आपदा में अवसर…टैरिफ युद्ध के बीच 100 वस्तुओं की लिस्ट जारी करेगी सरकार, घरेलू उत्पादन को देगी बढ़ावा

केंद्र सरकार की तरफ से 100 ऐसे आयातित उत्पादों की लिस्ट जारी की जाएगी, जिन्हें फिलहाल भारत आयात करता है. लेकिन, इन्हें आसानी से भारत में ही बनाया जा सकता है. इसके लिए सरकार इन वस्तुओं के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देगी.

भारत से चीन को एक्सपोर्ट में 20 फीसदी बढ़ोतरी देखी गई है. Image Credit: CANVA

भारत सरकार 100 ऐसे उत्पादों की सूची जल्द सार्वजनिक करने जा रही है, जिन्हें देश बड़े पैमाने पर विदेशों से आयात करता है. सरकार के इस कदम से एक तरफ देश की आयात पर निर्भरता घटेगी और दूसरी ओर घरेलू उद्योगों को मजबूती मिलेगी.

यह पहल ऐसे समय पर की जा रही है, जब अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लागू कर दिया है, जिससे निर्यातकों के सामने नई चुनौतियां पैदा हुई हैं. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बार-बार स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील के बाद सरकार ने आयात कम करने की रणनीति को और सशक्त बनाने का निर्णय लिया है.

क्या है सरकार की योजना?

केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय घरेलू उद्योगों को जरूरी रिसोर्स, प्रोत्साहन और नीतिगत समर्थन देकर आयातित वस्तुओं का उत्पादन बढ़ाना चाहता है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक इन उत्पादों में केमिकल्स, प्लास्टिक्स, फार्मास्युटिकल्स समेत कई अहम सेक्टर शामिल हैं.

मेक इन इंडिया का नेक्स्ट लेवल

रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सचिव सुनील बर्थवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने 100 ऐसे उत्पादों की पहचान की है जिन्हें आसानी से घरेलू उत्पादन से बदला जा सकता है. जल्द ही इन वस्तुओं की लिस्ट को सार्वजनिक कर दिया जाएगा, ताकि मौजूदा और नए निर्माता इन अवसरों को भुनाकर उत्पादन क्षमता बढ़ा सकें.”

कब जारी होगी लिस्ट

बर्थवाल ने बताया कि इन उत्पादों की सूची महीने के अंत या अक्टूबर में जारी कर दी जाएगी. इसके साथ ही मंत्रालय उद्योग जगत, विभिन्न सरकारी विभागों और नीति निर्माताओं के साथ विस्तृत परामर्श कर एक व्यापक योजना तैयार करेगा, ताकि उत्पादन बढ़े, निवेश आकर्षित हो और आयात पर निर्भरता कम हो. उन्होंने कहा कि इस पहल का मकसद इन उत्पादों का निर्माण देश में ही बढ़ा है, जिससे आयात पर निर्भरता घटे.

डिफेंस आत्मनिर्भरता से प्रेरणा

सरकार ने आत्मनिर्भरता भारत अभियान के तहत डिफेंस सेक्टर में सबसे ज्यादा जोर दिया. इसका नतीजा यह हुआ है कि आज भारत अपने डिफेंस सेक्टर की उन तमाम छोटी-मोटी जरूरतों को घरेलू उद्योगों के जरिये पूरा कर रहा है, जिनके लिए पहले भारत आयात करता था. खासतौर पर राइफल, गोलियां, हेलमेट, आर्मर और आर्मर्ड व्हीकल सहित डिफेंस के कई अहम उत्पाद आज भारत में ही बन रहे हैं. इससे न केवल भारतीय रक्षा बलों को मजबूती मिली है. बल्कि, साथ में ही भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट लगातार बढ़ रहा है.

आगे की रणनीति और उद्योगों को आमंत्रण

इस पहल के तहत सरकार न केवल उत्पादों की सूची जारी करेगी, बल्कि उद्योग जगत के साथ मिलकर निवेश, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, नीति समर्थन और वित्तीय सहायता जैसी योजनाओं पर भी काम करेगी. इससे उन कंपनियों को लाभ मिलेगा जो देश में उत्पादन बढ़ाना चाहती हैं. साथ ही यह कदम वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की भूमिका को मजबूत करेगा और निर्यात बढ़ाने के नए रास्ते खोलेगा.