अक्टूबर में कोर सेक्टर की ग्रोथ 14 महीने के सबसे निचले स्तर पर आई, नैचुरल गैस और बिजली उत्पादन में गिरावट
India Core Sector Growth: स्टील और सीमेंट में मजबूती के बावजूद कोयला, नैचुरल गैस और बिजली के उत्पादन में गिरावट से कुल इंडेक्स नीचे आया. कमजोर प्रिंट मुख्य इंडस्ट्रियल कैटेगरी में मोमेंटम में बड़े पैमाने पर कमी दिखाता है, भले ही स्टील और सीमेंट जैसे कुछ बड़े इंडस्ट्रियल कैटेगरी में बढ़ोतरी जारी रही.
India Core Sector Growth: अक्टूबर में भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट साल-दर-साल लगभग फ्लैट रहा है. यह इंडेक्स, जो आठ सेक्टर में एक्टिविटी को ट्रैक करता है और देश के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन का 40 फीसदी हिस्सा है, सितंबर में रिवाइज्ड 3.3 फीसदी की दर से बढ़ा. गुरुवार को सरकारी डेटा से पता चला कि अक्टूबर 2025 में कोयले का प्रोडक्शन अक्टूबर 2024 के मुकाबले 8.5 फीसदी कम हुआ. इसी तरह, पिछले साल इसी समय के मुकाबले अक्टूबर में कच्चे तेल का प्रोडक्शन 1.2 फीसदी कम हुआ था.
फर्टिलाइजर प्रोडक्शन में इजाफा
अक्टूबर 2025 में फर्टिलाइजर प्रोडक्शन एक साल पहले के मुकाबले 7.4 फीसदी बढ़ा. वहीं, स्टील प्रोडक्शन अक्टूबर में सालाना आधार पर 6.7 फीसदी बढ़ा. अक्टूबर 2025 में नैचुरल गैस का प्रोडक्शन एक साल पहले के मुकाबले 5 फीसदी कम हुआ. हालांकि, पेट्रोलियम रिफाइनरी आउटपुट में अक्टूबर में साल-दर-साल आधार पर 4.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
कोर इंडस्ट्रीज
ICI आठ कोर इंडस्ट्रीज यानी सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, बिजली, फर्टिलाइजर, नैचुरल गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स और स्टील के प्रोडक्शन के कुल और अलग-अलग परफॉर्मेंस को मापता है. आठ कोर इंडस्ट्रीज इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) में शामिल चीजो के कुल वेटेज का 40.27 फीसदी हिस्सा हैं.
डिमांड पर असर क्यों?
कोर सेक्टर पर ICRA लिमिटेड की चीफ इकोनॉमिस्ट अदिति नायर ने कहा, ‘अक्टूबर 2025 में कोर आउटपुट पिछले साल के लेवल के मुकाबले फ्लैट रहा, जबकि पिछले महीने इसमें 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. अधिक बारिश ने अक्टूबर में माइनिंग एक्टिविटी और पावर डिमांड पर असर डाला, जिससे महीने में कोयले का आउटपुट और बिजली जेनरेशन में क्रमशः 8.5 फीसदी और 7.6 फीसदी की तेज गिरावट आई.
स्टील आउटपुट में ग्रोथ
इसके अलावा, स्टील आउटपुट में ग्रोथ पिछले महीने के डबल-डिजिट से तेजी से घटकर छह महीने के सबसे निचले स्तर 6.7% पर आ गई, हालांकि इसका कुछ कारण खराब बेस भी था और 2025 में फेस्टिव सीजन जल्दी शुरू होने वाला था. माइनिंग और इलेक्ट्रिसिटी सेगमेंट के परफॉर्मेंस में गिरावट को देखते हुए, ICRA को उम्मीद है कि IIP ग्रोथ अक्टूबर 2025 में सितंबर 2025 के 4.0 फीसदी से कुछ कम होकर 2.5-3.5 फीसदी हो जाएगी, जबकि GST रेट को रैशनलाइज करने और उसके बाद रीस्टॉकिंग के कारण फेस्टिव सीजन के दौरान ज्यादा डिमांड से मैन्युफैक्चरिंग में ग्रोथ अच्छी रहने की संभावना है.’