Export-Import Data: लगातार तीसरे महीने घटा निर्यात, व्यापार घाटा बढ़कर 23 अरब डॉलर पार

Export-Import के ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश के निर्यात में जनवरी 2025 में कमी आई है. निर्यात घटने और आयात का बिल बढ़ने की वजह से देश के व्यापार घाटे में भी इजाफा हुआ है. निर्यात में कमी का यह लगातार तीसरा महीना है.

बढ़ता निर्यात अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है. Image Credit: General_4530/Moment/Getty Images

Ministry of Commerce & Industry (MoCI) ने सोमवार को जनवरी 2025 के लिए देश के Export-Import का डाटा जारी किया है. ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश के निर्यात में लगातार तीसरे महीने कमी आई है. PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में निर्यात 2.38 फीसदी घटकर 36.43 अरब डॉलर रहा. वहीं, इस दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 23 अरब डॉलर हो गया है.

रिपोर्ट के मुताबिक पेट्रोलियम प्रोडक्ट की कीमतों में आए उछाल और वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता बढ़ने की वजह से भारत के निर्यात में कमी आ रही है. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक सालाना आधार पर जनवरी में आयात 10.28 फीसदी बढ़कर 59.42 अरब डॉलर रहा. इसकी वजह से व्यापार घाटा बढ़कर 22.99 अरब डॉलर पहुंच गया है.

कितना बढ़ा व्यापार घाटा

पिछले साल दिसंबर, 2024 में व्यापार घाटा 21.94 अरब डॉलर रहा था, जबकि पिछले साल जनवरी में यह महज 16.55 अरब डॉलर था. जबकि, जनवरी में यह बढ़कर 22.99 अरब डॉलर रहा. इस तरह सालाना आधार पर व्यापार घाटे में 38.91 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. वहीं, मौजूदा वित्त वर्ष के शुरुआत 10 महीनों में व्यापार घाटा 242.99 अरब डॉलर रहा है.

मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक का हाल

चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह महीने यानी अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 के दौरान निर्यात में कुल 1.39 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह अब बढ़कर 358.91 अरब डॉलर हो गया है. वहीं, इस दौरान आयात में 7.43 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो 601.9 अरब डॉलर रहा है.

व्यापार सचिव ने क्या कहा

आयात-निर्यात का डाटा जारी करते हुए वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि दुनियाभर में आर्थिक हालात अस्थिर बने हुए हैं, लेकिन इसके बाद भी भारत ने वस्तु और सेवा निर्यात के मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स, औषधि, चावल और रत्न एवं आभूषण के निर्यात में अच्छी वृद्धि हुई है. इसके साथ ही बर्थवाल ने कहा कि दुनियाभर में चल रहे संघर्ष और टैरिफ के बाद भी भारत के निर्यात पर खास असर नहीं हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में भारत का माल और सेवाओं का निर्यात 800 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर जाएगा. 2023-24 में यह 778 अरब डॉलर था रहा था. इस तरह मोटे तौर पर निर्यात में 2.82 फीसदी बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है.

सोने का आयात

जनवरी में देश का सोने का आयात 1.9 अरब डॉलर बढ़कर 2.68 अरब डॉलर हो गया है. इससे पहले दिसंबर, 2024 में यह 4.7 अरब अमेरिकी डॉलर था.

कच्चे तेल का आयात

कच्चे तेल का आयात जनवरी, 2024 में 13.43 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले इसी दौरान 16.56 अरब डॉलर था. वहीं, पिछले साल दिसंबर, 2024 में यह 15.27 अरब डॉलर रहा था.