मई में 14 महीने के निचले स्तर पर पहुंची थोक महंगाई दर, खाने-पीने की कीमतों ने दी राहत
खाने-पीने की चीजें सस्ती होने से थोक महंगाई दर में गिरावट देखने को मिला है. ये 14 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है. रिटेल महंगाई में भी गिरावट आई है. तो क्या-क्या चीजें हुई सस्ती और किन चीजों का महंगाई दर पर है असर, यहां देखें डिटेल.
WPI inflation May: भारत में खाने-पीने की चीजें सस्ती होने की वजह से बड़ी राहत मिली है. मई में थोक महंगाई दर (WPI) घटकर 0.39% पर आ गई, जिससे ये 14 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है. ये अप्रैल में दर्ज किए गए आंकड़े 0.85% से काफी कम है. सरकार की ओर से जारी डेटा के मुताबिक, सब्जियों, प्याज और दालों जैसी जरूरी खाद्य सामग्रियों की कीमतों में गिरावट की वजह से थोक महंगाई दर घटी है. एक सर्वे ने अनुमान लगाया गया था कि मई में WPI महंगाई 14 महीने के निचले स्तर 0.80% पर होगी, लेकिन हकीकत में ये आंकड़ा इससे भी कम रहा. मासिक आधार पर WPI महंगाई अप्रैल के 0.19% से घटकर 0.06% पर आ गई है.
खाने-पीने की चीजों में महंगाई का हाल
- सब्जियां: मई में सब्जियों की महंगाई दर -21.62% रही, जो अप्रैल के -18.26% से बेहतर है.
- प्याज: प्याज की महंगाई -14.41% रही, जबकि अप्रैल में यह 0.20% थी.
- आलू: आलू की कीमतों में -29.42% की भारी गिरावट, जो अप्रैल में -6.77% थी.
- दालें: दालों की महंगाई -10.41% रही, जो अप्रैल के 5.57% से कम है.
- अनाज: अनाज की कीमतों में महंगाई 2.56% रही, जो मई में 3.81% थी.
मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स और ईंधन का हाल
थोक महंगाई में 60% से ज्यादा हिस्सा रखने वाले मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई मई में 2.04% रही. प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई -2.02% रही, जो अप्रैल में 1.44% थी. वहीं, ईंधन और बिजली की महंगाई -2.27% रही, जो अप्रैल के -2.18% से थोड़ी ज्यादा गिरावट दिखाती है.
रिटेल महंगाई भी 6 साल के निचले स्तर पर
रिटेल महंगाई मई में घटकर 2.82% पर आ गई, जो 6 साल से ज्यादा समय में सबसे कम है. अप्रैल में यह 3.16% थी, जो मार्च के 3.34% से कम थी. यह 69 महीने का सबसे निचला स्तर है, जो घरेलू बजट के लिए राहत की खबर है.
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RBI का क्या है अनुमान?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने अप्रैल की मीटिंग में खाद्य कीमतों में कमी के चलते महंगाई के लगातार कम होने की बात कही थी. FY26 के लिए महंगाई का अनुमान 4.2% से घटाकर 4% कर दिया गया है.