IDFC फर्स्ट बैंक में मर्ज होंगे IDFC लिमिटेड और IDFC-FHCL, निवेशकों को होगा मुनाफा
रीटेल निवेशकों के पसंदीदा IDFC First Bank ने एक बड़ी घोषणा की है. इस फैसले से बैंक की संरचना और संचालन में बड़ा बदलाव आने वाला है.
IDFC लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने कंपनी का IDFC फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (IDFC FHCL) और आईडीएफसी बैंक के मर्जर को मंजूरी दे दी है. IDFC Limited ने शुक्रवार की इस बात की जानकारी दी. बैंक ने बताया कि इस विलय के लिए सभी आवश्यक शेयरधारक और नियामक मंजूरियां मिल चुकी हैं. IDFC ने आगे कहा कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), चेन्नई बेंच ने 25 सितंबर, 2024 को मर्जर पर अपनी मुहर लगा दी है.
रिकॉर्ड डेट 10 अक्टूबर
बैंक के साझा जानकारी के मुताबिक, यह मर्जर 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी होगा. इसके परिणामस्वरूप, आईडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 100 शेयरों पर आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के 155 शेयर दिए जाएंगे. रिकॉर्ड डेट 10 अक्टूबर 2024 है, जिसके आधार पर यह आवंटन होगा.
आईडीएफसी लिमिटेड के शेयरधारकों को शेयर 31 अक्टूबर 2024 तक उनके खातों में क्रेडिट किए जाने की उम्मीद है, बशर्ते नियामकीय प्रक्रियाएं और क्लीयरेंस पूरी हो जाएं.
बैंक के कॉरपोरेट स्ट्रक्चर में आएगा बदलाव
इस मर्जर के बाद बैंक का कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर सिंपलीफाइड हो जाएगा जिसमें कोई होल्डिंग कंपनी नहीं होगी. मिंट में छपे एक रिपोर्ट के मुताबिक बैंक का कहना है कि यह शेयरहोल्डिंग पैटर्न भारतीय निजी क्षेत्र के बैंकों की तरह हो जाएगी और इसमें कोई प्रमोटर होल्डिंग नहीं होगी. बैंक पूरी तरह प्रोफेशनली मैनेज किया जाएगा.
विलय का एक और अहम पहलू यह है कि बैंक को लगभग ₹600 करोड़ का कैश फ्लो हासिल होगा.
मर्जर पर सीईओ का बयान
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के एमडी और सीईओ वी वैद्यनाथन ने विलय की घोषणा पर कहा, “आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और आईडीएफसी लिमिटेड के मर्जर की घोषणा आज 2 साल की गहन मेहनत के बाद आई है.” उन्होंने कहा कि इस विलय के बाद बैंक का कॉरपोरेट स्ट्रक्चर सरल हो जाएगा और कोई प्रमोटर होल्डिंग नहीं होगी.
इस IDFC Ltd का शेयर 112 रुपए पर बंद हुआ है वहीं IDFC FIRST Bank का शेयर 74 रुपए पर बंद हुआ.