दिवालिया Byju’s को खरीदने की तैयारी हुई तेज, मणिपाल ग्रुप बोली प्रक्रिया में होगा शामिल; कंपनी ने दाखिल किया EoI
मणिपाल एजुकेशन एंड मेडिकल ग्रुप (MEMG) ने दिवालिया हो चुकी बायजूस की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को खरीदने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाते हुए आधिकारिक एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) दाखिल किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, यह कदम संकेत देता है कि मणिपाल अब गंभीरता से रिजॉल्यूशन प्लान पर काम कर रहा है. समूह पहले ही Aakash Educational Services में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 58 फीसदी कर चुका है.
Manipal Group: रंजन पाई के मणिपाल एजुकेशन एंड मेडिकल ग्रुप (MEMG) ने दिवालिया हो चुकी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड, बायजूस की पेरेंट कंपनी को खरीदने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया है. ET की रिपोर्ट के मुताबिक, समूह ने कंपनी के लिए आधिकारिक एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) दाखिल किया है, जो इस बात का संकेत है कि मणिपाल अब गंभीरता से रिजॉल्यूशन प्लान तैयार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. यह वही कंपनी है जिसके लिए मणिपाल को पहले से संभावित बोलीदाता माना जा रहा था.
मणिपाल ग्रुप की रणनीति
मणिपाल ग्रुप ने कहा है कि वह थिंक एंड लर्न की वित्तीय और ऑपरेशनल स्थिति की समीक्षा करने के बाद अगला रिजॉल्यूशन प्लान तैयार करेगा. समूह का कहना है कि अगर TLPL का अधिग्रहण सफल होता है, तो Aakash Educational Services के बिजनेस को बड़ा फायदा मिलेगा. मणिपाल पहले ही Aakash में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 58 फीसदी कर चुका है, जिससे वह सबसे बड़ा शेयरधारक बन गया है.
क्या-क्या बिकाऊ है
बोली लगाने वालों के पास विकल्प है कि वे या तो पूरी थिंक एंड लर्न खरीदें या फिर इसके चुनिंदा एसेट्स. रिपोर्ट के मुताबिक, इन एसेट्स में आकाश की हिस्सेदारी, जियोजेब्रा, व्हाइटहैट जूनियर, टॉपर, इन्वेंटरी, रिसीवेबल्स, फर्नीचर, बायजूस लर्निंग ऐप, कोर्स कंटेंट और अन्य इन्टैंजिबल एसेट्स शामिल हैं. जानकारी के अनुसार, अभी तक केवल MEMG ने ही EoI सबमिट किया है. अधिक भागीदारी के लिए बैंक गारंटी की शर्त को भी घटाकर 5 करोड़ रुपये से 1 करोड़ रुपये कर दिया गया है.
Aakash–Byju’s सौदे का इतिहास
Byju’s ने वर्ष 2021 में Aakash को 950 मिलियन डॉलर में खरीदा था, लेकिन COVID–19 के बाद बिजनेस में आई मंदी और कैश क्रंच ने कंपनी की स्थिति कमजोर कर दी. मई 2023 में Byju’s ने Aakash की कैश फ्लो के बदले डेविडसन केम्पनर से 2,000 करोड़ रुपये जुटाए थे.
इसके बाद नवंबर 2023 में रंजन पाई ने 1,400 करोड़ रुपये का निवेश कर केम्पनर के सभी NCDs खरीद लिए. जनवरी 2024 में पाई 40 फीसदी हिस्सेदारी के साथ Aakash के सबसे बड़े शेयरधारक बने और बाद में ब्लैकस्टोन और जे सी चौधरी से भी शेयर खरीदकर नियंत्रण और मजबूत किया.
राइट्स इश्यू से थिंक एंड लर्न की हिस्सेदारी घटने की आशंका
29 अक्टूबर को Aakash के शेयरधारकों ने अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाने को मंजूरी दी, जिसके बाद 3 नवंबर को राइट्स इश्यू खुला, जो 17 नवंबर तक जारी रहेगा. इस प्रक्रिया से थिंक एंड लर्न की हिस्सेदारी 25.75 फीसदी से घटकर 6.125 फीसदी होने की संभावना है. हालांकि समूह ने बताया है कि TLPL ने अपनी हिस्सेदारी के अनुरूप राइट्स इश्यू में भाग लेने के लिए 25 करोड़ रुपये जमा करा दिए हैं.
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