Reliance-Disney Merger को सरकार से मिली मंजूरी, जानिए कैसे बदलेगा टीवी का खेल
इस मर्जर के बाद ब्रॉडकास्टिंग मार्केट में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और यह भारत के टीवी चैनल्स के भविष्य को नए आयाम देने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है.
बच्चों का फेवरेट चैनल डिज्नी और देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस एंटरटेनमेंट एक हो रहे हैं. शनिवार को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) को नॉन-न्यूज और करेंट अफेयर्स टीवी चैनल्स के लाइसेंस ट्रांसफर की मंजूरी दे दी. इसके डील के साथ ही, वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के चैनल्स अब स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर किए जाएंगे. यह मर्जर कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) द्वारा निर्धारित शर्तों के तहत आगे बढ़ेगा. मर्जर के बाद ये भारत की सबसे बड़ी एंटरटेनमेंट कंपनी बनेगी. ये एक स्पोर्ट्स पावरहाउस के तौर पर उभरेगी. कंपनी के पास पूरे भारत में 75 करोड़ दर्शक होंगे.
रिलायंस और डिज्नी का स्ट्रैटेजिक जॉइंट वेंचर
इस फैसले के पीछे रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और डिज्नी के बीच किया गया एक स्ट्रैटेजिक जॉइंट वेंचर है. रिलायंस ने बताया कि सरकार की मंजूरी 27 सितंबर, 2024 को जारी आदेश के तहत दी गई, जो कि 28 फरवरी 2024 को जारी की गई.
इस मर्जर को CCI ने 28 अगस्त, 2024 को 70,350 करोड़ रुपये की डील के रूप में मंजूरी दी थी. इसके बाद, मुंबई बेंच नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने 30 अगस्त, 2024 को वायकॉम18 और स्टार इंडिया के मर्जर को अपनी स्वीकृति दे दी.
एडवर्टाइजमेंट मार्केट में कितनी होगी हिस्सेदारी
दोनों कंपनी के विलय से बनी नई कंपनी के पास टीवी और स्ट्रीमिंग सेगमेंट में भारतीय एडवर्टाइजमेंट मार्केट की 40 फीसदी हिस्सेदारी होगी. नई कंपनी के पास क्रिकेट एडवर्टाइजमेंट रेवेन्यू में लगभग एकाधिकार होगा. क्रिकेट के अलावा मोटो जीपी, इंग्लिश प्रीमियर लीग और विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप के ब्रॉडकास्टिंग अधिकार भी होंगे.
इस डील के 6 महीने के भीतर क्लोज होने की उम्मीद है.अगर यह डीस पूरी हो जाती है तो यह डील पूरी हो जाती है, तो यह भारतीय मनोरंजन बाजार में बिग फिश होगी.