GNG इलेक्ट्रॉनिक्स, अमांता और ग्लॉटिस के IPO को SEBI की मंजूरी, यहां जानें क्या करती हैं ये कंपनियां?

भारतीय शेयर बाजार के नियामक सेबी ने तीन कंपनियों को बाजार में लिस्टिंग के लिए आईपीओ लाने की इजाजत दी है. इन कंपनियों में GNG इलेक्ट्रॉनिक्स, अमांता हेल्थकेयर और ग्लॉटिस शामिल हैं. सेबी की तरफ से मंजूरी के बाद अब ये कंपनियां एक साल के भीतर कभी भी आईपीओ ला सकती हैं.

अपकमिंग आईपीओ. Image Credit: money9live

भारतीय शेयर बाजार फिर से अपने ऑल टाइम हाई की तरफ बढ़ रहा है. शेयर बाजार में तमाम कंपनियां लिस्टिंग के लिए उत्साहित नजर आ रही हैं. निवेशकों और कंपनियों के रुख को देखते हुए बाजार नियामक सेबी की तरफ से भी लगातार कंपनियों को आईपीओ के लिए मंजूरी दी जा रही है. पिछले सप्ताह सेबी ने 16 जून को ग्लॉटिस, 19 जून को अमांता हेल्थकेयर और 20 जून को GNG इलेक्ट्रॉनिक्स को आईपीओ लाने के लिए लेटर ऑफ ऑब्जर्वेशन जारी किया है. ये तीनों कंपनियां अब एक साल के भीतर कभी भी आईपीओ लॉन्च कर सकती हैं.

ग्लोटिस आईपीओ

चेन्नई स्थित लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन देने वाली कंपनी ग्लोटिस ने पूंजीगत व्यय के लिए फंड जुटाने के इरादे से इस साल 8 फरवरी को सेबी को आईपीओ आवेदन दिया. यह एक मिक्स आईपीओ होगा. इसमें 160 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा कंपनी के प्रमोटर रामकुमार सेंथिलवेल और कुट्टप्पन मणिकंदन ऑफर फॉर सेल के तहत अपने 1.45 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए पेश करेंगे. कंपनी आईपीओ की रकम से कमर्शियल व्हीकल और कंटेनरों की खरीद करेगी. पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स इस इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर है.

अमांता हेल्थकेयर आईपीओ

स्टेराइल लिक्विड प्रोडक्ट बनाने वाली फार्मा कंपनी अमांता हेल्थकेयर अपने कारोबार के विस्तार के लिए बाजार से फंड जुटाना चाहती है. इस साल 3 फरवरी को आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर फिर से दाखिल किए थे. 1.25 करोड़ शेयरों का यह पूरी तरह से फ्रेश इश्यू होगा. गुजरात स्थित यह कंपनी आईवी फ्लूइड, फॉर्मूलेशन, थिनर के अलावा आंख और सांस के रोगों से जुड़े उत्पाद बनाती है. आईपीओ की आय का उपयोग गुजरात के हरियाला में स्टेरीपोर्ट और एसवीपी की नई मैन्युफैक्चरिंग लाइनें बनाने के लिए किया जाएगा. आईपीओ का प्रबंधन बीलाइन कैपिटल एडवाइजर्स की तरफ से किया जाएगा.

जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ

मुंबई स्थित जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स भारत की सबसे बड़ी लैपटॉप और डेस्कटॉप रिफर्बिशर कंपनी है. 25 मार्च, 2025 को कंपनी ने सेबी के पास अपने आईपीओ का आवेदन सौंपा था. जीएनजी का आईपीओ मिक्स होगा. इसमें 450 करोड़ रुपये फ्रेश शेयर जारी कर जुटाए जाएंगे, जबकि प्रमोटरों की तरफ से 51 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बिक्री के लिए रखे जाएंगे. आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा. मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज और जेएम फाइनेंशियल मर्चेंट बैंकर के तौर पर इस इश्यू का प्रबंधन करेंगे.

यह भी पढ़ें: HDB Financial Services IPO : दांव लगाएं या नहीं, SBI Securities ने किया रिव्यू, कितना मिलेगा लिस्टिंग गेन?