CCI की मुहर के बाद हल्दीराम में Alpha Wave और IHC करेंगे बड़ा निवेश, जानें कितने में हुई डील

भारत की प्रमुख फूड कंपनी हल्दीराम में अमेरिकी निवेशक Alpha Wave और UAE की International Holding Company 10 फीसदी से कम हिस्सेदारी खरीदने जा रही हैं. इस डील को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंजूरी मिल चुकी है. अनुमानित निवेश राशि 5,100 करोड़ रुपये है, जिससे हल्दीराम की वैल्यूएशन 86,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है.

हल्दीराम में विदेशी निवेशक Image Credit: @Money9live

Haldiram CCI Alpha Wave IHC Stake: Haldiram Snacks Food Pvt. Ltd. में विदेशी निवेश को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. अमेरिकी निवेश कंपनी Alpha Wave Global और यूएई की International Holding Company (IHC) को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंजूरी मिल गई है. दोनों फर्म मिलकर Haldiram में लगभग 10 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदने जा रही हैं. यह डील Alpha Wave Ventures II LP और Alpha Wave IHC CI, LP के जरिये से की जाएगी.

हालांकि इस डील की रकम को लेकर कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है लेकिन एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसका आकार करीब 5,100 करोड़ रुपये हो सकता है. इससे कंपनी की कुल वैल्यूएशन 86,000 करोड़ रुपये (करीब 10 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गई है.

क्यों नहीं उठा प्रतिस्पर्धा का सवाल?

CCI ने स्पष्ट किया है कि यह डील किसी भी प्रकार से बाजार में कंपटीशन को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगी. आयोग का कहना है कि “बाजार को चाहे जैसे परिभाषित किया जाए, यह सौदा प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन नहीं करता.” इसलिए इसे बिना किसी आपत्ति के मंजूरी दी गई है. मालूम हो कि भारत में अल्फा वेव ग्लोबल पहले ही स्विगी, लेंसकार्ट, ड्रीम 11, चायोस, बिरयानी बाय किलो, ओला और पॉलिसी बाजार जैसी कंपनियों पर दांव लगा चुकी है. वहीं इसके विदेश पोर्टफोलियो में डोमिनोज पिज्जा, स्पेस एक्स और उबर जैसी कंपनियां शामिल हैं.

कौन है Haldiram?

Haldiram की शुरुआत 1937 में बीकानेर, राजस्थान से एक छोटी सी मिठाई की दुकान से हुई थी. आज यह कंपनी भारत ही नहीं, बल्कि 80 से ज्यादा देशों में अपने प्रोडक्ट्स बेच रही है. कंपनी नमकीन, मिठाई, रेडी-टू-ईट फूड, डेयरी प्रोडक्ट्स, बेकरी और नॉन-कार्बोनेटेड ड्रिंक्स जैसे उत्पाद बनाती है. दिल्ली और नागपुर स्थित Haldiram ब्रांचों को मिलाकर इसे एक संयुक्त कंपनी के रूप में संचालित किया जाता है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में 12,500 करोड़ रुपये से अधिक का रेवेन्यू हासिल किया था.

Temasek को भी मिली थी मंजूरी

इससे पहले मई 2025 में, सिंगापुर की Temasek Holdings को भी Haldiram में हिस्सेदारी खरीदने के लिए CCI से मंजूरी मिल चुकी है. इससे साफ है कि Haldiram अब निवेशकों की नजर में एक बड़ा और भरोसेमंद ब्रांड बन चुका है.

ये भी पढ़ें- क्या ‘हल्दीराम’ और ‘हल्दीराम भुजियावाला’ एक हैं ? 99% नहीं जानते होंगे सही जवाब