Dream11 का नया अवतार पता चला? 8 स्टार्टअप्स में बंट गई ड्रीम स्पोर्ट्स, जानें- अब ऐप पर क्या होगा

Dream11 New Avatar: इसे अब एक स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म के तौर पर रीपोजीशन किया गया है, क्योंकि हाल ही में आए ऑनलाइन गेमिंग कानून ने इसके कोर बिजनेस मॉडल को डिस्टर्ब कर दिया था, जिससे इसका 95 फीसदी रेवेन्यू और सारा प्रॉफिट खत्म हो गया था.

Dream11 का नया अवतार Image Credit: Money9live

Dream11 New Avatar: अगस्त में देश में रियल-मनी गेमिंग बैन के बाद के महीनों में स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी की बड़ी कंपनी ड्रीम स्पोर्ट्स आठ ‘स्टार्टअप्स’ में बंट गई है, जिनमें से हर एक के अपने लीडर हैं. यह कदम Dream11 की पेरेंट कंपनी में एक बड़ा रीस्ट्रक्चरिंग है, जिसे अब एक स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म के तौर पर रीपोजीशन किया गया है, क्योंकि हाल ही में आए ऑनलाइन गेमिंग कानून ने इसके कोर बिजनेस मॉडल को डिस्टर्ब कर दिया था, जिससे इसका 95 फीसदी रेवेन्यू और सारा प्रॉफिट खत्म हो गया था.

ड्रीम स्पोर्ट्स का नया स्ट्रक्चर क्या है?

मनीकंट्रोल के अनुसार, आठ ‘स्टार्टअप्स’ में स्पोर्ट्स कंटेंट प्लेटफॉर्म फैनकोड, स्पोर्ट्स एक्सपीरियंस प्लेटफॉर्म ड्रीमसेटगो, क्रिकेट गेम ड्रीम क्रिकेट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इनिशिएटिव ड्रीम स्पोर्ट्स AI शामिल हैं, जिसमें स्पोर्ट्स परफॉर्मेंस एनालिटिक्स ऐप ड्रीम प्ले और AI-पावर्ड क्रिकेट प्रेडिक्शन ऐप रशलाइन शामिल हैं.

दूसरी यूनिट्स में फर्म का फिनटेक इनिशिएटिव शामिल है, जिसमें फिक्स्ड डिपॉजिट और गोल्ड इन्वेस्टमेंट ऐप ड्रीम मनी, ओपन-सोर्स यूनिट ड्रीम होराइजन, और फिलांथ्रोपिक आर्म ड्रीम स्पोर्ट्स फाउंडेशन के अलावा ड्रीम11 भी शामिल है.

क्या है प्लान?

ड्रीम स्पोर्ट्स के सीईओ हर्ष जैन ने हाल ही में हुए ड्रीम11 ऐप लॉन्च इवेंट के दौरान कहा, ‘आइडिया यह है कि इन्हें जितना हो सके इंडिपेंडेंट एंटिटी के तौर पर काम करना चाहिए. इनमें से हर एक के पास अपनी फंडिंग होगी.’

उन्होंने कहा कि ये ‘स्टार्टअप’ भविष्य में बाहरी इन्वेस्टर्स से कैपिटल जुटा सकते हैं. अगर उन्हें पेरेंट कंपनी से ज्यादा की जरूरत हो. जैन ने कहा, ‘हम अभी भी उनके मेजॉरिटी ओनर बनना चाहते हैं, क्योंकि यह सिर्फ इन्वेस्टमेंट पर ROI के बारे में नहीं है. यह ग्रुप ऑपरेटिंग रेवेन्यू बढ़ाने के बारे में है.’

उन्होंने बताया कि ड्रीम स्पोर्ट्स ने ड्रीम11 के 1,000 लोगों के वर्कफोर्स में से लगभग 800 लोगों को इन एंटिटीज में रीडिस्ट्रिब्यूट भी किया है, क्योंकि नए ड्रीम11 प्लेटफॉर्म को 200 से कम लोगों की जरूरत है. इस रीस्ट्रक्चरिंग के साथ ड्रीम स्पोर्ट्स गूगल पेरेंट अल्फाबेट के ऑपरेटिंग मॉडल से सीख ले रहा है. जैन ने पहले भी कंपनी के इंटरनेट जायंट की तरह डायवर्सिफिकेशन करने के मकसद के बारे में बात की है.

Dream11 का नया अवतार क्या है?

पिछले हफ्ते Dream11 ने अपने मोबाइल ऐप का एक नया वर्जन लॉन्च किया, जिससे यह फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म से बढ़कर फैन्स के लिए एक हैंगआउट स्पॉट बन गया, जो क्रिएटर्स और लाइवस्ट्रीमर्स के आस-पास बना है.

ऐप अब यूजर्स को जाने-माने क्रिएटर्स द्वारा होस्ट किए गए लाइवस्ट्रीम के ज़रिए मैच फॉलो करने देता है, जो क्विक इनसाइट्स, मैच स्टैट्स और खास पलों का ब्रेकडाउन देते हैं. व्यूअर्स चैट और रिएक्शन के ज़रिए उनसे इंटरैक्ट कर सकते हैं.

कंज्यूमर DreamBucks, जो प्लेटफॉर्म की इन-ऐप करेंसी है, खरीद सकते हैं या लाइवस्ट्रीम देखकर कमा सकते हैं. फिर वे इन्हें क्रिएटर्स को ‘शाउटआउट’ देने या स्ट्रीम के दौरान अपनी चैट को पिन रखने के लिए खर्च कर सकते हैं.

ऐप ऐड्स और स्पॉन्सरशिप के सपोर्ट से फ्री-टू-प्ले फैंटेसी स्पोर्ट्स भी ऑफर करता रहता है. जैन ने कहा कि Dream11 के 250 मिलियन यूजर्स हैं, जिनमें से 20 से 30 मिलियन अभी भी हर महीने इसका इस्तेमाल करते हैं.

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