20000 को Airtel के सुनील मित्तल ने बनाए 11.45 लाख करोड़, पिछड़ गई TCS; कभी बेचते थे साइकिल पार्ट्स

भारती एयरटेल ने दिग्गज कंपनी TCS को पछाड़कर भारत की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी का तमगा हासिल कर लिया. सोमवार को Airtel के शेयरों में 1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. इससे इसका मार्केट वैल्यू 11.45 लाख करोड़ रुपये हो गया. यह TCS से 2,220 करोड़ रुपये ज्यादा है. आइए, जानते हैं कि कैसे सुनिल मित्तल ने भारती एयरटेल को भारत के टेलीकॉम सेक्टर में एक टॉप नाम बनाया.

70 साल के सुनिल मित्तल ने कैसे टाटा जैसे दिग्गज को पछाड़ा Image Credit: Money9live

Bharti Airtel: नथिंग इज परमानेंट– यह कथन हर बार अपने आप को को प्रूफ करता है. इस बार भी किया. दरअसल, भारती एयरटेल ने दिग्गज कंपनी TCS को पछाड़कर भारत की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी का तमगा हासिल कर लिया. एक समय में मात्र 20000 रुपये से साइकिल का कारोबार शुरू करने वाले सुनील मित्तल ने कैसे 11.45 लाख करोड़ रुपये का विशाल साम्राज्य खड़ा किया? पंजाब के लुधियाना में एक साधारण परिवार में जन्मे सुनील ने मेहनत और लगन के बल पर सफलता के शिखर को छुआ. फर्श से अर्श तक का उनका सफर न केवल एक सघंर्ष को दिखाता है, बल्कि मजबूत विजन से असंभव को संभव बनाया जा सकता है. आइए, जानते हैं कि कैसे सुनील मित्तल ने भारती एयरटेल को भारत के टेलीकॉम सेक्टर में एक टॉप नाम बनाया.

TCS को पछाड़ बनी भारत की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी

Bharti Airtel ने TCS को पीछे छोड़कर भारत की तीसरी सबसे कीमती लिस्टेड कंपनी बनने का गौरव हासिल किया है. सोमवार को Airtel के शेयरों में 1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. इससे इसका मार्केट वैल्यू 11.45 लाख करोड़ रुपये हो गया. यह TCS से 2,220 करोड़ रुपये ज्यादा है. रिलायंस इंडस्ट्रीज 19.3 लाख करोड़ रुपये के मार्केट वैल्यू के साथ देश की सबसे बड़ी कंपनी बनी हुई है.

HDFC बैंक 15.3 लाख करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर है. साल 2025 में TCS का मार्केट वैल्यू 3.4 लाख करोड़ रुपये कम हुआ है. यह पहली बार नहीं है जब Airtel ने TCS को मार्केट वैल्यू में पीछे छोड़ा हो. इससे पहले अक्टूबर 2009 में ऐसा हुआ था. लेकिन यह पहला मौका है जब एयरटेल भारत की तीसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी बनी है. तीन साल पहले यह कंपनी 10वें स्थान पर थी. Q4’25 में रेवेन्यू 47,876 करोड़ रुपये है, जो पिछले साल की तुलना में 27.3 फीसदी बढ़ा. Q4’25 में EBITDA 27,404 करोड़ रुपये रहा, जबकि Q4’24 में यह 19,590 करोड़ रुपये था. मार्केट कैप के हिसाब से मौजूदा समय में ये है भारत की टॉप 10 कंपनियां-

कंपनी का नाममार्केट कैप (लाख करोड़ रुपये में)
रिलायंस इंडस्ट्रीज19.33
HDFC बैंक15.34
भारती एयरटेल11.45
TCS11.43
ICICI बैंक10.46
SBI7.36
इन्फोसिस6.58
बजाज फाइनेंस5.90
LIC5.87
HUL5.79

तो ऐसे हुई सफर की शुरूआत…

सुनील मित्तल का जन्म 23 अक्टूबर 1957 लुधियाना में एक साधारण परिवार में हुआ था. हांलाकि बाद में उनके पिता सतपाल मित्तल दो बार सांसद रहे, लेकिन सुनील ने अपने दम पर अपनी पहचान बनाई. उनकी शुरूआती पढ़ाई मसूरी के बिनबर्ग स्कूल और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल में हुई. पढ़ाई पूरी करने के बाद के बाद सुनील ने अपने पिता से 20,000 रुपये उधार लिए और साइकिल के पार्ट्स बनाने का छोटा-सा कारोबार शुरू किया. महज तीन साल में ही उन्होंने तीन यूनिट्स बना लीं. इस कारोबार में मुनाफा भी हुआ, लेकिन सुनील के इरादे कुछ और ही थे. उन्होंने साइकिल का कारोबार बेच दिया और इलेक्ट्रिक पावर जनरेटर का काम शुरू किया. लेकिन 1983 में सरकार के कड़े नियम और जनरेटर के निर्यात पर रोक ने उनके कारोबार को बड़ा झटका दिया.

साइकिल और जनरेटर के बिजनेस के बाद सुनील ने अपने सोच को बड़ा उड़ान दिया. उन्होंने ताइवान से बीटेल फोन आयात करना शुरू किया. साल 1992 में भारत सरकार ने पहली बार मोबाइल फोन सेवाओं के लिए लाइसेंस देने का फैसला किया. सुनील ने मौके को भुनाया और सेलुलर सर्कल का लाइसेंस हासिल कर लिया. साल 1995 में उन्होंने भारती सेलुलर लिमिटेड (BCL) की स्थापना की और इसके तहत एयरटेल ब्रांड लॉन्च किया. साल 2008 तक एयरटेल के ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ी और यह भारत के टेलीकॉम सेक्टर का बड़ा नाम बन गया.

TCS को पछाड़ने के पीछे ये हैं कारण

Airtel ने लगातार अच्छे तिमाही नतीजे दिए हैं. कंपनी की औसत प्रति ग्राहक आय (ARPU) 200 रुपये से ज्यादा है. यह इस इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा है. पहले घाटे में चल रही कंपनी अब अच्छा मुनाफा कमा रही है. Airtel ने भारत के शहरों में तेजी से 5G सेवाएं शुरू की हैं. इससे यह अपने कॉम्पीटीर से आगे निकल गया. इसके अलावा, एयरटेल पेमेंट्स बैंक, विंक म्यूजिक, एक्सस्ट्रीम (OTT) और IoT जैसी डिजिटल सेवाओं ने कंपनी को और मजबूत किया.

भारत में डिजिटल खपत बढ़ने के कारण ग्लोबल निवेशक टेलीकॉम सेक्टर की ओर आकर्षित हो रहे हैं. एयरटेल की मजबूत गवर्नेंस और गूगल जैसे बड़े पार्टनर्स के साथ साझेदारी ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है. दूसरी ओर, TCS और अन्य IT कंपनियों को ग्लोबल आर्थिक मंदी, अमेरिका-यूरोप में टेक खर्च में कमी और मुनाफे पर दबाव का सामना करना पड़ रहा है. इससे TCS के शेयरों में 22 फीसदी तक की गिरावट आई. वहीं एयरटेल के शेयर 20.2 फीसदी बढ़े.

जानकारीBharti Airtel Ltd (रुपए में.)Tata Consultancy Services Ltd (TCS) (रुपए में.)
शेयर प्राइस (22 जुलाई)1890.853175.10
पिछले दिन का बंद भाव1908.753158.40
ओपनिंग प्राइस1908.753160.90
हाई प्राइस (22 जुलाई)1910.053175.75
लो प्राइस (22 जुलाई)1883.003154.25
52 हफ्तों का हाई2045.504585.90
52 हफ्तों का लो1422.303060.25
टर्नओवर (करोड़ ₹ में)3.8011.27
ट्रेडिंग क्वांटिटी (लाख)0.20 लाख0.36 लाख
मार्केट कैप 11.45 लाख करोड़11.43 लाख करोड़
EPS (टीटीएम)38.56132.82
PE / PB रेशियों49.03 / 11.1323.94 / 13.73
ROE (रिटर्न ऑन इक्विटी)22.71 फीसदी57.38 फीसदी
फेस वैल्यू51

सुनील मित्तल की संपत्ति

सुनील मित्तल की नेटवर्थ 22.5 अरब डॉलर है. उनकी भारती एयरटेल में 25 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा, भारती एंटरप्राइजेज और दूसरी होल्डिंग कंपनियों में भी उनकी हिस्सेदारी है. एयरटेल का कारोबार 17 देशों में फैला है और इसके 49 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं. सुनील की ब्रूकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट में भी 50 फीसदी हिस्सेदारी है.

शेयर बाजार में भी बेहतर प्रदर्शन

एयरटेल के शेयरों का प्रदर्शन शानदार रहा है. इस साल जनवरी से इसके शेयर 20.2 फीसदी तक बढ़े हैं. वहीं निफ्टी50 इंडेक्स में 6 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई. एक्सपर्ट्स का मानना है कि टेलीकॉम सेक्टर में कम होता कॉम्पिटिशन और कंपनी का घटता पूंजी खर्च एयरटेल को और मजबूत करेगा. जेफरीज जैसे ब्रोकरेज हाउस ने एयरटेल को ‘खरीदें’ की रेटिंग दी है और इसका 12 महीने का टारगेट प्राइस 2,370 रुपये रखा है.

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