Dream11 नहीं रहा इंडियन क्रिकेट टीम का टाइटल स्पॉन्सर! जर्सी पर चमक सकता है इन दावेदारों का नाम

एशिया कप 2025 से पहले Dream11 ने भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी स्पॉन्सरशिप छोड़ रहा है. बताया जा रहा है कि इसका कारण नया ऑनलाइन गेमिंग कानून है, जो रियल मनी गेमिंग के प्रमोशन पर रोक लगाता है. ऐसे में अब BCCI नए स्पॉन्सर की तलाश में है. टाटा, रिलायंस, अडानी ग्रुप, Zerodha और Pepsi जैसे बड़े ब्रांड इस मौके पर नजर गड़ाए हुए हैं.

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Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर से हो रही है. यूएई में होने वाले इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम अपना पहला मुकाबला 10 सितंबर को खेलेगी. इसी बीच खबर है कि फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म Dream11 भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी स्पॉन्सरशिप से पीछे हट रहा है. इसकी वजह है नया Promotion and Regulation of Online Gaming Act, 2025, जो रियल मनी गेमिंग पर रोक लगाता है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि अब टीम इंडिया की जर्सी पर किसका लोगो होगा. क्या भारत बिना मुख्य स्पॉन्सर के एशिया कप खेलेगा. आइए जानते हैं नए स्पॉन्सर के प्रमुख दावेदार कौन-कौन हैं.

क्या हुआ और क्यों हुआ

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Dream11 ने टीम इंडिया की लीड जर्सी स्पॉन्सरशिप से हाथ खींच लिया है. यह फैसला संसद से पास हुए नए ऑनलाइन गेमिंग कानून के बाद सामने आया, जो रियल मनी गेम्स की पेशकश, प्रमोशन और फाइनेंसिंग पर पाबंदी लगाता है. इस कानून का उल्लंघन करने पर जेल और जुर्माने का प्रावधान है.

आधिकारिक स्थिति क्या है?

हालांकि अभी तक BCCI और Dream11 की ओर से इस बारे में कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं आई है. BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि बोर्ड देश के कानूनों का पूरी तरह से पालन करेगा. उन्होंने कहा, अगर अनुमति नहीं है, तो हम कुछ भी नहीं करेंगे. इसका मतलब यह है कि BCCI स्पॉन्सरशिप को लेकर सरकारी पॉलिसी के अनुरूप ही आगे बढ़ेगा.

कौन बन सकते है स्पॉन्सर के प्रमुख दावेदार

Dream11 के बाहर होने के बाद अब सभी की निगाहें BCCI की अगली चाल पर हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक कई बड़े कॉर्पोरेट घराने इस मौके पर नजर गड़ाए हुए हैं. इनमें टाटा ग्रुप, रिलायंस और अडानी ग्रुप जैसे दिग्गज इस स्पॉन्सरशिप के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. टाटा पहले से ही IPL का स्पॉन्सर है, जबकि रिलायंस और अडानी का खेल जगत में बड़े स्तर पर निवेश रहा है.

इस दावेदारी में फिनटेक कंपनियां भी शामिल हो सकती हैं. तेजी से बढ़ते फिनटेक और इनवेस्टमेंट प्लेटफ़ॉर्म भी BCCI के साथ रणनीतिक साझेदारी की कोशिश कर सकते हैं. इनमें Zerodha, Angel One और Groww जैसे निवेश प्लेटफॉर्म अपना ब्रांड विजिबिलिटी बढ़ाने के लिए इस अवसर का फायदा उठा सकते हैं. इसके अलावा ऑटोमोबाइल और FMCG सेक्टर भी इस रेस में शामिल हैं. Mahindra, Toyota जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियां और Pepsi जैसे FMCG ब्रांड, जिनका खेलों से पुराना नाता है, भी इस मौके पर दावेदारी कर सकते हैं.

क्यों बड़े ब्रांड आगे रहेंगे

टीम इंडिया की जर्सी पर लोगो का मतलब है हाई TRP मैचों में पैन-इंडिया और ग्लोबल विजिबिलिटी. इस स्लॉट की कीमत अधिक होती है और एक्टिवेशन भी बड़ा चलता है. इसलिए कैश-रिच कॉन्ग्लोमेरेट्स, ऑटो, FMCG और स्केल्ड-अप फिनटेक कंपनियां स्वाभाविक दावेदार दिखती हैं.

Dream11 का BCCI के साथ इतने करोड़ में हुई है डील?

Dream11 ने साल 2023 में BCCI के साथ लगभग 358 करोड़ रुपये की डील साइन की थी. शर्तों के अनुसार, हर घरेलू मैच पर 3 करोड़ रुपए और हर अंतरराष्ट्रीय मैच पर करोड़ रुपये का पेमेंट तय था. Dream11 के हटने से BCCI को तुरंत नया ऑप्शन ढूंढना होगा ताकि राजस्व पर कम से कम असर पड़े.

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