Gold Rate News: सोना लुढ़का, चांदी 2300 रुपये से ज्‍यादा हुई सस्‍ती, जानें क्‍या है लेटेस्‍ट रेट

सोने-चांदी की कीमतों में 21 नवंबर को गिरावट देखने को मिली. चांदी 2300 रुपये से ज्‍यादा सस्‍ती हो गई है. इंटरनेशनल मार्केट में भी गोल्‍ड में गिरावट दर्ज की गई. अंतरराष्‍ट्रीय बाजार की हलचल के चलते सोने पर दबाव बढ़ा है. तो आज क्‍या है सोने-चांदी के लेटेस्‍ट रेट, यहां करें चेक.

सोने की कीमत Image Credit: tv9 bharatvarsh

Gold and Silver price today: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गिरावट और अमेरिकी फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों में कमी के कारण सोने पर दबाव बढ़ गया है. जिसके चलते शुक्रवार, 21 नवंबर को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. वहीं चांदी भी 2300 रुपये सस्‍ती हो गई. ऐसे में खरीदारों के लिए अच्‍छी खबर है. हालांकि इसमें निवेश करने वालों को चिंता सता रही है.

MCX पर 24 कैरेट सोना आज 430 रुपये गिरावट के साथ 122,297 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता नजर आया. वहीं चांदी 2,346 रुपये सस्‍ती होकर 151,805 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई. अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर भी सोने में गिरावट का रुख रहा. इंटरनेशल मार्केट में गोल्‍ड स्‍पॉट आज 0.74 फीसदी गिरावट के साथ 4,051 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखा.

इन काराणों से बढ़ा दबाव

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें गिर गईं क्योंकि अमेरिकी नौकरियों की रिपोर्ट उम्मीद से मजबूत आई, जिससे फेडरल रिजर्व के दिसंबर में ब्याज दरें कम न करने की संभावना बढ़ गई. नतीजतन सोने पर दबाव बढ़ गया है. साथ ही डॉलर इस महीने के सबसे मजबूत सप्ताह की ओर बढ़ रहा है.

रिटेल में कितनी है कीमत?

रिटेल में सोने-चांदी की कीमतों पर नजर डालें तो कैरेटलेन पर 22 कैरेट सोना आज 11592 रुपये प्रति ग्राम मिल रहा है. वहीं बुलियन वेबसाइट के मुताबिक 22 कैरेट सोने की 21 नवंबर को कीमत 122,980 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा है. इसमें 200 रुपये की गिरावट आई है. वहीं चांदी 1930 रुपये सस्‍ती होकर 152,890 रुपये प्रति किलो पर ट्रेड करती नजर आई.

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नौकरी रिपोर्ट का असर

डॉलर की मजबूती के अलावा यूएस जॉब डेटा का असर भी सोने-चांदी की कीमतों को प्रभावित कर रहा है. अमेरिकी लेबर डिपार्टमेंट की रिपोर्ट में सितंबर में नॉनफार्म पेरोल्स में 1,19,000 की वृद्धि देखी गई, जो अनुमानित 50,000 से दोगुनी है. निवेशकों के अनुसार, अब अगले महीने फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती की संभावना सिर्फ 39% रह गई है.