इनोवेशन में ओवरपरफॉर्मर बना भारत, 139 देशों के ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 38वें स्थान पर पहुंचा
वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गेनाइजेशन की तरफ से जारी ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2025 में भारत को 38वां स्थान मिला है. भारत इनोवेशन के मामले में ओवरपरफॉर्मर देशों में शामिल है. भारत इनोवेशन के मामले में पिछले एक दशक से लगातार अपनी विकास स्थिति से बेहतर परफॉर्म कर रहा है.
भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी इनोवेशन क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया है. वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गेनाइजेशन (WIPO) की रिपोर्ट के मुताबिक 2025 के ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत 139 देशों में 38वें स्थान पर पहुंच गया है. यह उपलब्धि भारत को उन देशों की श्रेणी में शामिल करती है जो अपने विकास स्तर से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.
लंबे समय से ओवरपरफॉर्मर
रिपोर्ट में कहा गया है कि 17 लो और मिडल इनकम वाले देश अपनी विकास स्थिति से ऊपर प्रदर्शन कर रहे हैं. भारत और वियतनाम ऐसे देश हैं जो लगातार 15 वर्षों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसका मतलब है कि भारत का इनोवेशन इकोसिस्टम न केवल तेजी से बढ़ रहा है, बल्कि वैश्विक मानकों पर प्रतिस्पर्धा कर रहा है.
क्षेत्रीय नेतृत्व में भारत
सेंट्रल और साउथ एशिया में भारत सबसे आगे है. भारत ने इस वर्ष एक रैंक की छलांग लगाई और 2022 से लोअर मिडल इनकम ग्रुप में सबसे ऊपर बना हुआ है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की सफलता का कारण आईसीटी सेवाओं का निर्यात, वेंचर कैपिटल का मजबूत इकोसिस्टम, लेट स्टेज फंडिंग, यूनिकॉर्न कंपनियों की संख्या और अमूर्त संपत्तियों में वृद्धि है. यह टेक-आधारित विकास को दर्शाता है.
इलेक्ट्रिक वाहनों में नया माइलस्टोन
2025 भारत के इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेक्टर के लिए मील का पत्थर साबित हुआ. पहली बार भारत में ईवी की बिक्री ने 10,00,00 यूनिट का आंकड़ा पार कर लिया. टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अशोक लेलैंड, जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर, हुंडई, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज-बेंज जैसी कंपनियों के नए मॉडल्स ने इस वृद्धि को गति दी. पश्चिमी देशों में ईवी की बिक्री में गिरावट देखी जा रही है, जबकि भारत, चीन, वियतनाम और ब्राजील जैसे उभरते बाजारों में मजबूत वृद्धि जारी है.
रिसर्च में रिकॉर्ड वृद्धि
वैश्विक विज्ञान क्षेत्र में भारत की भूमिका मजबूत होती जा रही है. 2024 में रिसर्च पेपर की संख्या रिकॉर्ड 20 लाख तक पहुंच गई. इसमें चीन की 14 फीसदी और भारत की 7.6 फीसदी की वृद्धि प्रमुख रही. इससे स्पष्ट होता है कि भारत ज्ञान उत्पादन में लगातार निवेश कर रहा है.
इनोवेशन क्लस्टरों में भारत का दबदबा
रिपोर्ट के मुताबिक भारत इनोवेशन क्लस्टरों में चौथे स्थान पर है. यूनाइटेड किंगडम के साथ भारत के चार क्लस्टर – दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई शामिल हैं. इनमें से तीन क्लस्टर ने पिछले वर्ष की तुलना में शानदार प्रगति की है. वेंचर कैपिटल गतिविधि के शामिल होने से बेंगलुरु 21वें, दिल्ली 26वें और मुंबई 46वें स्थान पर पहुंचा है.
स्वच्छता में भी आगे
स्वच्छता के क्षेत्र में भी भारत ने उल्लेखनीय प्रगति की है. भारत और चीन मिलकर वैश्विक जनसंख्या का एक तिहाई हिस्सा हैं. दोनों देशों ने 2014 के बाद से स्वच्छता उपयोग में लगभग 23 प्रतिशत की वृद्धि की है. वर्तमान में भारत में 63 प्रतिशत और चीन में 69 प्रतिशत उपयोग दर है.