अटारी-वाघा बॉर्डर बंद से सातवें आसमान पर पहुंचे अफगानी ड्राई फ्रूट्स के दाम, 20% तक महंगा हुआ पिस्‍ता

पहलगाम हमले के बाद से अटारी-वाघा बॉर्डर बंद कर दिया गया है. इसका असर अफगानी ड्राई फ्रूट्स पर पड़ रहा है. सबसे ज्‍यादा असर पिस्‍ता की कीमतों पर पड़ रहा है. खूबानी, अखरोट समेत दूसरे सूखे मेवों की कीमतों में भी उछाल आया है, आने वाले दिनों में इसमें और इजाफा होने की आशंका है.

महंगे हुए अफगान ड्राई फ्रूट्स Image Credit: money9

Attari-Wagah border seal impact: कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अटारी-वाघा बॉर्डर बंदर कर दिया था. इससे दोनों देशों के बीच होने वाले ट्रेड पर प्रभाव पड़ा है. इसका असर अफगानिस्तान से आने वाले ड्राई फ्रूट्स और मसालों की आपूर्ति पर पड़ा है. सबसे ज्‍यादा महंगा पिस्‍ता हुआ है, इसकी कीमतें करीब 20 फीसदी तक बढ़ गई हैं. भारत अपनी जरूरत का 90% सूखा अंजीर, हींग, 50% केसर, सूखे खुबानी और मुनक्का अफगानिस्तान से मंगाता है, लेकिन पांबदी के चलते अब इनके दाम 15-20% बढ़ने की आशंका है.

ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक नट्स एंड ड्राई फ्रूट्स काउंसिल ऑफ इंडिया (NDFCI) के संस्थापक निदेशक रविंद्र मेहता का कहना है कि पिस्ता की कीमतों में पिछले कुछ हफ्तों में करीब 20% का उछाल आया है. पिस्ता की गिरी के दाम 400 रुपये प्रति किलो बढ़कर 2,600-2,700 रुपये प्रति किलो हो गए हैं. आने वाले हफ्तों में इनमें और इजाफा हो सकता है. चूंकि आइसक्रीम में इस्तेमाल होने वाला पिस्ता अमेरिका और ईरान से आता है, जबकि भारतीय मिठाइयों जैसे बर्फी में अफगानी पिस्ता अपनी खास खुशबू और स्वाद के लिए इस्तेमाल होता है. मगर बॉर्डर सील होने से इनकी कीमतों पर असर पड़ सकता है.

ये सूखे मेवे भी होंगे महंगे

ईटी की रिपोर्ट में NDFCI के अध्यक्ष गुनजन जैन के हवाले से बताया गया कि अफगानिस्तान का भारत के साथ 500 मिलियन डॉलर का सालाना व्यापार है, जो इस बॉर्डर सील के चलते बुरी तरह प्रभावित होगा. अफगानी ड्राई फ्रूट्स की आपूर्ति में कमी से अंजीर, मुनक्का और अन्य उत्पादों के दाम में भी बेतहाशा बढ़ोतरी होगी. मुनक्का, जो बिरयानी और कुछ खास व्यंजनों में इस्तेमाल होता है, उसकी कीमतें भी बढ़ेंगी. भारत में मुनक्का का उत्पादन कम होने और रमजान में ताजा अंगूरों की ज्यादा खपत से किशमिश के दाम पहले ही 35% बढ़ चुके हैं. अब मुनक्का के आयात में कमी से ये और महंगे होंगे.

40 फीसदी तक बढ़े दाम

वैश्विक स्तर पर भी पिस्ता, काजू और अखरोट के दाम बढ़ रहे हैं. पिछले साल जून से बादाम के दाम 40% बढ़े हैं, क्योंकि कैलिफोर्निया और ऑस्ट्रेलिया में फसल कम हुई. ईरान और कैलिफोर्निया में पिस्ता की फसल घटने से इसके दाम 20% बढ़े हैं.

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वैकल्पिक रास्‍ते की तलाश

सूत्रों के मुताबिक अफगानी व्यापारी अब ईरान के चाबहार बंदरगाह जैसे वैकल्पिक रास्तों पर विचार कर रहे हैं, लेकिन इसमें लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर की चुनौतियां शामिल हैं. अफगान चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कॉम एयर और एरियाना एयरलाइंस के साथ बैठक कर काबुल से भारत तक हवाई मार्ग से ड्राई फ्रूट्स के निर्यात की संभावनाएं तलाशने की बात कही है.