60000 करोड़ रुपये की बड़ी घोषणा! अडानी बना रहे हैं AI हॉस्पिटल, हेल्थकेयर में रोबोट्स की होगी एंट्री

एक प्रमुख बिजनेस लीडर ने देश की स्वास्थ्य प्रणाली को लेकर बड़ा विजन पेश किया है. डॉक्टरों को नई सोच, तकनीक और नेतृत्व की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित किया गया है. स्वास्थ्य, तकनीक और उद्यमिता के संगम पर आधारित यह घोषणा कई मायनों में ऐतिहासिक मानी जा रही है.

अडानी ग्रुप Image Credit: PTI

ताज महल पैलेस होटल में आयोजित SMISS AP इवेंट के दौरान उद्योगपति गौतम अडानी ने देश के शीर्ष स्पाइन सर्जनों और मेडिकल विशेषज्ञों को संबोधित किया. अपने प्रेरणादायक भाषण में उन्होंने डॉक्टरों को “उम्मीद का प्रतीक” बताया और कहा कि सच्चा इलाज केवल दवाओं से नहीं, बल्कि मानवता और सेवा की भावना के मेल से होता है.

गौतम अडानी ने अपने निजी जीवन का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने मुंबई में हीरे पॉलिश करने से अपने करियर की शुरुआत की थी और आज उन्होंने भारत के सबसे बड़े पोर्ट, एयरपोर्ट और रिन्यूएबल एनर्जी प्लेटफॉर्म स्थापित किए हैं. उन्होंने यह बताते हुए शरीर की रीढ़ की हड्डी और संस्थाओं के नेतृत्व के बीच समानता भी समझाई.

उन्होंने इस बात पर गंभीर चिंता जताई कि भारत में हर दो में से एक वयस्क व्यक्ति लोअर बैक पेन यानी कमर दर्द से पीड़ित है, जो आज देश में विकलांगता का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर इस ‘स्पाइनल एपिडेमिक’ पर अभी ध्यान नहीं दिया गया, तो भारत की प्रगति की गति पर गहरा असर पड़ेगा.

हेल्थकेयर को चाहिए नया नजरिया

अपने भाषण में गौतम अडानी ने डॉक्टरों से पारंपरिक सोच से आगे बढ़कर नवाचार और उद्यमशीलता को अपनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अब वही बदलाव लाने की जरूरत है, जो कभी तकनीक या बुनियादी ढांचे में लाया गया था.

उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि अब समय है भारत के लिए एआई-आधारित स्पाइनल डायग्नोस्टिक प्लेटफॉर्म विकसित करने का, जिससे सटीक जांच और इलाज संभव हो सके. इसके अलावा उन्होंने ग्रामीण भारत को ध्यान में रखते हुए मोबाइल सर्जरी यूनिट्स की कल्पना रखी, जिससे दूरदराज के इलाकों में भी उच्च गुणवत्ता की स्पाइनल सर्जरी संभव हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य के हॉस्पिटल्स में रोबोटिक्स और रीजेनेरेटिव मेडिसिन जैसी अत्याधुनिक तकनीकें शामिल होनी चाहिए, ताकि भारत वैश्विक स्तर पर हेल्थकेयर इनोवेशन का नेतृत्व कर सके.

अडानी हेल्थकेयर टेम्पल्स की शुरुआत

गौतम अडानी ने अपने 60वें जन्मदिन पर किए गए 60,000 करोड़ रुपये के सामाजिक संकल्प की याद दिलाते हुए कहा कि यह पूरी राशि स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में खर्च की जाएगी. इसी दिशा में पहला बड़ा कदम Adani Healthcare Temples के रूप में उठाया जा रहा है, जिनकी शुरुआत अहमदाबाद और मुंबई से होगी.

इन संस्थानों को Mayo Clinic जैसी विश्वविख्यात संस्था के सहयोग से विकसित किया जाएगा और ये 1,000-बेड वाले अत्याधुनिक हेल्थकेयर कैंपस होंगे, जो AI-फर्स्ट यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता को प्राथमिकता देने वाले होंगे. यहां इलाज के साथ-साथ रिसर्च और ट्रेनिंग को भी प्राथमिकता दी जाएगी.

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भारत की चिकित्सा रीढ़ को मजबूत बनाने का संदेश

अंत में अडानी ने मेडिकल समुदाय से भावुक अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब डॉक्टर सिर्फ इलाज तक सीमित न रहें, बल्कि नई खोज करें, बड़े सपने देखें और भारत को स्वस्थ और मजबूत बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएं. उन्होंने कहा, “अब पीछे मुड़कर देखने का नहीं, आगे बढ़ने और बदलाव लाने का समय है.”