JSW Paints ने Akzo Nobel पर फिर लगाई 12915 रुपये की बाजी, डील पुरा करने के लिए CCI से मांगी मंजूरी
JSW Paints ने दुनिया के कुछ सबसे प्रसिद्ध पेंट ब्रांड की मालिकाना हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी शुरू कर दी है. जल्द ही यह सौदा पूरे हो सकता है, लेकिन इसके असर पूरे पेंट बाजार पर पड़ सकते हैं. इस खबर के पीछे की रणनीति जानने के लिए पढ़ें आगे...
पेंट की दुनिया में हलचल मचाने के लिए सज्जन जिंदल के नेतृत्व वाली JSW Paints ने एक बड़ा कदम उठाया है. कंपनी ने डच कंपनी Akzo Nobel की भारतीय इकाई में ज्यादा हिस्सेदारी खरीदने के लिए कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया खरीदने के लिए कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) से मंजूरी मांगी है. यह सौदा करीब 12,915 करोड़ रुपये का है और इसके जरिए JSW Paints देश की चौथी सबसे बड़ी पेंट कंपनी बनना चाहती है.
JSW Paints इस अधिग्रहण को दो हिस्सों में पूरा करेगी. पहले चरण में कंपनी Akzo Nobel India की 74.76 फीसदी हिस्सेदारी 8,986 करोड़ रुपये में खरीदेगी, फिर खुले बाजार से बाकी 25.24 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 3,929.06 करोड़ रुपये का ओपन ऑफर देगी. इस तरह पूरा सौदा 12,915 करोड़ रुपये का हो जाएगा.
डील से कैसे बदलेगा बाजार का गणित?
CCI के पास जो प्रस्ताव गया है, उसमें JSW Paints और Akzo Nobel India दोनों ने दावा किया है कि यह सौदा बाजार में प्रतिस्पर्धा पर कोई नकारात्मक असर नहीं डालेगा. पेंट इंडस्ट्री में पहले से Asian Paints, Berger, Kansai Nerolac, Indigo Paints और Grasim (Birla Opus) जैसे कई बड़े खिलाड़ी मौजूद हैं.
Akzo Nobel India देश में डेकोरेटिव और इंडस्ट्रियल पेंट सेगमेंट की एक बड़ी कंपनी है, जो Dulux, International और Sikkens जैसे ब्रांड्स के लिए जानी जाती है. इस अधिग्रहण के बाद JSW Paints को देशभर में Akzo की मजबूत ब्रांड वैल्यू और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का फायदा मिलेगा.
JSW Paints के एमडी पार्थ जिंदल ने कहा, “भारत का पेंट सेक्टर बहुत तेजी से बढ़ रहा है. Akzo Nobel जैसे ग्लोबल ब्रांड को JSW परिवार में शामिल करके हम भविष्य की सबसे आधुनिक पेंट कंपनी बनाना चाहते हैं.”
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Akzo Nobel क्या रखेगी अपने पास?
डच मूल कंपनी Akzo Nobel NV ने साफ किया है कि इस डील के बावजूद India Powder Coatings बिजनेस और इंटरनेशनल रिसर्च सेंटर को वह अपने पास रखेगी. ये दोनों यूनिट्स अब पूरी तरह Akzo Nobel के अधीन रहेंगी.
JSW Paints ने 2019 में पेंट सेक्टर में एंट्री ली थी और कुछ ही सालों में तेज़ ग्रोथ दर्ज की है. यह सौदा JSW ग्रुप के लिए न सिर्फ ब्रांड पोजिशनिंग को मजबूत करेगा, बल्कि डिस्ट्रीब्यूशन और तकनीक के क्षेत्र में भी उसे नए अवसर देगा.