इस सरकारी बैंक ने सस्ता कर दिया होम लोन, घटकर इतने पर आ गई ब्याज दर
BOB Home Loan: वित्तीय संस्थान ने घोषणा की कि बैंक ने नए उधारकर्ताओं के लिए प्रोसेसिंग फीस भी माफ कर दी है. यह कदम जून में पहले की गई दरों में कटौती के बाद उठाया गया है. इस नई कटौती से यह सुनिश्चित होने की उम्मीद है कि घर खरीदना अधिक किफायती हो जाएगा.
BOB Home Loan: पब्लिक सेक्टर के लेंडर बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने होम लोन की ब्याज दरों में कटौती की है. बैंक ने होम लोन की ब्याज दरों को घटाकर 7.45 फीसदी प्रति वर्ष कर दिया है. पहले यह ब्याज दर 7.50 फीसदी थी. वित्तीय संस्थान ने घोषणा की कि बैंक ने नए उधारकर्ताओं के लिए प्रोसेसिंग फीस भी माफ कर दी है. यह कदम जून में पहले की गई दरों में कटौती के बाद उठाया गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नीतिगत रेपो रेट में कटौती के बाद वित्तीय संस्थान ने अपने होम लोन की दरों को 8.00 फीसदी से घटाकर 7.50 फीसदी कर दिया था.
किफायती हो जाएगा घर खरीदना
इस नई कटौती से यह सुनिश्चित होने की उम्मीद है कि घर खरीदना अधिक किफायती हो जाएगा और देश के आवास क्षेत्र में मांग को प्रोत्साहित करने के सरकार के व्यापक आर्थिक उद्देश्य का समर्थन करेगा. बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यकारी निदेशक संजय मुदलियार ने कहा कि हम घर के स्वामित्व को और अधिक सुलभ बनाने की अपनी प्रतिबद्धता की दिशा में काम करना जारी रखते हैं. इस नई कटौती का उद्देश्य नागरिकों की आकांक्षाओं का समर्थन करना और ऋण वृद्धि को बढ़ावा देना है.
घर बैठे लोन के लिए कर सकते हैं अप्लाई
प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों के अलावा, बैंक ऑफ बड़ौदा होम लोन के लिए पूरी तरह से डिजिटल आवेदन प्रक्रिया प्रदान करता है. ग्राहक बैंक की वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं या अधिक जानकारी के लिए निकटतम ब्रान्च में जा सकते हैं. यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बैंक ऑफ बड़ौदा देश के पब्लिक सेक्टर के टॉप बैंकों में से एक है. यह दुनियाभर में 165 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सर्विस प्रदान करता है और 17 देशों में इसकी उपस्थिति है.
रेपो रेट में हुई थी कटौती
6 जून 2025 को RBI ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की और कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी. फरवरी 2025 के बाद से लगातार मॉनिटरी पॉलिसी समिति (MPC) की बैठकों में RBI की यह तीसरी रेपो रेट कटौती थी. रेपो रेट में कटौती से पर्सनल लोन और अन्य लोन पर ब्याज दरों में कमी आती है, जिसका असर अब देखने को मिल रहा है.