क्रिप्टो ट्रेडिंग की दुनिया में WazirX का बड़ा धमाका! अब हर ट्रेड पर फीस खत्म, पेश किया ‘जीरो ट्रेडिंग फी मॉडल’
WazirX ने नया Zero Fee ट्रेडिंग मॉडल पेश किया है, जिसमें यूजर्स सिर्फ 99 रुपये की मासिक फीस देकर 300 से ज्यादा क्रिप्टो टोकन में अनलिमिटेड ट्रेडिंग कर सकेंगे. प्लेटफॉर्म ने पर-ट्रेड ट्रांजैक्शन फीस पूरी तरह हटा दी है, जिससे निवेशक हर साल हजारों रुपये बचा सकते हैं. जानें नया मॉडल कैसे काम करता है और इसका निवेशकों पर क्या असर होगा.
Cryptocurrency एक्सचेंज WazirX ने बुधवार, 26 नवंबर 2025 को एक बड़े बदलाव का ऐलान किया है. कंपनी ने नया Zero Trading Fee Model लॉन्च किया है. इसके तहत अब क्रिप्टो ट्रेडर्स को हर ऑर्डर पर लगने वाली पारंपरिक ट्रांजैक्शन फीस नहीं देनी होगी. इसके बजाय प्लेटफॉर्म ने 99 रुपये की मासिक फीस तय की है, जिसे देकर यूजर्स अनलिमिटेड ट्रेडिंग कर सकेंगे.
क्या है WazirX का नया मॉडल?
कंपनी ने अपने ऑफिशियल ब्लॉग में बताया है कि अब यूजर्स 300 से ज्यादा क्रिप्टो टोकन में बिना किसी पर-ट्रेड चार्ज के डील कर सकेंगे. यह कदम उन निवेशकों के लिए फायदेमंद माना जा रहा है, जो हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग करते हैं या हर महीने कई ऑर्डर प्लेस करते हैं.

WazirX के मुताबिक, “यूजर्स किसी भी वॉल्यूम में ट्रेड करें, उन्हें महीने में सिर्फ 99 रुपये ही देना होगा. इससे ट्रेडिंग का अनुभव सरल और किफायती बनेगा.”
कितनी होगी बचत? एक सरल गणना
कंपनी ने बताया कि अगर कोई निवेशक 10,000 रुपये से 10 ट्रेड करता है, तो उस पर लगभग 0.5% प्रति ऑर्डर बाय-सैल चार्ज लगता है. इस तरह एक औसत ट्रेडर हर महीने हजारों रुपये फीस में खर्च कर देता है, चाहे उसे प्रॉफिट हो या लॉस. WazirX का दावा है कि इस ट्रेंड से हटकर सालभर में करीब 6,000 तक की बचत संभव है, क्योंकि अब पर-ट्रेड फीस जीरो होगी.
60% तक कैपिटल फीस में बर्बाद
कंपनी ने यह भी कहा कि पारंपरिक मॉडल में निवेशक अपनी ट्रेडिंग कैपिटल का करीब 60% हिस्सा सिर्फ एक्सचेंज फीस में गंवा देते हैं, जो लंबे समय में रिटर्न को कम कर देता है. फाउंडर निश्चल शेट्टी के मुताबिक, “इंडस्ट्री लंबे समय से हर ट्रेड पर यूजर से कमाई करती रही है. WazirX Zero इस रिलेशनशिप को रीसेट कर रहा है. इसमें कोई हिडन कॉस्ट नहीं है, कोई कॉप्लेक्स प्रॉसेस नहीं है, सिर्फ एक क्लियर चार्ज.’’
क्या निवेश करना सुरक्षित है?
क्रिप्टोकरेंसी हाई-रिस्क एसेट क्लास है. कीमतें तेज़ी से ऊपर-नीचे होती हैं और बाजार कई बार अनिश्चित रहता है. ऐसे में निवेशकों को अपने रिस्क प्रोफाइल और बाजार की समझ के आधार पर ही निर्णय लेना चाहिए.
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