वारेन बफेट इस भारतीय के भरोसे , AI निवेश पर देता है टिप्स, जानें कौन हैं अजीत जैन

बर्कशायर हैथवे के सीईओ वॉरेन बफेट ने अपनी हालिया शेयरधारक बैठक में AI निवेश से जुड़े सवालों का जवाब भारतीय मूल के अजीत जैन को सौंपा. अजीत जैन, जो इंश्योरेंस ऑपरेशंस के वाइस चेयरमैन हैं, उन्होंने कहा कि कंपनी 'वेट एंड वॉच' रणनीति अपनाएगी. उन्होंने AI को बीमा इंडस्ट्री के लिए 'गेम चेंजर' बताया. बैठक में वॉरेन बफेट ने यह भी संकेत दिया कि वर्ष के अंत तक ग्रेग एबेल को अपना उत्तराधिकारी बना सकते हैं.

अजीत जैन और वॉरेन बफेट Image Credit: money9live.com

Ajit Jain: बर्कशायर हैथवे के सीईओ वॉरेन बफेट ने शनिवार, 3 मई 2025 को शेयरधारकों के साथ बैठक की. बैठक में इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर चर्चा हुई और AI में निवेश से जुड़े सवाल का जवाब भारतीय मूल के अजीत जैन को सौंपा गया, जो कंपनी के सबसे भरोसेमंद वरिष्ठ अधिकारियों में से एक हैं. बफेट के लंबे समय से विश्वासपात्र रहे जैन ने कहा कि बर्कशायर AI में तभी बड़ा निवेश करेगा, जब जोखिम और अवसर स्पष्ट रूप से नजर आएंगे. उन्होंने कहा, “मेरा अनुमान है कि हम तैयार स्थिति में होंगे और यदि ऐसा अवसर आएगा, तो हम तुरंत कदम उठाएंगे.

AI बीमा उद्योग के लिए ‘गेम चेंजर’

बर्कशायर हैथवे के इंश्योरेंस ऑपरेशंस के वाइस चेयरमैन अजीत जैन ने 3 मई को हुई शेयरधारक बैठक में कहा कि AI बीमा क्षेत्र को पूरी तरह बदल सकता है. उन्होंने माना कि यह टेक्नोलॉजी रिस्क का आकलन, प्रीमियम तय करने, क्लेम सेटलमेंट और बीमा बेचने के तरीके को क्रांतिकारी बना देगी.

हालांकि, जैन ने स्पष्ट किया कि बर्कशायर हैथवे AI में तुरंत बड़ा निवेश नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि हम अक्सर नए फैशनेबल ट्रेंड्स के पीछे भागने वालों में नहीं होते. हमारी रणनीति ‘वेट एंड वॉच’ की है. जब अवसर स्पष्ट नजर आएगा और जोखिम-लाभ का सही अनुपात समझ में आएगा, तभी हम बड़ा कदम उठाएंगे.

कौन हैं अजीत जैन

अजीत जैन का जन्म वर्ष 1950 में भारत में हुआ था. उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. जैन ने 1972 में कुछ समय के लिए IBM में इंजीनियर और सेल्समैन के तौर पर काम किया और बाद में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से MBA की डिग्री हासिल की. अंततः वे मैकिन्से एंड कंपनी में शामिल हो गए और 1978 से 1986 के बीच एक एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम किया. 1986 में, अजीत जैन बर्कशायर की नेशनल इन्डेम्निटी कंपनी में शामिल हो गए और इस तरह वॉरेन बफेट के नेतृत्व वाले समूह बर्कशायर हैथवे का हिस्सा बन गए.

जैन ने 2007 तक खुद को एक शानदार रणनीतिकार साबित किया, और इसी कारण वॉरेन बफेट ने उन्हें बड़े, जटिल डील्स में एक विशेषज्ञ के रूप में मान्यता दी. 2009 में, जैन को बर्कशायर हैथवे के रिइनश्योरेंस के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया. तब से, जैन बर्कशायर हैथवे की सफलता के पीछे एक महत्वपूर्ण व्यक्ति रहे हैं.

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ये होंगे वॉरेन बफेट के उत्तराधिकारी

वॉरेन बफेट ने शनिवार को अपने शेयरधारकों के सामने एक आश्चर्यजनक घोषणा की, जिसमें उन्होंने वर्ष के अंत तक अपने पद से हटने का इरादा व्यक्त किया. अपने बयान में, बफेट ने संकेत दिया कि वह बर्कशायर हैथवे के बोर्ड को सुझाव देंगे कि वर्ष के अंत में ग्रेग एबेल सीईओ का पदभार संभालें.

यह खुलासा पांच घंटे के प्रश्नोत्तर सत्र के अंत में हुआ, जिसके बाद कोई चर्चा नहीं की गई. बफेट ने बताया कि केवल उनके बच्चे, हॉवर्ड और सूसी बफेट, जो बोर्ड में सेवा कर रहे हैं, इस निर्णय से पहले से अवगत थे. बफेट ने कहा कि मुझे लगता है कि वह समय आ गया है जब ग्रेग को वर्ष के अंत में कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी बन जाना चाहिए.