Dr Morepan ने लॉन्च किए वैलनेस प्रोडक्ट, 12,000 करोड़ के वेट मैनेजमेंट बाजार में दस्तक
मोरपेन लैबोरेटरीज की सहायक कंपनी डॉ. मोरपेन अब वेलनेस प्रोडक्ट में उतर गई है. कंपनी ने वेट मैनेजमेंट प्रोडक्ट के साथ शुरुआत की है. इन उत्पादों का देश में करीब 12,000 करोड़ रुपये का बाजार है और यह 16 फीसदी वार्षिक की दर से बढ़ रहा है.
डॉ. मोरपेन ने मंगलवार को वेलनेस प्रोडक्ट लॉन्च किए. वेट मैनेटमेंट प्रोडक्ट के साथ कंपनी हेल्थ सेक्टर में पैर पसार रही है. भारत में 16 फीसदी वार्षिक की दर से बढ़ रहे वेट मैनेजमेंट प्रोडक्ट का बाजार फिलहाल 12,000 करोड़ रुपये का है. कंपनी इस बाजार में होने वाली ग्रोथ का फायदा उठाना चाहती है. लाइटलाइफ नाम से लॉन्च किए गए प्रोडक्ट को लेकर कंपनी का दावा है कि इससे भारत में बढ़ते मोटापे की समस्या से निपटने में आम लोगों की मदद मिलेगी.
कंपनी को इस प्रोडक्ट से सालाना में 30 से 35 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय का अनुमान है. इसके साथ ही कंपनी को उम्मीद है 5 साल में इस प्रोडक्ट से होने वाली आय बढ़कर 200 करोड़ रुपये तक हो सकती है. सीएनबीएसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के सीईओ वरुण सूरी का कहना है कि भारत में मोटापे की दर तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में वेट मैनेजमेंट प्रोडक्ट की मांग भी तेजी से बढ़ रही है.
सूरी के मुताबिक भारत में वजन घटाने वाले प्रोडक्ट्स का बाजार 12,000 करोड़ रुपये का है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2035 तक करीब 25 फीसदी भारतीय मोटापे से ग्रस्त होंगे. इस तरह इस क्षेत्र में काम करने की व्यापक संभावनाएं हैं. सूरी ने कहा कि कंपनी की पहल स्लिमबायोम और इंटेलीकैप्स जैसे इनोवेशन के जरिये बैलेंस लाइफस्टाइल को बढ़ावा देने के बारे में है, जो वैज्ञानिक रूप से मान्य समाधानों जरिये लोगों को मोटापे से लड़ने का विकल्प देते हैं.
इसके साथ ही उन्होंने लाइटलाइफ के बारे में बात करते हुए कहा कि यह प्रोडक्ट वजन घटाने के लिए साइंटिफिक तरीकों का इस्तेमाल करता है. इसमें ब्रिटेन में बनाए गए वर्ल्डक्लास प्रीबायोटिक्स, बेल्जियम में बने प्रोबायोटिक्स और फाइबर का इस्तेमाल किया गया है. इनका मकसद पेट के स्वास्थ्य को बढ़ाना, भूख को कम करना है, जो पारंपरिक कैलोरी गिनने के तरीकों या प्रतिबंधात्मक तरीकों से अलग है. पुराने तरीकों से वजन कम करने पर शरीर को कई तरह से गंभीर नुकसान भी पहुंचा सकता है.