नेपाल में Gen Z की जीत, सोशल मीडिया से हटा बैन, Bitchat–TikTok बने प्रदर्शनकारियों की आवाज
नेपाल में Gen Z द्वारा चलाए गए प्रदर्शनों के बाद सरकार ने सोशल मीडिया बैन हटा लिया है. इस आंदोलन में TikTok, Discord और Bitchat जैसे प्लेटफॉर्म्स प्रदर्शनकारियों की आवाज बने. Jack Dorsey की Bitchat ने बिना इंटरनेट संदेश भेजने की सुविधा देकर बड़ी भूमिका निभाई. सरकार ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करते हुए 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को फिर से बहाल कर दिया.

Nepal Gen Z Protest: नेपाल में हाल ही में सोशल मीडिया पर लगाए गए बैन के खिलाफ “Gen Z” प्रोटेस्ट हुआ था. ET की रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रदर्शन के बाद सरकार ने सोशल मीडिया प्रतिबंध हटा लिया है. इन प्रदर्शनों में कम से कम 51 लोगों की मौत हुई, जिनमें एक भारतीय नागरिक भी शामिल था. हिंसक युवा-नेतृत्व वाले प्रदर्शनों के बाद सरकार ने 9 सितंबर को प्रतिबंध हटाने की घोषणा थी. 8 सितंबर को जारी एक बयान में सरकार ने कहा था कि वह विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करती है. इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और विचारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया है.
प्रतिबंध के दौरान कौन से ऐप्स काम कर रहे थे?
प्रतिबंध के दौरान, कुछ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने नेपाल के संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ पंजीकरण करवाया था, जिसके कारण वे उपलब्ध रहे. इनमें TikTok, WeTalk, Nimbuzz, Viber और एक अन्य ऐप शामिल थे. इसके अलावा, Telegram और Global Diary पंजीकरण की प्रक्रिया में थे. हालांकि, इनमें से कुछ ऐप्स ने प्रदर्शनकारियों के बीच विशेष लोकप्रियता हासिल की.
Bitchat: इंटरनेट के बिना कम्यूनिकेशन का साधन
Jack Dorsey की मैसेजिंग ऐप Bitchat, जो बिना इंटरनेट या मोबाइल नेटवर्क के काम करती है, पूरे प्रदर्शन के दौरान सक्रिय रही. यह ऐप Bluetooth के जरिए 100 मीटर की दूरी तक संदेश भेज सकती है, और Dorsey के अनुसार इसका Relay System इस दूरी को 300 मीटर तक बढ़ा सकता है. प्रदर्शनों से पहले, कई प्रदर्शनकारियों ने VPN सर्विस का इस्तेमाल कर प्रतिबंधों को बायपास किया, लेकिन व्यापक इंटरनेट शटडाउन की आशंका के बीच Bitchat डाउनलोड में भारी उछाल देखा गया.
एक ही दिन में Bitchat को 48,000 से अधिक बार डाउनलोड किया गया, जिससे यह Google Play Store के टॉप 10 में शामिल हो गया.
Discord: रणनीति बनाने का मंच
प्रधानमंत्री KP शर्मा ओली के इस्तीफे और सेना की सड़कों पर तैनाती के बाद कई कार्यकर्ताओं ने Discord का सहारा लिया. एक Discord सर्वर, जिसमें 1,45,000 से अधिक सदस्य थे, उसने अंतरिम नेता के रूप में नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश सुषिला कार्की के समर्थन में चर्चा की. शुक्रवार को कार्की ने संसद भंग होने के बाद अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली.
TikTok: जनता की आवाज
TikTok ने #NepoKids हैशटैग के माध्यम से प्रदर्शनों को बढ़ावा दिया, जिसमें राजनेताओं के बच्चों की शानदार जीवनशैली की तुलना आम नेपाली नागरिकों की कठिनाइयों से की गई. ये वीडियो ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्यापक रूप से फैले, जिसने जनता के आक्रोश को और बढ़ाया. प्रतिबंध के बावजूद, TikTok सुलभ रहा और विरोध सामग्री का प्रमुख मंच बन गया.
26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से हटा प्रतिबंध
नेपाल सरकार ने अब 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध हटा लिया है. यूजर अब Facebook, Messenger, Instagram, YouTube, WhatsApp, X, LinkedIn, Snapchat, Reddit, Discord, Pinterest, Signal, Threads, WeChat, Quora, Tumblr, Clubhouse, Mastodon, Rumble, VK, Line, IMO, Zalo, Soul, Hamro Patro और BeReal का इस्तेमाल फिर से कर सकते हैं.
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