उपयोग विदेशी कर्ज चुकाने में हुआ.
आरकॉम, आरआईटीएल और आरटीएल ने कुल ₹41,863 करोड़ के इंटर-कॉरपोरेट ट्रांजैक्शन किए, जिनमें ₹28,421 करोड़ के इस्तेमाल की जानकारी स्पष्ट नहीं है. अनिल अंबानी ने जल्दबाजी में कई प्रोजेक्ट्स शुरू किए, जिनकी लागत काफी ज्यादा रही और उनसे रिटर्न नहीं मिला. उन्होंने किसी एक व्यापार पर फोकस नहीं किया और बिना रणनीति के कर्ज लेकर निवेश करते गए. 2008 की मंदी ने भी उनके कारोबार को झटका दिया. एक समय टॉप अमीरों में शामिल अनिल अंबानी की कंपनियां आज बिकने की कगार पर हैं.
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