RIL Q1 Results: मुकेश अंबानी की रिलायंस का जोरदार प्रदर्शन, मुनाफा 78 फीसदी बढ़ा; जियो ने मचाया धमाल

Reliance Q1 Results: कंपनी ने बताया कि लिस्टेड निवेशों की बिक्री से यह मुनाफा बढ़ा है. इसके अलावा, RIL का पहली तिमाही का मुनाफा 25 फीसदी अधिक रहा. कंपनी ने बताया कि लिस्टेड निवेशों की बिक्री से यह मुनाफा बढ़ा है. मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस ने वित्त वर्ष 26 की शुरुआत मजबूत और ऑलराउंड प्रदर्शन के साथ की है.

रिलायंस के मुनाफे में बंपर उछाल. Image Credit: Tv9

Reliance Q1 Results: अरबपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली ऑयल टू टेलीकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए. कंपनी ने बताया कि उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट साल-दर-साल आधार पर 78 फीसदी बढ़कर 26,994 करोड़ रुपये हो गया. पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह आंकड़ा 15,138 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी ने बताया कि लिस्टेड निवेशों की बिक्री से यह मुनाफा बढ़ा है. इसके अलावा, RIL का पहली तिमाही का मुनाफा 25 फीसदी अधिक रहा.

नेट प्रॉफिट और रेवेन्यू

कंपनी का नेट प्रॉफिट 30,783 करोड़ रुपये रहा. वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में ऑपरेशनल रेवेन्यू 2,48,660 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में दर्ज 2,36,217 करोड़ रुपये से 5 फीसदी अधिक है. इस बीच, इसका ग्रॉस रेवेन्यू 6 फीसदी सालाना बढ़कर 2,73,252 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इसका EBITDA 35.7 फीसदी सालाना बढ़कर 58,024 करोड़ रुपये हो गया.

रिलायंस जियो का मुनाफा 25 फीसदी बढ़ा

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की टेलीकॉम ब्रॉन्च, रिलायंस जियो ने जून 2025 को समाप्त तिमाही (वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही) में शानदार प्रदर्शन किया. मजबूत कस्टमर ग्रोथ, बढ़ती खपत और लगातार डिजिटल स्पीड के बल पर कंपनी ने रेवेन्यू और ऑपरेशनल मार्जिन में अच्छी वृद्धि के साथ-साथ नेट प्रॉफिट में साल-दर-साल 25 फीसदी की वृद्धि दर्ज की.

रिलायंस जियो ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 7,110 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 5,698 करोड़ रुपये की तुलना में लगभग 25 फीसदी अधिक है. तिमाही के लिए नेट रेवेन्यू 41,054 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के 34,548 करोड़ रुपये से 18.8 फीसदी की सालाना वृद्धि दर्शाता है.

डिजिटल सर्विस होल्डिंग कंपनी, जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (JPL) ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 18,135 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 23.9 फीसदी अधिक है. EBITDA मार्जिन में 210 बेसिस प्वाइंट का सुधार हुआ, जो प्रति यूजर एवरेज रेवेन्यू (ARPU), मजबूत ऑपरेशनल क्षमता और एक केंद्रित लागत-एफिशिएंसी रणनीति के मिक्स से प्रेरित था.

प्रति यूजर एवरेज रेवेन्यू (ARPU) तेजी से बढ़कर 208.8 रुपये प्रति ग्राहक प्रति माह हो गया, जो एक साल पहले की समान अवधि के 181.7 रुपये से 14.9 फीसदी अधिक और पिछली मार्च 2025 तिमाही (वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही) में दर्ज 206.2 रुपये से अधिक है. रिलायंस जियो की 5G सर्विस की आक्रामक शुरुआत ने प्रॉफिट देना शुरू कर दिया है, कंपनी ने तिमाही के दौरान 5G ग्राहकों की संख्या 20 करोड़ के आंकड़े को पार करते हुए 21.3 करोड़ तक पहुंच गई है.

रिलायंस रिटेल का मुनाफा बढ़ा

रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल ब्रॉन्च रिलायंस रिटेल का जून में समाप्त तिमाही (वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही) का नेट प्रॉफिट साल-दर-साल (YoY) 28.3 फीसदी बढ़कर 3,271 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि, यह मुनाफा पिछली मार्च तिमाही के 3,545 करोड़ रुपये की तुलना में कम है.

इस तिमाही में कंपनी का ऑपरेशन रेवेन्यू 84,171 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के 75,615 करोड़ रुपये से 11.3 फीसदी की सालाना वृद्धि दर्शाता है, लेकिन वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के 88,620 करोड़ की तुलना में 5 फीसदी कम है.

कंपनी ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए अपने स्टोरों की संख्या को तर्कसंगत बना रही है, जिसका असर हाई EBITDA में दिखाई दिया, जो सालाना आधार पर 12.7 फीसदी बढ़कर 6,381 करोड़ रुपये हो गया. यह तिमाही के दौरान रेवेन्यू ग्रोथ से कहीं अधिक है. EBITDA मार्जिन 20 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि के साथ 8.5 फीसदी हो गया, जो क्रमिक और वार्षिक दोनों आधार पर बेहतर हुआ.

ऑयल टू केमिकल

घरेलू फ्यूल रिटेल बिक्री पर फेवरेवल मार्जिन और ट्रांस्पोर्टेशन फ्यूल क्रैक में सुधार के कारण ऑयल टू केमिकल (O2C) बिजनेस का EBITDA 11 फीसदी बढ़कर 14,511 करोड़ रुपये हो गया. कम बिक्री और पॉलिएस्टर चेन मार्जिन ने इसकी आंशिक भरपाई की. रिलायंस बीपी मोबिलिटी का रिटेल फ्यूल नेटवर्क 1,991 आउटलेट तक विस्तारित हुआ, जो उद्योग की ग्रोथ से आगे निकल गया. कच्चे तेल की कम कीमतों और प्लान्ड मेंटेनेंस शटडाउन के कारण रेवेन्यू एक साल पहले की तुलना में 1.5 फीसदी घटकर 1.55 लाख करोड़ रुपये रह गया.

एक्सपेंडिचर और नेट डेट

तिमाही के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर 29,887 करोड़ रुपये रहा, जबकि नेट डेट मामूली रूप से बढ़कर 30 जून तक 1,17,580 करोड़ रुपये हो गया, जो मार्च के अंत में 1,17,083 करोड़ रुपये था.

जोरदार प्रदर्शन के साथ शुरुआत

मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस ने वित्त वर्ष 26 की शुरुआत मजबूत और ऑलराउंड प्रदर्शन के साथ की है. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश डी. अंबानी ने कहा कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में उतार-चढ़ाव के बावजूद, वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के लिए कंसोलिडेटेड EBITDA में पिछले वर्ष की तुलना में सुधार हुआ है.

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