अगले हफ्ते भी सोने-चांदी में जारी रहेगी चमक! महंगाई के आंकड़ों और ग्लोबल संकेतों पर टिकी बाजार की नजर
सोना और चांदी आने वाले हफ्ते में भी रिकॉर्ड स्तरों के आसपास मजबूती बनाए रख सकते हैं. भारत समेत दुनिया के प्रमुख देशों के महंगाई आंकड़े, अमेरिकी आर्थिक डेटा और जियो पॉलिटिकल टेंशन बुलियन बाजार की दिशा तय करेंगे. मालूम हो कि इससे पहले भी सोने-चांदी की कीमतों में लगातार तेजी देखी जा चुकी है. शुक्रवार को चांदी के भाव ने नया हाई बनाया था.
Gold and Silver Price Next Week: आने वाले हफ्ते में सोना और चांदी की कीमतों में तेजी बरकरार रहने की उम्मीद जताई जा रही है. जानकारों के मुताबिक, महंगाई से जुड़े अहम आंकड़े और वैश्विक आर्थिक संकेतक बुलियन बाजार की दिशा तय करेंगे. निवेशकों की नजर भारत, अमेरिका, यूरोप और ब्रिटेन से आने वाले महंगाई के आंकड़ों के साथ-साथ मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI डेटा पर रहेगी.
महंगाई और आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी बाजार की नजर
PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका में नॉन-फार्म पेरोल, साप्ताहिक बेरोजगारी दावों, हाउसिंग डेटा और कंज्यूमर सेंटिमेंट जैसे आंकड़े भी सोने-चांदी की चाल को प्रभावित करेंगे. JM Financial Services के कमोडिटी और करेंसी रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट प्रणव मेर के मुताबिक, चीन से आने वाले आंकड़ों के बाद भारत, अमेरिका और ब्रिटेन की महंगाई रिपोर्ट और ग्लोबल PMI डेटा बाजार की धारणा को मजबूत बनाए रख सकते हैं.
घरेलू बाजार में रिकॉर्ड स्तर पर सोना
बीते हफ्ते मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने के फ्यूचर्स में करीब 3,160 रुपये यानी 2.42 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई. सोना नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ. विशेषज्ञों का मानना है कि फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और लिक्विडिटी बढ़ाने के संकेतों के बाद सोने में तेजी आई. हालांकि, फेड ने आगे कदम उठाने से पहले और आंकड़ों का इंतजार करने की बात कही, जिससे अमेरिकी बॉन्ड बाजार में बिकवाली और डॉलर में कमजोरी दिखी. इसका सीधा फायदा सोने को मिला.
जियो पॉलिटिकल टेंशन और सेफ इन्वेस्टमेंट की मांग
अमेरिका-वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव और जापान के केंद्रीय बैंक की आगामी नीति बैठक से पहले येन कैरी ट्रेड को लेकर चिंताओं ने भी सोने को सुरक्षित निवेश के तौर पर मजबूत बनाया है. कमजोर डॉलर और निवेशकों की जोरदार खरीदारी के चलते MCX पर सोना शुक्रवार को 10 ग्राम के लिए करीब 1,35,263 रुपये के लाइफटाइम हाई तक पहुंच गया.
रुपये की कमजोरी ने बढ़ाया घरेलू रिटर्न
SmartWealth AI के फाउंडर और रिसर्चर पंकज सिंह के अनुसार, डॉलर के मुकाबले रुपये में आई गिरावट ने भारत में सोने के रिटर्न को और बढ़ा दिया है. व्यापारिक तनाव, टैरिफ को लेकर अनिश्चितता और विदेशी पूंजी की निकासी से रुपये पर दबाव बना हुआ है, जिससे सोना भारतीय निवेशकों के लिए एक मजबूत हेज बनकर उभरा है. उनका कहना है कि मीडियम टर्म में भी सोने का आउटलुक सकारात्मक बना हुआ है.
ग्लोबल बाजार में भी मजबूती
वैश्विक बाजार में कॉमेक्स पर सोने के फ्यूचर्स में बीते हफ्ते करीब 2 फीसदी की तेजी आई. Emkay Global Financial Services की रिसर्च एनालिस्ट रिया सिंह के मुताबिक, फेड की लगातार तीसरी 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती और 2026 में आगे ढील के संकेतों ने सोने को सहारा दिया है.
चांदी भी रिकॉर्ड रैली में शामिल
चांदी ने भी लगातार तीसरे हफ्ते मजबूती दिखाई. MCX पर चांदी के फ्यूचर्स में करीब 5.15 फीसदी की उछाल आई और कीमतें 2,01,615 रुपये प्रति किलो के ऑल-टाइम हाई तक पहुंच गईं, हालांकि बाद में मुनाफावसूली के चलते थोड़ी नरमी देखी गई. विदेशी बाजार में चांदी पहली बार 65 डॉलर प्रति औंस के पार चली गई. विशेषज्ञों का मानना है कि ETF निवेश, चीन में सट्टा गतिविधियों में तेजी, गिरती बॉन्ड यील्ड, पर्याप्त लिक्विडिटी और सोलर व इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सेक्टर्स से मजबूत औद्योगिक मांग चांदी को सपोर्ट दे रही है.
आगे क्या रहेगा रुख?
जानकारों के मुताबिक, अगर अमेरिकी मौद्रिक नीति को लेकर उम्मीदों में बड़ा बदलाव नहीं आता है तो कीमती धातुओं में उतार-चढ़ाव के बावजूद तेजी का रुख बना रह सकता है. प्रणव मेर का अनुमान है कि निकट भविष्य में चांदी 2,25,000 से 2,40,000 रुपये प्रति किलो तक जा सकती है. कुल मिलाकर, 2026 की शुरुआत तक सोना और चांदी निवेशकों के लिए आकर्षक बने रह सकते हैं.
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