बाहर से फिट, भीतर से खतरा… AIIMS रिपोर्ट में खुलासा, 45 साल से कम उम्र में अचानक मौतों की वजह दिल की बीमारी

AIIMS की एक ताजा स्टडी में सामने आया कि युवाओं में 42.6% अचानक मौतें दिल की बीमारी से हुईं. इनमें कई लोगों को किसी तरह का पूर्व संकेत नहीं था. उनके दिल की धमनियों में गंभीर ब्लॉकेज थे, लेकिन यह बीमारी चुपचाप बढ़ती रही और एक दिन जान ले गई.

AIIMS रिपोर्ट में खुलासा Image Credit: Money 9 Live

AIIMS Report on sudden Deaths: आज अचानक होने वाली मौतें सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहीं. नई दिल्ली AIIMS की एक ताजा स्टडी ने देश को चौंका दिया है. इसमें पाया गया कि अचानक मौत से जाने वाले आधे से ज्यादा लोग 45 साल से कम उम्र के थे. वे युवा, जो बाहर से बिलकुल ठीक दिखते थे, रोज की तरह ऑफिस जाते थे, सफर करते थे और बिना किसी चेतावनी के गिर पड़ते थे. जांच में सामने आया कि इन मौतों की सबसे बड़ी वजह दिल की बीमारी है. वह बीमारी जो चुपचाप बढ़ती है और जब तक पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.

TOI के हवाले से यह रिपोर्ट बताती है कि कैसे लाइफस्टाइल, अनदेखी हेल्थ आदतें और छिपी हुई दिल की समस्याएं युवाओं की जिंदगी अचानक खत्म कर रही हैं. साथ ही, डॉक्टरों ने यह भी साफ कहा है कि इन मौतों और कोविड वैक्सीन का कोई संबंध नहीं मिला है. नई दिल्ली AIIMS द्वारा मई 2023 से अप्रैल 2024 के बीच किया गया अध्ययन बताता है कि कुल 2,214 पोस्टमॉर्टम में 180 केस अचानक मौत (Sudden Death) के निकले. इनमें से 103 केस यानी 57% मौतें 18–45 साल के युवाओं में हुईं. औसत उम्र सिर्फ 33.6 साल थी और ज्यादातर पुरुष थे.

दिल की बीमारी सबसे बड़ी वजह

स्टडी में सामने आया कि युवाओं में 42.6% अचानक मौतें दिल की बीमारी से हुईं. इनमें कई लोगों को किसी तरह का पूर्व संकेत नहीं था. उनके दिल की धमनियों में गंभीर ब्लॉकेज थे, लेकिन यह बीमारी चुपचाप बढ़ती रही और एक दिन जान ले गई. ज्यादातर मौतें घर पर या यात्रा के दौरान हुईं. कई परिवारों ने बताया कि मौत से पहले अचानक बेहोशी, सीने में दर्द या सांस फूलना जैसे लक्षण दिखे. यह सब कुछ मिनटों में हो गया.

क्यों समझ नहीं आया केस?

करीब 20% मामलों में पूरी जांच के बाद भी मौत का कारण पता नहीं चला. डॉक्टरों का मानना है कि यह दिल की छिपी हुई इलेक्ट्रिकल या जेनेटिक समस्याओं से हो सकता है, जो सामान्य जांच में पकड़ में नहीं आतीं. ऐसे मामलों में परिवार को भी स्क्रीनिंग कराने की सलाह दी गई है.

लाइफस्टाइल भी बड़ी भूमिका

युवाओं में मौत के कई मामलों में धूम्रपान और शराब की आदत सामने आई. दोनों आदतें दिल की सेहत को धीरे-धीरे खराब करती हैं. हालांकि स्टडी में कोविड या कोविड वैक्सीन से कोई संबंध नहीं पाया गया. इस उम्र के लोगों में 70% से ज्यादा अचानक मौतें हार्ट डिजीज की वजह से हुईं. विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में समय से पहले हार्ट डिजीज बढ़ रही है, जो चिंता का विषय है.

ये भी पढ़ें: ICICI Prudential AMC IPO में अलॉटमेंट का ‘डबल चांस’! इस ट्रिक को अपनाते ही बदल जाएगा खेल, देखें पूरी डिटेल