अडानी डिफेंस ने 125 साल पुरानी अमेरिकी कंपनी से मिलाया हाथ, भारत में बनेगी ये स्पेशल टेक्नोलॉजी; अब दुश्मनों की खैर नहीं
अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने अमेरिकी कंपनी स्पार्टन (Elbit Systems) के साथ साझेदारी की है ताकि भारत में पहली बार स्वदेशी सोनोबॉय टेक्नोलॉजी का प्रोडक्शन किया जा सके. यह समझौता भारत की नौसैनिक क्षमताओं को मजबूत करने और एंटी-सबमरीन वॉरफेयर (ASW) सॉल्यूशन को आत्मनिर्भर रूप से विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
Adani Defence: भारतीय डिफेंस सेक्टर को मजबूती प्रदान करने के लिए अडानी ग्रुप ने बड़ा कदम उठाया है. भारत के रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में अग्रणी अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने एलबिट सिस्टम्स की कंपनी स्पार्टन (डीलीऑन स्प्रिंग्स एलएलसी) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. यह साझेदारी भारत और ग्लोबल मार्केट के लिए एंटी-सबमरीन वॉरफेयर (ASW) सॉल्यूशंस और जटिल इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स के स्वदेशी उत्पादन की दिशा में एक बड़ा कदम है.
बनी पहली भारतीय कंपनी
इस समझौते के साथ, अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस भारत की पहली प्राइवेट कंपनी बन गई है जो स्वदेशी सोनोबॉय सॉल्यूशंस प्रदान करेगी. यह पहल देश की आत्मनिर्भरता को मजबूत करने की दिशा में अडानी ग्रुप का अहम प्रयास है. इस साझेदारी में स्पार्टन की अत्याधुनिक ASW टेक्नोलॉजी और अडानी डिफेंस की नौसेना के लिए प्रोडक्शन, डेवलपमेंट और रखरखाव की विशेषज्ञता का लाभ मिलेगा.
सोनोबॉय क्या है
सोनोबॉय पनडुब्बियों और पानी के अंदर के खतरों का पता लगाने, उन्हें ट्रैक करने और उनकी स्थिति जानने में अहम भूमिका निभाते हैं. ये एंटी-सबमरीन वॉरफेयर (ASW) और नौसैनिक अभियानों में महत्वपूर्ण हैं. इन्हें समुद्र में तैनात किया जाता है और ये ध्वनि तरंगों (सोनार) के माध्यम से पानी के अंदर की गतिविधियों को ट्रैक करते हैं.
ये पनडुब्बियों से निकलने वाली आवाजों या सोनार सिग्नलों को पकड़ते हैं, और एकत्र की गई जानकारी को रेडियो तरंगों के माध्यम से नौसेना के जहाजों या विमानों तक भेजते हैं. दशकों से भारत इस महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी के लिए इम्पोर्ट पर निर्भर रहा है, लेकिन ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत अब यह टेक्नोलॉजी भारत में ही विकसित की जाएगी.
डील पर स्पार्टन ने जताई खुशी
अडानी एंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष जीत अडानी ने कहा कि बढ़ते हुए अस्थिर समुद्री माहौल में, भारत की अंडरसी युद्ध क्षमताओं को मजबूत करना न केवल एक रणनीतिक प्राथमिकता है, बल्कि संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए भी अनिवार्य है.
वहीं स्पार्टन डिलीऑन स्प्रिंग्स एलएलसी के अध्यक्ष और CEO डोनेली बोहन ने कहा कि मैं अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के साथ साझेदारी करके भारतीय नौसेना की जरूरतों के अनुरूप ASW सॉल्यूशंस प्रदान करने पर गर्व महसूस करता हूं.
यह भी पढ़ें: भारतीय मार्केट पर लगातार दूसरे महीने FPI मेहरबान, 16 मई तक किया 18,000 करोड़ से ज्यादा का निवेश
1900 में बनी थी कंपनी
अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस, अडानी ग्रुप की एक प्रमुख डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है. यह कई प्रकार के डिफेंस और एयरोस्पेस डिवाइसेज़ का प्रोडक्शन करती है, जिसमें हथियार, गोला-बारूद, मिसाइल, ड्रोन और अन्य उपकरण शामिल हैं.
वहीं स्पार्टन डीलीऑन स्प्रिंग्स एलएलसी, एलबिट सिस्टम्स की एक अहम कंपनी है. इसकी स्थापना वर्ष 1900 में हुई थी और यह अमेरिकी डिफेंस सिस्टम में अग्रणी रही है. यह अपनी उन्नत सोनोबॉय टेक्नोलॉजी के लिए जानी जाती है.