डॉलर की मजबूती से सोने की चमक फीकी, 600 रुपये की गिरावट, चांदी भी 2000 रुपये टूटकर भारी दबाव में
डॉलर की मजबूती और कमजोर ग्लोबल संकेतों की वजह से गुरुवार को घरेलू बाजार में सोना 600 रुपये और चांदी 2,000 रुपये टूट गई. अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी गोल्ड और सिल्वर दबाव में हैं, जबकि फेड की अगली ब्याज दर नीति पर निवेशकों की नजरें टिकी हैं.
Gold Rate in India: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर रुझान और डॉलर की मजबूती ने गुरुवार को सोने-चांदी के दामों पर दबाव बढ़ा दिया. निवेशकों की सुरक्षित पनाहगाह वाली मांग कमजोर होने के साथ-साथ अमेरिका से जुड़ी आर्थिक अनिश्चितताओं ने भी कीमती धातुओं की कीमतों को नीचे धकेला. घरेलू बाजार में सोना 600 रुपये गिर गया, जबकि चांदी में 2,000 रुपये की बड़ी गिरावट देखी गई.
घरेलू बाजार में सोना 600 रुपये टूटा
दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 99.5% शुद्धता वाला 600 रुपये टूटकर 1,26,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. टैक्स सहित इसकी कीमत 1,26,100 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. चांदी की कीमत 2,000 रुपये लुढ़ककर 1,58,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. ट्रेडर्स के अनुसार कमजोर ग्लोबल क्यूज़ और डॉलर की मजबूती की वजह से घरेलू बाजार में भी कीमतों का दबाव बढ़ा.
अमेरिका की नीति अनिश्चितता से बढ़ा दबाव
HDFC Securities के कमोडिटी एनालिस्ट साउमिल गांधी का कहना है कि डॉलर की मजबूती और यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका के नए प्रयासों से सेफ-हेवन डिमांड कम हुई. उन्होंने बताया कि हालात तब और बिगड़े, जब अमेरिकी श्रम ब्यूरो ने अक्टूबर का जॉब्स डेटा जारी न करने का फैसला किया, जिससे फेडरल रिजर्व के लिए आगामी बैठक से पहले महत्वपूर्ण इनपुट उपलब्ध नहीं होंगे. फेड की अक्टूबर बैठक की मिनट्स ने भी यह संकेत दिए कि कई अधिकारी 2025 तक ब्याज दरों को स्थिर रखने के पक्ष में हैं.
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी गिरावट, डॉलर इंडेक्स में बढ़त
अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 16.48 डॉलर या 0.40% गिरकर 4,061.53 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. Mirae Asset ShareKhan के प्रवीण सिंह के अनुसार, हल्की डॉलर मजबूती से स्पॉट गोल्ड 4,060 डॉलर के आसपास नुकसान में ट्रेड कर रहा है.
- डॉलर इंडेक्स 0.03% बढ़कर 100.26 पर पहुंच गया.
- स्पॉट सिल्वर भी 1.22% गिरकर 50.73 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी.
फेड की दर नीति पर बाजार की नजरें टिकी
Augmont Research की रेनीषा चैनानी का कहना है कि सोना-चांदी की कीमतें फिलहाल कंसॉलिडेशन में हैं, और बाजार आने वाले आर्थिक डाटा से फेड की अगली दिशा की प्रतीक्षा कर रहा है. गांधी ने बताया कि सितंबर के नॉन-फार्म पेरोल डाटा से फेड की दिसंबर नीति पर महत्वपूर्ण संकेत मिल सकते हैं.
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने-चांदी की कीमतों में आगे की चाल अमेरिका की आर्थिक रिपोर्ट्स और फेड के रुख पर निर्भर करेगी.
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