Boycott Turkey: तुर्की के सेब पर व्यापारियों की स्ट्राइक, खरीद से किया इंकार; 1000 करोड़ से अधिक का होता है आयात
ऑपरेशन सिंदूर के बाद तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करना भारत में भारी विरोध का कारण बना है. साहिबाबाद मंडी सहित कई भारतीय व्यापारियों ने तुर्की से सेब और अन्य उत्पादों के आयात का बहिष्कार कर दिया है. तुर्की से हर साल 1000–1200 करोड़ रुपये के सेब भारत में आते थे, लेकिन अब स्थानीय बाजारों से तुर्की के सेब हटाए जा रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि वे देश की सेना और सरकार के साथ हैं.
Turkey Apple Boycott: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों पर हमला किया. इस कार्रवाई के बाद तुर्की ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया. पाकिस्तान ने भी इस दौरान तुर्की के ड्रोन्स का इस्तेमाल किया. अब भारत में तुर्की के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिससे तुर्की को बड़ा आर्थिक नुकसान होने की आशंका है.
तुर्की के सेब खरीदने से व्यापारियों ने किया इंकार
पाकिस्तान का साथ देने के चलते तुर्की को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. गाजियाबाद स्थित साहिबाबाद सब्जी मंडी में फल व्यापारियों ने तुर्की से सेब और अन्य उत्पादों के आयात का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. व्यापारियों का कहना है कि जो भी देश पाकिस्तान का समर्थन करेगा, उसके साथ व्यापारिक संबंध समाप्त किए जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि वे देश की सेना और सरकार के साथ पूरी तरह खड़े हैं.
तुर्की ने दिया पाकिस्तान का साथ
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर करारा प्रहार किया. ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत भारत ने सीमा पार घुसकर कई ठिकानों को तबाह किया. इस कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए और दोनों देशों के बीच ड्रोन से हमले भी हुए. इस पूरे घटनाक्रम में तुर्की पाकिस्तान के समर्थन में पूरी तरह खड़ा रहा. इसी कारण अब भारतीय मंडियों में तुर्की के खिलाफ विरोध तेज हो गया है और व्यापारियों ने बड़ा निर्णय लिया है.
यह भी पढ़ें: भारत से 4000 किलोमीटर दूर तुर्की, फिर भी क्यों बन बैठा है दुश्मन; अब आएगी अक्ल ठिकाने
कितने का होता था व्यापार
व्यापारियों के इस निर्णय को आम लोगों का भी व्यापक समर्थन मिल रहा है. फैसले के बाद स्थानीय बाजारों से तुर्की का सेब लगभग गायब हो गया है. हालांकि भारत में भी बड़े पैमाने पर सेब की खेती होती है, लेकिन सीजन के दौरान तुर्की से हर साल लगभग 1000–1200 करोड़ रुपये के सेब आयात किए जाते थे. अब व्यापारियों ने तुर्की से सेब लेना बंद कर दिया है और अन्य विकल्पों से मंगवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.