ट्रंप टैरिफ पर भारत का पलटवार, स्टील-एल्यूमीनियम पर वसूलेगा जवाबी शुल्क, यूएस को लगेगी चपत
चीन की ओर अमेरिका के प्रोडक्ट्स पर टैरिफ घटाए जाने से जहां दोनों देशों के बीच छिड़ी गहमागहमी भले ही शांत हो गई हो, लेकिन टैरिफ को लेकर भारत और यूएस में तकरार देखने को मिल रही है. भारत ने WTO नियमों के तहत अमेरिका पर एल्यूमीनियम और स्टील पर समान शुल्क वसूलने की बात कही है.

Tariff War: यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से विभिन्न देशों पर लगाए गए टैरिफ में भारत भी शामिल है. अमेरिका ने राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर 10 से 25 फीसदी शुल्क लगाने की बात कही है. ट्रंप के इसी टैरिफ नीति पर भारत ने पलटवार करने का फैसला किया है. भारत ने स्टील और एल्यूमीनियम पर लगाए गए आयात शुल्क के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों के तहत जवाबी शुल्क लगाने का प्रस्ताव रखा है. इससे अमेरिका पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.
WTO की एक संचार रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में भारत से इंपोर्टेड 7.6 अरब डॉलर के प्रोडक्टों पर 1.91 अरब डॉलर का शुल्क लगेगा. इसके जवाब में भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर समान राशि का शुल्क लगाने की योजना बनाई है.
क्या है विवाद?
मार्च 2018 में अमेरिका ने स्टील पर 25% और एल्यूमीनियम पर 10% का आयात शुल्क लगाया था, जो 23 मार्च 2018 से लागू हुआ. जनवरी 2020 में इसे बढ़ाया गया और 10 फरवरी 2025 को अमेरिका ने फिर से इन शुल्कों को संशोधित कर 12 मार्च 2025 से प्रभावी कर दिया, जिसमें स्टील पर 25% का शुल्क लागू किया गया. अमेरिका का दावा है कि यह शुल्क राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं, लेकिन भारत का कहना है कि ये उपाय WTO के सामान्य व्यापार और टैरिफ समझौते (GATT) 1994 और सुरक्षात्मक उपायों के समझौते (AoS) का उल्लंघन करते हैं.
भारत का कड़ा रुख
भारत ने 9 मई 2025 को WTO को बताया कि वह अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क बढ़ाकर जवाबी कार्रवाई करेगा. भारत ने यह भी साफ किया कि वह 30 दिन बाद जवाबी शुल्क लागू कर सकता है और जरूरत पड़ने पर उत्पादों और शुल्क दरों में बदलाव कर सकता है. बता दें भारत ने WTO के ट्रेड इन गुड्स काउंसिल और कमेटी ऑन सेफगार्ड्स को अपने अगले कदमों की जानकारी देने की बात कही है.
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पहले भी हो चुकी है तकरार
ये पहली बार नहीं है जब दोनों देशों में टैरिफ को लेकर तकरार देखने को मिली हो. इससे पहले 2018 में भी ट्रंप प्रशासन ने स्टील और एल्यूमीनियम पर शुल्क लगाए थे, जिसके जवाब में भारत ने जून 2019 में बादाम और अखरोट सहित 28 अमेरिकी उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया था. भारत ने इस मुद्दे को WTO में भी उठाया था. अब दोनों देश एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत कर रहे हैं और इस सप्ताह भारतीय टीम व्यापार वार्ता के लिए अमेरिका का दौरा कर रही है. भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अपनी व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा.
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