सोने की चमक इस हफ्ते रही बरकरार, कीमतें लगातार चढ़ीं, चांदी ने भी किया हैरान

जुलाई की शुरुआत में सोने और चांदी की कीमतों में ऐसा बदलाव देखने को मिला जिसने निवेशकों को चौकन्ना कर दिया है. लगातार चार दिनों तक सोना महंगा होता गया और अब कीमतें 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंचने की ओर बढ़ रही हैं. जानिए क्या हैं इसके पीछे के संकेत.

गोल्ड का चमक बरकरार Image Credit: FreePik

Gold Weekly Report: जून के आखिरी दिन से लेकर जुलाई की शुरुआत तक, घरेलू बाजार में सोने की कीमतों ने मजबूती दिखाई. निवेशकों के लिए यह हफ्ता लाभदायक रहा, क्योंकि 24 कैरेट सोने के दामों में चार दिनों में करीब 1000 रुपये से ज्यादा की तेजी देखी गई. इस बढ़त के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण जिम्मेदार रहे, जिनमें कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़े, डॉलर में नरमी, और अंतरराष्ट्रीय तनाव जैसे कारक शामिल हैं.

सप्ताह भर क्या रहा सोने का हाल?

30 जून को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का इंडेक्स 95,779 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था, जबकि इंडियन बुलियन एसोसिएशन (IBA) के अनुसार 24 कैरेट सोने की कीमत 96,050 रुपये थी. 22 कैरेट की कीमत उस दिन 88,046 रुपये प्रति 10 ग्राम थी. अगले दिन यानी 1 जुलाई को ही सोने की कीमत में जबरदस्त उछाल देखने को मिला और यह 97,170 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई. इसके बाद 2 जुलाई को यह बढ़कर 97,600 रुपये और फिर 3 जुलाई को 97,700 रुपये पर जा पहुंचा. हालांकि 4 जुलाई को इसमें कुछ नरमी आई और यह 97,300 रुपये पर बंद हुआ.

इन चार दिनों में 24 कैरेट सोने की कीमतों में कुल मिलाकर 1250 रुपये की बढ़त दर्ज की गई, जो बाजार में मजबूत खरीदारी संकेत करता है. खासतौर पर जुलाई के पहले दो दिनों में ही सोने में 1,120 रुपये की बढ़त आई, जिससे साफ हो गया कि निवेशकों का रुझान गोल्ड की ओर बना हुआ है.

तेजी की क्या रही वजह?

इस तेजी के पीछे कई वैश्विक फैक्टर्स काम कर रहे हैं. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दरों पर स्थिति स्पष्ट नहीं होने से डॉलर इंडेक्स में कमजोरी आई है. साथ ही अमेरिका, इजरायल और ईरान के बीच हालिया तनाव से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अनिश्चितता फैली, जिससे निवेशक सोने को सुरक्षित विकल्प मानते हुए उसमें निवेश करने लगे. अमेरिकी नौकरियों के आंकड़े भी उम्मीद से कमजोर रहे, जिससे डॉलर की चमक थोड़ी और फीकी पड़ी और सोने को सहारा मिला.

इतना ही नहीं, मई महीने में गोल्ड ETF में निवेश बढ़ा, जिससे यह संकेत मिला कि निवेशक अब सोने को सिर्फ ज्वेलरी नहीं, बल्कि एक निवेश विकल्प के तौर पर भी देख रहे हैं.

चांदी का कैसा रहा बाजार?

अगर चांदी की बात करें, तो इस सप्ताह उसमें भी स्थिरता के साथ तेजी देखने को मिली. 30 जून को जहां चांदी की कीमत 1,06,650 रुपये प्रति किलोग्राम थी, वहीं 4 जुलाई तक यह बढ़कर 1,08,510 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई यानी चार दिनों में लगभग 1,860 रुपये की बढ़त देखने को मिली.

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जुलाई की शुरुआत गोल्ड और सिल्वर दोनों के लिए पॉजिटिव नोट पर हुई है. अगर भू-राजनीतिक स्थितियां और डॉलर इंडेक्स इसी तरह कमजोर बने रहते हैं, तो मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल को जल्द छू सकता है.