RIL Q2 Results: मुनाफे में 16% की बढ़ोतरी, रेवेन्यू 283548 करोड़; JIO के IPO से पहले टेलीकॉम बिजनेस का ARPU ₹211.4 हुआ
Reliance Industries Q2 Results: Reliance वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में ऑपरेशनल ग्रॉस रेवेन्यू 2,83,548 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में दर्ज 2,58,027 करोड़ रुपये से 9.9 फीसदी की सालाना वृद्धि दर्शाता है. रिलायंस जियो ने दूसरी तिमाही में अच्छी वृद्धि दर्ज की और उसका रेवेन्यू साल-दर-साल 14.6 फीसदी बढ़कर 36,332 करोड़ रुपये हो गया.
Reliance Industries Q2 Results: मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली ऑयल, टेलीकॉम और रिटेल सेक्टर की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में शानदार आंकड़े दर्ज किए हैं. कंपनी ने टैक्स ऑफ्टर कंसोलिडेटेड प्रॉफिट में साल-दर-साल 15.9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की, जो 22,146 करोड़ रुपये रहा. हालांकि तिमाही-दर-तिमाही आधार पर यह आंकड़ा कम हुआ, लेकिन यह मुख्यतः पिछली तिमाही के मुनाफे में हुई असाधारण वृद्धि के कारण था.
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में ऑपरेशनल ग्रॉस रेवेन्यू 2,83,548 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में दर्ज 2,58,027 करोड़ रुपये से 9.9 फीसदी की सालाना वृद्धि दर्शाता है. यह आँकड़ा तिमाही-दर-तिमाही आधार पर भी बेहतर रहा, क्योंकि जून 2025 की तिमाही में यह 2,73,252 करोड़ रुपये रहा था.
जियो प्लेटफॉर्म्स
रिलायंस जियो ने दूसरी तिमाही में अच्छी वृद्धि दर्ज की और उसका रेवेन्यू साल-दर-साल 14.6 फीसदी बढ़कर 36,332 करोड़ रुपये हो गया. इस बीच, प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) साल-दर-साल 12.8 फीसदी बढ़कर 7,379 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी के बहुप्रतीक्षित आईपीओ से पहले, ग्राहकों की बढ़ती भागीदारी के कारण, दूसरी तिमाही में जियो का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) बढ़कर 211.4 रुपये हो गया, जो फिलहाल प्रमोशनल 5G ऑफर से प्रभावित है.
रिलायंस रिटेल
रिटेल सेगमेंट ने रेवेन्यू और लाभ दोनों में साल-दर-साल अच्छी वृद्धि दर्ज की. हालांकि मार्जिन में थोड़ी गिरावट आई. ऑपरेशनल रेवेन्यू साल-दर-साल 19 फीसदी बढ़कर 79,128 करोड़ रुपये हो गया, जबकि प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 21.9 फीसदी की मज़बूत वृद्धि के साथ 3,457 करोड़ रुपये हो गया. EBITDA साल-दर-साल 16.5 फीसदी बढ़कर 6,816 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि, EBITDA मार्जिन 20 बेसिस प्वाइंट घटकर 8.6 फीसदी रह गया. त्योहारी मांग और जीएसटी दर में कटौती ने प्रदर्शन को बढ़ावा दिया.
O2C बिजनेस
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में ऑयल टू केमिकल बिजनेस (O2C) रेवेन्यू पिछले वर्ष की तुलना में 3.2 फीसदी बढ़कर 1,60,558 करोड़ हो गया. RIL ने बताया कि बिक्री के लिए उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 2.3 फीसदी की वृद्धि हुई, जिससे प्राइमरी और सेकेंडरी दोनों यूनिट्स में उत्पादन में बढ़ोतरी हुई.
इस बीच, ट्रांसपोर्टेशन फ्यूल क्रैक (22-37% की वृद्धि) में तेज उछाल और पॉलिमर मार्जिन में सुधार के साथ, दूसरी तिमाही में EBITDA पिछले वर्ष की तुलना में 20.9 फीसदी बढ़कर 15,008 करोड़ रुपये हो गया.
कंपनी ने कहा कि वह 20 गीगावाट पीक सोलर पीवी क्षमता और 100 गीगावाट एच बैटरी गीगा-फैक्ट्री स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. कंपनी ने कहा कि उसने पहले ही चार पीवी मॉड्यूल लाइनें चालू कर दी हैं, और पहली सेल लाइन अक्टूबर 2025 में जल्द ही चालू होने की उम्मीद है. कंपनी ने कच्छ में बैटरी गीगा-फैक्ट्री और रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट के एग्जीक्यूशन में तेजी से हो रही प्रगति पर प्रकाश डाला.
न्यू एनर्जी बिजनेस
कंपनी ने कहा, ‘कच्छ में 5,50,000 एकड़ की साइट पर प्रोजेक्ट डेवलपमेंट अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है, इंजीनियरिंग और व्यवहार्यता स्टडी पूरी हो चुकी हैं और साइट वर्तमान में भूमि विकास के विभिन्न चरणों में है.’
RIL के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा, मैं अपने नए ग्रोथ इंजनों – नई एनर्जी, मीडिया और कंज्यूमर ब्रान्ड्स में हो रही प्रगति से खुश हूं. मेरा मानना है कि ये व्यवसाय रिलायंस की विरासत को आगे बढ़ाएंगे, जिसमें उद्योग जगत के लीडिंग लोगों का निर्माण, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर ध्यान केंद्रित करके भारतीय उपभोक्ताओं को सही कीमत पर सही उत्पाद और सेवाएं प्रदान करना शामिल है.’