Women’s Day 2025: कॉर्पोरेट लीडरशिप में बढ़ी महिलाओं की भागीदारी, NSE में लिस्टेड 97 फीसदी कंपिनयों के बोर्ड में शामिल

भारत में कॉरपोरेट सेक्टर में महिलाओं की भूमिका तेजी से बढ़ रही है, साथ ही कई समितियों में महिलाओं के नेतृत्व में सुधार देखा जा रहा है. NSE में सूचीबद्ध 2,133 कंपनियों में से 97 फीसदी के बोर्ड में कम से कम एक महिला निदेशक है. इसके अलावा, दो या अधिक महिला निदेशकों वाली कंपनियों की संख्या बढ़कर अब 48 फीसदी हो गई है.

कॉरपोरेट सेक्टर में महिलाओं की भूमिका तेजी से बढ़ रही है Image Credit: money9live.com

Women’s Day 2025: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है, लेकिन इससे पहले एक डेटा सामने आया है, जो दिखा रहा है कि भारतीय कॉरपोरेट जगत में महिलाओं की भागीदारी धीरे-धीरे बढ़ रही है. हाल ही में Primeinfobase.com (Prime Database Group की पहल) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 6 मार्च 2025 तक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में सूचीबद्ध 2,133 कंपनियों में से 97 फीसदी के बोर्ड में कम से कम एक महिला निदेशक है.

महिलाओं की डायरेक्टोरशिप में बढ़ोतरी

रिपोर्ट के मुताबिक, 2,687 महिलाओं ने कुल 3,479 डायरेक्टरशिप पदों (21%) को संभाला है, जो 31 मार्च 2020 के 17 फीसदी और 31 मार्च 2014 के 5 फीसदी की तुलना में काफी अधिक है. 2014 में जब कंपनियों के बोर्ड में कम से कम एक महिला निदेशक रखने की अनिवार्यता लागू की गई थी, तब यह संख्या बहुत कम थी. Prime Database Group के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया का कहना है कि इस अनिवार्यता ने महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

बोर्ड में महिलाओं की बढ़ती भूमिका

  • दो या अधिक महिला निदेशकों वाली कंपनियों की संख्या 31 मार्च 2020 के 29 फीसदी से बढ़कर अब 48 फीसदी हो गई है.
  • 86 फीसदी कंपनियों (1,837) के पास कम से कम एक स्वतंत्र महिला निदेशक है.
  • दो या अधिक स्वतंत्र महिला निदेशकों वाली कंपनियों की संख्या 8 फीसदी (31 मार्च 2020) से बढ़कर अब 22 फीसदी हो गई है.

महिला अध्यक्षता वाली समितियों में सुधार

महिला नेतृत्व में सुधार विभिन्न समितियों में भी दिख रहा है:

  • ऑडिट कमेटी (AC): महिला अध्यक्षों की संख्या 9 फीसदी (31 मार्च 2020) से बढ़कर 15 फीसदी हो गई है.
  • नॉमिनेशन एंड रिम्युनरेशन कमेटी (NRC): यह आंकड़ा 13 फीसदी से बढ़कर 24 फीसदी हो गया है.
  • स्टेकहोल्डर्स रिलेशनशिप कमेटी (SRC): 15 फीसदी से बढ़कर 23 फीसदी हो गया है.
  • रिस्क मैनेजमेंट कमेटी (RMC): 5 फीलदी से बढ़कर 11 फीसदी हो गया है.

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महिला स्वतंत्र निदेशकों की उम्र को लेकर रोचक पैटर्न

महिला स्वतंत्र निदेशकों में से 55 फीसदी की उम्र 60 वर्ष या उससे कम है, जबकि पुरुषों में यह अनुपात केवल 29 फीसदी है. हल्दिया का मानना है कि महिलाएं इन भूमिकाओं को मिड-लाइफ करियर के दूसरे चरण में अपना रही हैं, जबकि पुरुष आमतौर पर रिटायरमेंट के बाद इन पदों को संभालते हैं.