फिर से सोने की कीमतों ने पकड़ी रफ्तार, आज इतने रुपये महंगा हुआ गोल्ड; चेक कर लीजिए रेट

Gold Price Today: जून के हाई लेवल से टूटने के साथ ईरान-इजरायल युद्ध विराम के बाद जियो-पॉलिटिकल रिस्क में आई कमी ने प्रीमियम को प्रभावित किया है. हालांकि, एक फिर से कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है. दो दिनों में गोल्ड का रेट तेजी से बढ़ा है.

महंगा हुआ सोना. Image Credit: Getty image

Gold Price Today: अमेरिकी टैरिफ को लेकर नई चिंताओं के बीच वैश्विक स्तर पर भारी खरीदारी के चलते बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत 500 रुपये बढ़कर 99,170 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, 99.9 फीसदी प्योरिटी वाले सोने की कीमत मंगलवार को 1,200 रुपये बढ़कर 98,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी.

दो सेशन में तेजी

लगातार दो सत्रों में पीली धातु में 1,700 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी आई है. 99.5 फीसदी प्येरिटी वाला सोना 450 रुपये बढ़कर 98,600 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी टैक्स सहित) पर पहुंच गया. पिछले कारोबार में यह 98,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.

जुलाई-सितंबर तिमाही में सोने की कीमत में तेजी देखने को मिलती है. हाल ही में जून के हाई लेवल से टूटने के साथ ईरान-इजरायल युद्ध विराम के बाद जियो-पॉलिटिकल रिस्क में आई कमी ने प्रीमियम को प्रभावित किया है.

केंद्रीय बैंकों ने की है गोल्ड की खरीदारी

नुवामा प्रोफेशनल क्लाइंट्स ग्रुप के हेड (FX और कमोडिटी) अभिलाष कोइकरा ने कहा कि केंद्रीय बैंकों ने जून में 50 टन से अधिक सोना खरीदा, जिसका नेतृत्व चीन और तुर्की ने किया. जबकि गोल्ड ईटीएफ में नए सिरे से निवेश देखा गया. खासकर यूरोप में व्यापार तनाव के बीच ईटीएफ में निवेश दर्ज किया गया है.

हालांकि, बुधवार को चांदी की कीमतें 1,04,800 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी टैक्स सहित) पर स्थिर रहीं.

सुरक्षित निवेश की मांग

सुरक्षित निवेश की मांगएचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापक टैक्स और खर्च कटौती बिल के राजकोषीय निहितार्थों की चिंताओं के बीच सुरक्षित निवेश की मांग से सोना बढ़ा और कीमतों को समर्थन मिला. ग्लोबल मार्केट में स्पॉट गोल्ड मामूली रूप से बढ़कर 3,342.44 डॉलर प्रति औंस हो गया. सोना अमेरिकी डॉलर के करीब स्थिर बना हुआ है.

टैरिफ डेडलाइन

कोटक सिक्योरिटीज में कमोडिटी रिसर्च की एवीपी कायनात चैनवाला ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि वे व्यापार भागीदारों पर पारस्परिक टैरिफ दरों के लिए 9 जुलाई की समयसीमा को बढ़ाने पर विचार नहीं कर रहे हैं और इसमें देरी नहीं करेंगे, जिसके कारण व्यापार तनाव फिर से बढ़ गया है.

अमेरिकी डेटा पर नजर

अबान्स फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिंतन मेहता के अनुसार, निवेशक अमेरिकी लेबर डेटा का इंतजार करेंगे, जिसमें एडीपी रोजगार रिपोर्ट दिन में बाद में और नॉन-कृषि पेरोल और बेरोजगारी दर गुरुवार को आने वाली है. मेहता ने कहा कि ये डेटा रिलीज अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अगले कदम के बारे में संकेत देंगे. दिन में बाद में आने वाले कच्चे तेल के इन्वेंट्री डेटा पर भी बाजार सहभागियों द्वारा मुद्रास्फीति के संकेतों के लिए नजर रखी जाएगी.

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