सोना लगातार बना रहा नए रिकॉर्ड, अगले सप्ताह भी जारी रह सकती है तेजी; एक्सपर्ट ने बताया कैसी रहेगी चाल

सोना लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है और एक्सपर्ट्स के अनुसार इसकी तेजी अगले सप्ताह भी जारी रह सकती है. मैक्रोइकॉनॉमिक अनिश्चितता, टैरिफ विवाद, केंद्रीय बैंकों की खरीद और रुपये की कमजोरी जैसे कारक कीमतों को सहारा दे रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 3,534.10 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच चुका है, जबकि MCX पर यह 1,02,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है.

कितना महंगा होगा सोना Image Credit: money9live.com

Gold Price: सोने की चमक आने वाले सप्ताह में भी बरकरार रहने वाली है. एक्सपर्ट के अनुसार, सोने की कीमतें अगले सप्ताह भी बढ़ोतरी की राह पर बनी रह सकती हैं. मैक्रोइकॉनॉमिक अनिश्चितता, टैरिफ विवाद और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी निवेशकों की इस कीमती मेटल के प्रति रुचि को बनाए हुए हैं. व्यापारी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों, जैसे यूके और यूरोपीय संघ के GDP, अमेरिकी कोर PPI और कोर CPI पर नजर रखेंगे. इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों के भाषणों से भी सोने की कीमतों की अल्पकालिक दिशा के संकेत मिल सकते हैं.

सोने में लगातार बढ़ोतरी

एंजल वन के रिसर्च, नॉन-एग्री कमोडिटीज और करेंसी के DVP प्रथमेश मल्लया ने PTI को बताया कि सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय और घरेलू फ्यूचर्स दोनों में नए रिकॉर्ड बना रही हैं. उन्होंने कहा कि 28 जुलाई को 10 ग्राम सोना 98,079 रुपये के निचले स्तर पर था, जबकि अब यह 1,02,250 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में 30 जुलाई को 3,268 डॉलर प्रति औंस से बढ़कर 8 अगस्त तक यह 3,534.10 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया. यह रैली अभी थमती नजर नहीं आ रही है.

पिछले सप्ताह, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट के लिए सोने के फ्यूचर्स में 1,763 रुपये या 1.77 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. मल्लया ने इस बढ़ोतरी का एक कारण वैश्विक टैरिफ स्थिति को बताया, जिसने अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उथल-पुथल मचा रखी है. उन्होंने कहा कि अगर यह स्थिति और बिगड़ती है, तो सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3,800 डॉलर प्रति औंस और MCX पर 1,10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है.

टैरिफ युद्ध और मैक्रो अनिश्चितता

मल्लया ने कहा कि टैरिफ का मुद्दा लगातार बना हुआ है. अमेरिका ने अपने व्यापारिक साझेदारों पर उच्च टैरिफ लगाने शुरू कर दिए हैं, और भारत भी इसकी जद में आ गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए टैरिफ दोगुना कर 50 फीसदी करने की घोषणा की है. इस मैक्रो अनिश्चितता के कारण निवेशक अपने पोर्टफोलियो में सोने को ज्यादा महत्व दे रहे हैं, जिससे कीमतों में और बढ़ोतरी हो रही है.

रुपये की कमजोरी से घरेलू बाजार को सहारा

LKP सिक्योरिटीज के VP रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने PTI से कहा कि सोने का अल्पकालिक ट्रेंड तब तक सकारात्मक बना रहेगा, जब तक यह 99,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर बना हुआ है. उन्होंने कहा कि हालांकि, डॉलर की मजबूती ने पिछले सप्ताह सोने की बढ़त को सीमित कर दिया, लेकिन रुपये की कमजोरी से घरेलू कीमतों को सहारा मिला है. निकट भविष्य में अस्थिरता बनी रह सकती है, जिसमें COMEX पर सोना 3,360–3,425 डॉलर और MCX पर 98,500–1,03,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर सकता है.

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फेड रेट कट की संभावना से बढ़ी उम्मीद

वेंचुरा सिक्योरिटीज के हेड ऑफ कमोडिटी एंड CRM एनएस रामास्वामी ने कहा कि पिछले सप्ताह आए कमजोर आर्थिक आंकड़ों के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ गई है. न्यूयॉर्क में COMEX गोल्ड फ्यूचर्स शुक्रवार को 3,534.10 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जबकि शनिवार को यह 3,491.30 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था.