RIL Results : 5% घटकर भी 16,563 करोड़ रुपये रहा मुनाफा, कहां से बरस रही दौलत देखें पूरा रिपोर्ट कार्ड
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. कंपनी का मुनाफा पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 5% घटा है. हालांकि, आलोचकों, विश्लेषकों व निवेशकों की उम्मीद से कहीं ज्यादा रहा है. देखते हैं कंपनी का पूरा रिपोर्ट कार्ड.
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने सोमवार 14 अगस्त को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही का रिपोर्ट कार्ड पेश किया. जुलाई से सितंबर तिमाही में साल-दर-साल आधार पर कंपनी का मुनाफ 5% घटा है. पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी को 17,394 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. मौजूदा वित्त वर्ष में यह 16,563 करोड़ रुपये रहा. हालांकि, नतीजे बाजार विश्लेषकों की राय और पब्लिक सेंटिमेंट से बेहतर रहे. कई सर्वेक्षणों में कंपनी की आय 15 से 15.7 हजार करोड़ के बीच में रहने का अनुमान लगाया गया था. कंपनी के मुनाफे में भले ही हल्की गिरावट दर्ज की गई है. लेकिन, साल-दर-साल आधार पर कंपनी के टोटल रेवेन्यू में बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल की समान अवधि की तुलना में कंपनी का रेवेन्यू 0.2% बढ़कर 2.35 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
EBITDA में आई कमी
मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए कंपनी ने 43,934 करोड़ रुपये EBITDA, यानी ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई अर्जित की है. मौजूदा तिमाही के नतीजों के मुताबिक साल-दर-साल आधार पर EBITDA में 2% की गिरावट आई है. इसके अलावा EBITDA मार्जिन भी 50 आधार अंकों की गिरावट के साथ 17% रह गया है. इसके साथ ही कंपनी की वित्तीय लागत में भी बढ़ोतरी हुई है. यह साल-दर-साल आधार पर 5% बढ़कर 6,017 करोड़ रुपये हो गई है.
समेकित राजस्व बढ़ा
कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 0.8% ज्यादा समेकित राजस्व अर्जित किया है. यह अब बढ़कर 2.58 लाख करोड़ रुपये हो गया है. वहीं, टैक्स के बाद का कंसोलिडेटिड लाभ और सभी सहायक कंपनियों का इसमें हिस्सा 2.8% घटकर 19,323 करोड़ रह गया है.
कुल कर्ज में कमी
साल-दर-साल आधार पर कंपनी के कर्ज में 1289 करोड़ रुपये की कमी आई है. 30 सितंबर, 2024 तक आरआईएल का कंसोलिडेटिड कर्ज 116,438 करोड़ रुपये रहा, जो 30 सितंबर, 2023 को 117,727 करोड़ था.
जियो ने किया मालामाल
मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी की टेलीकॉम सब्सीडरी जियो ने ने 15,931 करोड़ रुपये का EBIDTA हासिल किया है. इसमें साल-दर-साल के हिसाब से 17.8% की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा जियो का का शुद्ध लाभ साल-दर-साल आधार पर 23.4% बढ़कर ₹6,539 करोड़ हो गया है. इसके अलावा जियो के ग्राहक आधार में भी साल-दर-साल 4.2% की बढ़ोतरी हुई है. जियो के ग्राहकों की संख्या 47 करोड़ 88 लाख हो गई है.
टैरिफ का असर अगली तिमाही में दिखेगा
कंपनी का दावा है कि टैरिफ बढ़ोतरी और बेहतर सब्सक्राइबर मिक्स की वजह से जियो का ARPU यानी प्रति ग्राहक औसत राजस्व बढ़कर 195.1 रुपये हो गया है. टैरिफ बढ़ोतरी का पूरा असर अगली 2-3 तिमाहियों में दिखने को मिलेगा. इसके साथ ही कंपनी ने बताया कि जियो की कुल डाटा खपत साल-दर-साल 24% बढ़कर 45 अरब जीबी हो गई है. इसके अलावा और वॉइस ट्रैफिक 6.4% बढ़कर 1.42 लाख करोड़ मिनिट हो गया है.
दुनिया की सबसे बड़ा 5जी ऑपरेट जियो
कंपनी के दावे के मुताबिक जियो को ट्रू 5G सेवा लॉन्च किए अभी 2 साल भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन जियो दुनिया की सबसे बड़ी 5G ऑपरेटर कंपनी बन गई है. जियो ने 5जी कस्टमर बेस के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है. फिलहाल, जियो के ट्रू 5G के ग्राहक 14 करोड़ 70 लाख हो गए हैं, जो दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. इसके अलावा जियो एयर फाइबर का भी तेजी से विस्तार हो रहा है. सितंबर 2024 तक यह सेवा 28 लाख घरों तक पहुंच चुकी है.
रिलायंस रिटेल का कारोबार घटा
मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस रिटेल का कारोबार साल-दर-साल आधार पर 1.1 फीसदी घटकर 76,302 करोड़ रहा. रिलायंस रिटेल का तिमाही EBITDA 5,675 करोड़ रुपये रहा. यह साल-दर-साल आधार पर 1.0% ज़्यादा है. इसके अलावा EBITDA मार्जिन भी 8.5% से ज्यादा रहा.
रिटेल स्टोर में हुआ विस्तार
रिलायंस रिटेल ने इस तिमाही में 464 नए स्टोर खोले. इस तरह सितंबर 2024 के अंत तक रिलायंस रिटेल के देशभर में कुल 18,946 स्टोर हो चुके हैं. इसके अलावा कंपनी के स्टोर्स में साल-दर-साल आधार पर फुटफॉल 14% बढ़कर 29 करोड़ 70 लाख हो गया है. वहीं, कंपनी के रजिस्टर्ड ग्राहकों की संख्या 32 करोड़ 70 लाख हो गई है.
ऑयल टू केमिकल का राजस्व बढ़ा
कंपनी का सबसे बड़ा कारोबार ऑयल और गैस का है. इसे मुकेश अंबानी खुद संभालते हैं. मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में रिलायंस के ऑइल टू केमिकल्स (ओ2सी) के कारोबार का राजस्व सालाना आधाार पर 5.1% बढ़कर 155,580 करोड़ रुपये हो गया. ओ2सी कारोबार में साल-दर-साल आधार पर 23.7% की गिरावट के साथ EBITDA 12,413 करोड़ रुपये रहा.
ऑयल एंड गैस का करोबार घटा
बीती तिमाही में मांग में कमी के चलते ऑयल एंड गैस कारोबार का राजस्व 6.0% घटरक 6,222 करोड़ रुपये रहा. हालांकि, ऑयल एंड गैस का EBITDA साल दर साल 11% बढ़कर 5,290 करोड़ रहा. इसके अलावा EBITDA मार्जिन 85.0% रहा.