नुवामा वेल्थ के दफ्तरों पर इनकम टैक्स की रेड, जेन स्ट्रीट की ट्रेडिंग पार्टनर रही है फर्म
Nuwama Wealth: सर्च उन जगहों पर चल रही है जहां नुवामा भारत में वैश्विक फर्म जेन स्ट्रीट के ऑन-ग्राउंड ट्रेडिंग पार्टनर के रूप में काम करती रही है. सेबी ने हाल ही में इस फर्म पर अपने ऑप्शन ट्रेडों को फायदा पहुंचाने के लिए भारत में स्टॉक और इंडेक्स की कीमतों में हेरफेर करने का आरोप लगाया है.
Nuwama Wealth: इनकम टैक्स विभाग जेन स्ट्रीट मामले के संबंध में नुवामा वेल्थ एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (पूर्व में एडलवाइस ब्रोकिंग) के ऑफिस में तलाशी अभियान चला रहा है. सर्च मुंबई में उन जगहों पर चल रही है, जहां नुवामा भारत में वैश्विक फर्म जेन स्ट्रीट के ऑन-ग्राउंड ट्रेडिंग पार्टनर के रूप में काम करता थी. गुरुवार को दोपहर 2:20 बजे तक नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट के शेयर 1.74% गिरकर 7,279 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे. नुवामा ने बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी है.
नुवामा ने दी सफाई
नुवामा वेल्थ एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड ने बयान जारी कर कहा कि आयकर विभाग ने बुधवार को कंपनी के रजिस्टर्ड कार्यालय में आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 133A के तहत एक सर्वे कर रहा है. कंपनी अधिकारियों के साथ पूर्ण सहयोग कर रही है और आवश्यक जानकारी साझा कर रही है.
जेन स्ट्रीट पर आरोप
जेन स्ट्रीट अमेरिका बेस्ड ट्रेडिंग फर्म है, जो 45 से अधिक देशों में एक्टिव है. सेबी ने हाल ही में इस फर्म पर अपने ऑप्शन ट्रेडों को फायदा पहुंचाने के लिए भारत में स्टॉक और इंडेक्स की कीमतों में हेरफेर करने का आरोप लगाया है. सेबी के अनुसार, जेन स्ट्रीट ने पहले कीमतें बढ़ाने के लिए स्टॉक खरीदकर और फिर बाद में ऑप्शन सेगमेंट में गिरती कीमतों से पैसा कमाने के लिए उन्हें बेचकर भारी मुनाफा कमाया.
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, सेबी ने औपचारिक सूचना जारी कर पुष्टि की है कि जेन स्ट्रीट की भारतीय सिक्योरिटी मार्केट तक पहुंच पर लगे प्रतिबंध हटा लिए गए हैं. यह सेबी के 3 जुलाई के अंतरिम आदेश के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि जमा राशि के अनुपालन पर सिक्योरिटीज मार्केट तक पहुंच पर लगा प्रतिबंध समाप्त हो जाएगा.
हट गया प्रतिबंध
जेन स्ट्रीट ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि ये लेन-देन एक वैध आर्बिट्रेज रणनीति का हिस्सा थे. ट्रेड में वापसी के लिए कंपनी ने 4,843 करोड़ रुपये एक एस्क्रो अकाउंट में जमा कर दिए, जिसे सेबी ने कथित अवैध लाभ का प्रतिनिधित्व करने वाला बताया. एस्क्रो जमा के साथ, सेबी ने पिछले सप्ताह व्यापार प्रतिबंध हटा लिया, हालांकि मामला अभी भी कानूनी समीक्षा के अधीन है.
सेबी ने लगाया था फाइन
हाल ही में नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड ने बताया था कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, नुवामा वेल्थ एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड को सेबी द्वारा 16 जुलाई 2025 के एक निर्णय आदेश के जरिए 5,00,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था. यह जुर्माना 1 अप्रैल, 2022 और 30 नवंबर 2023 के बीच की अवधि के लिए सेबी, एक्सचेंजों और डिपॉजिटरी द्वारा किए गए एक व्यापक निरीक्षण के बाद लगाया गया, जिसमें कुछ ऑपरेशनल गैप्स की पहचान की गई थी.