कहां चूक गए Warren Buffett, जिससे डूब गए 31,600 करोड़ रुपए; जानें पूरा मामला
वॉरेन बफेट की कंपनी Berkshire Hathaway ने साल 2025 की दूसरी तिमाही में अपने मुनाफे में बड़ी गिरावट दर्ज की. कंपनी का नेट प्रॉफिट 59 फीसदी कम होकर 12.37 बिलियन डॉलर (लगभग 10.79 लाख करोड़ रुपये) रहा. यह पिछले साल 30.25 बिलियन डॉलर (लगभग 26.38 लाख करोड़ रुपये) था.

Warren Buffett को निवेश की दुनिया का जादूगर माना जाता है. दुनिया भर के निवेशकों उन्हें प्रेरणा के स्रोत मानते हैं. कई बड़े निवेशक उनके निवेश और पोर्टफोलियों को अपनाने का प्रयास करते हैं. हालांकि, उनकी कंपनी बर्कशायर हैथवे को एक निवेश पर करीब 31,600 करोड़ रुपए ($3.8 अरब) का भारी नुकसान (Impairment Loss) सहना पड़ा है.
दरअसल, वॉरेन बफेट की कंपनी Berkshire Hathaway ने साल 2025 की दूसरी तिमाही में अपने मुनाफे में बड़ी गिरावट दर्ज की. कंपनी का नेट प्रॉफिट 59 फीसदी कम होकर 12.37 बिलियन डॉलर (लगभग 10.79 लाख करोड़ रुपये) रहा. यह पिछले साल 30.25 बिलियन डॉलर (लगभग 26.38 लाख करोड़ रुपये) था.
पिछले साल के मुकाबले इस साल भारी गिरावट
बर्कशायर ने प्रति शेयर 8,601 डॉलर (लगभग 7.50 लाख रुपये) की कमाई की. यह पिछले साल के 21,122 डॉलर से काफी कम है. यह गिरावट मुख्य रूप से कंपनी के शेयर पोर्टफोलियो में unrealised gains की कमी के कारण हुई. बर्कशायर का ऑपरेटिंग प्रॉफिट थोड़ा कम होकर 11.16 बिलियन डॉलर रहा. यह पिछले साल 11.60 बिलियन डॉलर था. क्राफ्ट हेंज के नुकसान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की व्यापार नीतियों जैसे बाहरी दबावों के बावजूद, बर्कशायर के ज्यादातर बिजनेस ने अच्छा प्रदर्शन किया.
क्राफ्ट हेंज में 27 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी
बर्कशायर के पास क्राफ्ट हेंज में 27 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है. साल 2015 में इस कंपनी के मर्जर में बर्कशायर ने बड़ी भूमिका निभाई थी. लेकिन अब लोगों के खाने की आदतें बदल रही हैं, और Healthy foods और निजी ब्रांडों की मांग बढ़ रही है, जिससे क्राफ्ट हेंज को नुकसान हो रहा है. इस साल की शुरुआत में बर्कशायर के प्रतिनिधियों ने क्राफ्ट हेंज के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया और कंपनी अब अपने कुछ ब्रांड्स को अलग करने पर विचार कर रही है.
CEO पद छोड़ देंगे बफेट
बर्कशायर के पास अभी भी 344.1 बिलियन डॉलर का Cash reserves है. यह मार्च में 347.7 बिलियन डॉलर था. मई में हुई annual meeting में बफेट ने कहा कि मौजूदा बाजार में अच्छे डील मिलना मुश्किल है, क्योंकि कीमतें बहुत ज्यादा हैं. बफेट ने यह भी घोषणा की कि वह इस साल के अंत में CEO पद छोड़ देंगे, और ग्रेग एबेल को जिम्मेदारी सौंपेंगे. हालांकि वह चेयरमैन बने रहेंगे. निवेशकों को यह भी निराशा हुई कि कंपनी ने इस तिमाही में अपने शेयर वापस नहीं खरीदे, जबकि बफेट की रिटायरमेंट खबर के बाद शेयर की कीमत 12 फीसदी से ज्यादा गिर गई थी.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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